रिस्क मैनेजमेंट क्या होता है रिस्क मैनेजमेंट में करियर कैसे बनाएं
इस आधुनिक समय में किसी भी कंपनी का मार्केट में सफल होना बहुत मुश्किल हो गया हैं. क्योंकि आज के समय में मार्केट में कंपटीशन बढ़ता जा रहा हैं. इसलिए कोई भी कंपनी मार्केट में कदम रखने से पहले अपनी पूरी तैयारी करती हैं. और वह अलग-अलग लोगों का सहारा लेती हैं. फिर उसी के हिसाब से कंपनी मार्केट में अपने प्रोडक्ट आदि को उतारती हैं.
लेकिन फिर भी बहुत सारी कंपनियां ऐसी होती हैं. जो कि कुछ ही समय में फ्लॉप हो जाती हैं. क्योंकि मार्केट में लगातार अपनी सफलता को कायम रखना भी उतना ही मुश्किल हैं. जितना शुरू में मार्केट में कंपनी को अपना नाम बनाना मुश्किल होता हैं. क्योंकि कंपनी को मार्केट में बहुत सारे उतार-चढ़ाव का भी सामना करना पड़ता हैं.
इन सभी उतार-चढ़ाव से कंपनी को रिस्क मैनेजमेंट बचाता हैं. रिस्क मैनेजमेंट एक ऐसा मैनेजमेंट होता हैं. जो कि कंपनी के घाटे को कम से कम करने की कोशिश करता हैं. तो आज इस ब्लॉग में हम आपको रिस्क मैनेजमेंट क्या होता हैं. रिस्क मैनेजमेंट में करियर कैसे बनाएं और रिस्क मैनेजमेंट में क्या-क्या काम होता हैं. इन सभी के बारे में बताने वाले हैं.
रिस्क मैनेजमेंट क्या होता है
किसी भी कंपनी को मार्केट में सफल बनाने के लिए कई अलग-अलग चीजों का सहारा लिया जाता हैं. जो कि कंपनी को मार्केट में सही रहा पर चलाने की कोशिश करते हैं. क्योंकि आप सभी को पता होगा कि कुछ कंपनियां ऐसी होती हैं. जो कि काफी बड़ी होती हैं. लेकिन कुछ ही समय में भी कंपनियां एकदम से फ्लॉप हो जाती हैं.
इन सभी कंपनियों के फ्लॉप होने के पीछे उन कंपनियों को अचानक एक दम से बड़ा घाटा लगना होता हैं. जिससे कंपनी कभी उभर नहीं पाती और फिर वह कंपनी अचानक से बंद हो जाती हैं. तो रिस्क मैनेजमेंट का काम भी यही होता हैं. जिसमें कंपनी का रिस्क मैनेजमेंट कंपनी के घाटे को कम से कम करके उसको वित्तीय खतरो से बचाकर कंपनी की अर्थव्यवस्था में वृद्धि करने की कोशिश करते हैं.
रिस्क मैनेजमेंट के लोग अक्सर वही रास्ता चुनते हैं. जो कि कंपनी के लिए फायदे का सौदा साबित होता हैं. इसलिए किसी भी कंपनी में रिस्क मैनेजमेंट का बहुत बड़ा काम होता हैं. क्योंकि रिस्क मैनेजमेंट ही वह मैनेजमेंट होता हैं. जो कि कंपनी के उतार-चढ़ाव को एनालाइज करके उसको सही रास्ता दिखाता है.
रिस्क मैनेजमेंट में करियर कैसे बनाएं
बहुत सारे छात्र ऐसे होते हैं. जो कि 12वीं क्लास के बाद अपने कैरियर को चुनने में काफी समय लगा देते हैं. लेकिन कुछ छात्र ऐसे होते हैं. जो कि अपनी दिलचस्पी के हिसाब से ही अपने कैरियर को चुनते हैं. अगर आपकी भी दिलचस्पी वित्तीय गतिविधियों में हैं. तो आप रिस्क मैनेजमेंट में करियर बना सकते हैं. क्योंकि यह एक ऐसा फिल्ड हैं.
जिसमे आप को जॉब के हमेशा अच्छे अवसर मिलते हैं. अगर आप में कैरियर बनाना चाहते हैं. तो सबसे पहले आपको 12वीं क्लास पास करनी होती हैं. जिसमें आपको कम से कम 50% अंक प्राप्त करने पड़ते हैं. उसके बाद में आपको रिस्क मैनेजमेंट से जुड़े हुए डिप्लोमा सर्टिफिकेट कोर्स के लिए एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता हैं.
अगर आप एंट्रेंस एग्जाम को पास कर लेते हैं. तो उसके बाद में आपको रिस्क मैनेजमेंट से जुड़े हुए कोर्स में दाखिला मिल जाता है.जहां पर आपको कई अलग अलग विषयों में पढ़ाया जाता हैं. क्योंकि रिस्क मैनेजमेंट में कैरियर बनाने के बाद में आपको किसी भी कंपनी या ऑर्गेनाइजेशन के पूरे सिस्टम को हैंडल करना होता हैं. जिसके बाद ही आप किसी कंपनी के पूरा डाटा को एनालाइज करके.
उसके घाटे और फायदे को समझ पाते हैं. और फिर उसी के हिसाब से ही कंपनी के हक में निर्णय लेते हैं. इसलिए इस फील्ड में कैरियर बनाने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ती हैं. रिस्क मैनेजर कंपनी के सभी डाटा को एनालाइज करके आने वाले खतरे को पहले ही समझ लेते हैं. और फिर उसी के हिसाब से अपनी योजनाओं को तैयार करते हैं.
रिस्क मैनेजमेंट के लिए जरूरी स्किल
अगर आप रिस्क मैनेजमेंट में करियर बनाना चाहते हैं. तो इस फिल्ड में कैरियर बनाने के लिए आपके पास सिर्फ डिग्री ही काफी नहीं होती क्योंकि इस फील्ड में आपको बहुत सारी जरूरी स्किल की भी आवश्यकता पड़ती हैं. जोकि आपको अपनी फील्ड में काम के दौरान मदद करती है
- आपके अंदर लीडरशिप की स्किल होना बहुत जरूरी है
- आपके अंदर एनालिटिकल स्किल होनी चाहिए ताकि आप अलग-अलग डाटा को एनालाइज कर सके
- आपको मार्केट की अच्छी समझ होना बहुत जरूरी है
- आपके अंदर problem-solving स्किल का होना जरूरी हैं. ताकि आप अलग-अलग परेशानियों का हल निकाल सके
- आपके अंदर टीम वर्क करने की क्षमता होनी चाहिए
- आपके अंदर कम्युनिकेशन स्किल का होना जरूरी है
- आपके अंदर कन्वेंशनल स्किल भी होनी चाहिए
- आपको अपने आप के ऊपर भरोसा होना चाहिए
- आपके अंदर इंग्लिश साइंस और मैथ जैसे विषयों की अच्छी जानकारी होनी चाहिए
- आपको कंप्यूटर का ज्ञान होना बहुत जरूरी है
रिस्क मैनेजमेंट में जॉब के अवसर
अगर आप रिस्क मैनेजमेंट से जुड़े हुए अलग-अलग कोर्स में डिग्री प्राप्त कर लेते हैं. तो उसके बाद में आपको जॉब के बहुत सारे ऑप्शन मिलते हैं. क्योंकि रिस्क मैनेजमेंट एक ऐसा फिल्ड हैं. जो कि हर एक छोटी बड़ी कंपनी के साथ जुड़ा हुआ हैं. हर एक छोटी बड़ी कंपनी को एक ऐसे रिस्क मैनेजर की जरूरत होती हैं.
जो की कंपनी को अलग-अलग खतरों से बचा सके और उसको फायदा पहुंचा सके इसलिए आप किसी भी कंपनी के साथ जुड़कर रिस्क मैनेजर, रिस्क सर्वेयर, रिस्क मैनेजमेंट एडवाइजर, रिस्क एनालिस्ट, परफॉर्मेंस एंड रिस्क मैनेजर, फ़ाइनेंशियल रिस्क मैनेजर, डिजिटल रिस्क मैनेजर, सप्लाई चेन रिस्क मैनेजर जैसे पदों पर आसानी से काम कर सकते हैं.
रिस्क मैनेजर की सैलरी
रिस्क मैनेजर एक ऐसा पद होता हैं. जिसमें आपकी सैलरी का कोई अंत नहीं होता आप जितनी बड़ी कंपनी के साथ जुड़कर रिस्क मैनेजमेंट का काम करते हैं. आपको उतनी ही ज्यादा सैलरी मिलती हैं. क्योंकि दुनिया में ऐसी बहुत बड़ी-बड़ी कंपनियां हैं. जो कि अपने रिस्क मैनेजमेंट के लोगों को हर महीने 2 से ₹3 लाख तक की मासिक सैलरी देती हैं.
क्योंकि पूरी कंपनी की ग्रोथ रिस्क मैनेजमेंट के ऊपर टिकी होती हैं. इसलिए हर कंपनी अपने रिस्क मैनेजर को हमेशा अच्छी सैलरी देती हैं. अगर आप इस फिल्ड में शुरुआती समय में किसी भी छोटी से छोटी कंपनी के साथ जोड़कर रिस्क मैनेजमेंट के काम को संभालते हैं. तो आपको लगभग 30000 से ₹50000 मासिक सैलरी मिल जाती हैं. इसके अलावा इस फील्ड की सैलरी आपके काम एक्सपीरियंस और आपकी कंपनी के ऊपर ज्यादा डिपेंड करती है.
हम उम्मीद करते हैं. कि हमारे द्वारा बताई गई रिस्क मैनेजमेंट के बारे में ही हैं. जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई हैं. और आप ऐसी ही और जानकारियां पाना चाहते हैं. तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें.