आंतों की मजबूती के लिए दवा, आंतों की सफाई की आयुर्वेदिक दवा, आंतों के गंभीर रोगों की टेबलेट,
जब हम स्वस्थ होते हैं. तब हम काफी सारी ऐसी चीजों का सेवन करते हैं. जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है. और कुछ ऐसी गलतियां भी करते हैं. जो कि हमें नहीं करनी चाहिए. लेकिन कई बार हमारी इन्हीं गलतियों की वजह से हमें काफी सारी अलग-अलग तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
यही परेशानियां आगे चलकर हमारी किसी बड़ी बीमारी का कारण भी बन जाती है. इसी तरह से कई बार हमें आंतों की कमजोरी की समस्या भी उत्पन्न हो जाती है. आंतों की कमजोरी एक ऐसी समस्या है. जो कि हमारे शरीर के पूरे संतुलन को बिगाड़ देती है.
तो आज इस ब्लॉग में हम आपको आंतों की कमजोरी होने के कारण, लक्षण इसके आयुर्वेदिक उपचार के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं.
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आंतों की कमजोरी
आंत हमारे शरीर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है. क्योंकि हमारे द्वारा खाए जाने वाला भोजन हमारी आंतों की जगह ही हमारे शरीर के अंदर पहुंचता है. और फिर वही से वह अपने जरूरी पोषक तत्व प्राप्त करके बाकी बचे हुए मल को गुर्दे के द्वारा बाहर निकाल देता है.
लेकिन कई बार हमें ऐसी समस्या उत्पन्न हो जाती है. जिससे हमारी आंतों में कमजोरी आ जाती है. वैसे तो आंतों में कमजोरी आना एक आम समस्या है. यह समस्या हर इंसान के जीवन में कभी न कभी जरूर हो जाती है.
लेकिन लंबे समय तक इस समस्या के रहने पर यह समस्या हमारे शरीर में काफी सारी बीमारियां पैदा कर सकती है. क्योंकि आंतों की कमजोरी होने पर हमारे शरीर में दस्त, कब्ज और पेट में सूजन जैसी समस्याएं उत्पन्न होने लगती है.
इनके चलते हमारे पूरे शरीर का संतुलन बिगड़ जाता है. जब किसी इंसान की आंते कमजोर होती है. तो उसका शरीर खून बनाना बंद कर देता है. उसके शरीर में तेजी से कमजोरी आने लगती है. जिसके कारण उसको पीलिया, बुखार, चक्कर आना जैसी समस्याएं भी होने लगती है.
इसलिए जब भी आपके शरीर में आंतों की कमजोरी के लक्षण दिखाई देते हैं. तो आपको तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर के पास जाकर है. इसका उपचार करवाना चाहिए या आप कुछ घरेलू चीजों के जरिए भी अपनी आंतों की कमजोर की समस्या को दूर कर सकते हैं.
आंतों की कमजोरी होने के कारण
आंतों की कमजोरी एक ऐसी समस्या है. जो कि किसी भी इंसान के शरीर में उत्पन्न हो सकती है. क्योंकि इस समस्या के उत्पन्न होने के पीछे काफी सारे अलग-अलग कारण होते हैं. और इस समस्या से बचने के लिए हमें इन कारणों को ध्यान में जरूर रखना चाहिए जैसे
- ज्यादा मिर्च मसालेदार भोजन का सेवन करना
- लंबे समय तक भूखे रहना
- अचानक से काफी मात्रा में भोजन का सेवन करना
- भोजन करके अचानक सोना
- ज्यादा बीड़ी सिगरेट तंबाकू नशीली चीजों का सेवन करना
- ज्यादा तले भुने हुए भोजन का सेवन करना
- अपने शरीर को जरूरी पोषक तत्व उपलब्ध करवाना ज्यादा
- ज्यादा सूखे भोजन का सेवन करना
- बासी व दूषित भोजन का सेवन करना
- गंदे पानी का सेवन करना
- धूल भरे वह गंदगी वाले क्षेत्र में रहना
- ज्यादा धूल मिट्टी और गंदगी वाले क्षेत्र में काम करना
- गरीबी में जीवन व्यतीत करना
- रोगी की आंतों के ऊपर गहरी चोट लगना
- किसी भी प्रकार की दवाई का गलत साइड इफेक्ट होना
- अचानक से अपने शरीर के ऊपर ज्यादा वजन डालना
इसके अलावा भी आंतों में कमजोरी होने के काफी सारे और कारण हो सकते हैं.
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आंतों की कमजोरी के लक्षण
जब भी किसी इंसान के शरीर में आंतों की कमजोरी की समस्या उत्पन्न होती है. तो इस समस्या के शुरुआत में ही रोगी के शरीर में काफी सारे लक्षण दिखाई देने लगते हैं. जिससे आप इस समस्या को आसानी से पहचान सकते हैं. जैसे
- रोगी को बार बार लूज मोशन की समस्या होना
- रोगी की आंखों में दर्द होना
- रोगी के पेट में लंबे समय तक दर्द रहना
- रोगी को किसी भी प्रकार के खाने पीने में दिलचस्पी ना लेना
- रोगी को कमजोरी व घबराहट होना
- रोगी को बार-बार कब्ज की समस्या उत्पन्न होना
- रोगी को बार बार उल्टी और मितली आना
- रोगी का पेट फूलना अचानक से रोगी के वजन में कमी आना
- रोगी की भूख प्यास बिल्कुल कम होना
- रोगी को चलने फिरने में दिक्कत होना
- रोगी को उठते बैठते समय दर्द होना
- रोगी की पेट और आंतो के आसपास जलन होना
- कमजोरी के कारण रोगी को चक्कर आना
- रोगी को पीलिया बुखार और दिखाई देने में परेशानी होना
इसके अलावा भी इस समस्या के उत्पन्न होने पर रोगी में काफी सारे और लक्षण दिखाई दे सकते हैं
आंतों की कमजोरी का आयुर्वेदिक उपचार
अगर आपके शरीर में आंतों की कमजोरी की समस्या उत्पन्न हो गई है. और आप इस समस्या का आयुर्वेदिक उपचार करना चाहते हैं. तो आयुर्वेदिक में काफी सारी ऐसी चीजें मौजूद है.
जो कि आपकी इस समस्या को आसानी से ठीक कर सकती है. और यह सभी चीजें आपके शरीर पर गलत प्रभाव भी नहीं डालती जैसे
1. दही का सेवन करें
अगर आपको बार-बार आंतों की कमजोरी की समस्या उत्पन्न हो रही है. इसके कारण आपको कब्ज की समस्या उत्पन्न हो गई है. तब आपको दही का सेवन करना चाहिए क्योंकि दही में ऐसे जीवाणु होते हैं.
जो कि हमारी आंतो में मौजूद खराब कीटाणुओं को बाहर निकालने में मदद करते हैं. और इससे हमारी आंतों की भी सफाई होती है.
2.अदरक का सेवन करें
आप सभी को पता होगा कि अदरक काफी फायदेमंद चीज होती है. क्योंकि अदरक में काफी सारे ऐसे गुण मौजूद हैं. जो कि हमारे शरीर में कई समस्याओं को ठीक करने में मदद करते हैं. इसी तरह से अगर आपकी आंखों में कमजोरी की समस्या उत्पन्न हो गई है.
तब आपको अदरक का सेवन करना चाहिए अदरक का सेवन करने से आपकी आंतों की सफाई होती है. और यह आपकी आंतों को मजबूत बनाने में भी मदद करती है.
3. नारियल के पानी का सेवन करें
बहुत सारे लोग नारियल के पानी की खूबियों के बारे में नहीं जानते लेकिन नारियल का पानी हमारे लिए काफी फायदेमंद होता है. अगर आप की आंतो में बार-बार सूजन आना दर्द रहना, दस्त लगना, कब्ज की समस्या होना जैसी परेशानी हो रही है. तब आप को नियमित रूप से नारियल के पानी का सेवन करना चाहिए नारियल का पानी हमारे हमारी आंतों को साफ करना और उसमें किसी भी प्रकार के इन्फेक्शन को ठीक करने में मदद करता है
4. फाइबर युक्त भोजन
अगर आपको आंतों की कमजोरी के शुरुआती लक्षण दिखाई देते हैं. तब आपको इस समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए ज्यादा से ज्यादा फाइबर युक्त भोजन का सेवन करना चाहिए क्योंकि फाइबर युक्त भोजन हमारे पाचन तंत्र को उत्तेजित करता है.
जिससे हमारे शरीर की आंतों को मजबूत करना और आंतों को साफ करने में मदद मिलती है. आंतों की किसी भी प्रकार की समस्या का यह एक बहुत ही सटीक उपाय है.
5.तरबूज का सेवन करें
कई बार आंतों में कमजोरी होने के पीछे हमारे शरीर में पानी की कमी भी पाई जाती है. ऐसी स्थिति उत्पन्न होने पर आपको ज्यादा से ज्यादा तरबूज का सेवन करना चाहिए क्योंकि तरबूज हमारे शरीर में तुरंत एनर्जी देता है. यह हमारे शरीर में काफी सारी परेशानियों को दूर करता है.
इसके सेवन से हमारे शरीर में पानी की कमी भी पूरी हो जाती है. इसके अलावा भी आप गर्मी के मौसम में आम, खरबूजा और स्टॉबेरी जैसी चीजों का सेवन कर सकते हैं. यह सभी चीजें भी हमारी आंतों की कमजोरी को दूर करने में मदद करती है.
आंतों की कमजोरी के लिए आयुर्वेदिक दवा
इसके अलावा भी ऐसी बहुत सारी और चीजें हैं. जो कि आपकी आंतों की कमजोरी को दूर करने में मदद करती है.लेकिन इनमें से किसी भी चीज का इस्तेमाल करने से पहले आपको एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए. क्योंकि कई बार आपके शरीर में दूसरी बीमारियां होती है. जिससे यह चीजें आपके शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है.
Agnitundi Bati
यह एक पारंपरिक आयुर्वेदिक दवा है जो मलद्वारा की कमजोर पाचन और पाचन क्षमता को मजबूत करने में मदद करने के लिए उपयोग की जाती है। “वटी” आयुर्वेद में गोली का अर्थ होता है। यह पूर्ण जड़ी-बूटियों का संयोजन है जो बहुत सी सुगंधी, कार्मिनेटिव, पाचक जड़ी-बूटियों को सम्मिलित करता है जो मलद्वारा में गैस उत्पन्न, अपच को कम करते हैं और प्राकृतिक पाचन प्रक्रिया में मदद करते हैं।
Avipattikar Churna
अविपत्तिकर चूर्ण का उपयोग पाचन संबंधी समस्याओं के इलाज में किया जाता है। यह चूर्ण जीर्ण-ज्वर, अपच, अम्लपित्त, विषाक्त, एसिडिटी, पेट में गैस, खट्टी डकार, और अन्य पाचन संबंधी विकारों के लिए उपयोगी होता है। इसका उपयोग पाचन शक्ति को बढ़ाने, पेट में जलन और एसिडिटी को कम करने, खट्टी डकारों को रोकने, गैस की समस्या को दूर करने, और पाचन को सुधारने में मदद करता है।
Lawan Bhaskar Churn
लवण भास्कर चूर्ण भारतीय आयुर्वेद में प्रचलित एक औषधि है जो पाचन संबंधी समस्याओं के उपचार में उपयोगी होती है। यह चूर्ण पेट में गैस, अम्लपित्त, जीर्ण-ज्वर, विषाक्त, अपच, खट्टी डकार, और एसिडिटी जैसी समस्याओं के इलाज में मदद करता है। इसके सेवन से पाचन शक्ति सुधारती है और पेट में जलन, त्वचा में खुजली, मलत्याग संबंधी समस्याओं को भी दूर करता है।
हम उम्मीद करते हैं. कि हमारे द्वारा बताई गई आंतों की कमजोरी के कारण लक्षण में इसके आयुर्वेदिक उपचार के बारे में जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है. और आप ऐसी ही और जानकारियां पाना चाहते हैं. तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें.
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