डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन परिचय और उनका योगदान
दुनिया में ऐसे बहुत सारे इंसान पैदा हुए हैं जिन्होंने अपने दृढ़ निश्चय से अपने देश की रक्षा की और वे इंसान अपने देश के लिए सब कुछ न्योछावर करने के लिए तैयार रहते थे उन्होंने अपने देश के लिए बहुत कुछ किया और उन्ही लोगों की वजह से आज दुनिया में कई देश ऐसे हैं जो कि तेजी से तरक्की रह पर चल रहे हैं भारत भी उनमें से एक ऐसा ही देश है.
क्योंकि भारत के निर्माण में बहुत सारे ऐसे महान नेताओं ने योगदान दिया जिनके कारण भारत आज तेजी से तरक्की की राह पर दौड़ रहा है क्योंकि किसी देश को चलाने के लिए ऐसे निडर व शक्तिशाली नेता का होना बहुत जरूरी है जोकि अपने देश को नियंत्रण में रख सके और अपने देश के फायदे के लिए कदम उठा सके लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है.
कि आज भारत जितना तेजी से तरक्की की राह पर दौड़ रहा है उसके पीछे सिर्फ एक ही इंसान का हाथ है बल्कि भारत में दूसरे कई ऐसे और इंसान भी हुए हैं.जिन्होंने भारत की रक्षा के लिए कई ऐसी ऐसी चीजें बनाई जो कि भारत हमेशा याद रखेगा ऐसे कि एक शख्स का नाम डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम भी है जिसको मिसाइल मैन के नाम से जाना जाता है.
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम एक महान इंसान है जिसका नाम लेने पर भी हमें गर्व महसूस होगा क्योंकि डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम भारत माता से बहुत प्यार करते थे और वे हर समय हमारे देश के लिए कुछ ना कुछ ऐसा करते थे जिनसे हर हिंदुस्तानी का सीना गर्व से चौड़ा होता था डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम ही वो इंसान हैं.
जिन्होंने भारत को कई क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ाया शायद आप में से बहुत सारे लोग डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम के बारे में जानते होंगे लेकिन बहुत सारे लोगों को डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम के पूरे जीवन परिचय और उनके योगदान के बारे में जानकारी नहीं होगी तो इस ब्लॉग में हम आपको डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम की पूरी जीवन परिचय के बारे में बताने वाले हैं.
ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम भी उन महान हस्तियों में से एक हैं जिन्होंने भारत के निर्माण में बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान दिया और डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम ने भारत निर्माण के कई क्षेत्रों में योगदान दिया है उन्होंने अपने जीवन का पूरा समय भारत माता को दिया वे भारत से बहुत प्यार करते थे इसीलिए उनको हमारे देश के लोग भी इतना ज्यादा प्यार करते हैं और डॉ एपीजे अब्दुल कलाम वही इंसान है.
जिन्होंने दुनिया को भारत की शक्ति दिखाइ अब्दुल कलाम एक बहुत बड़े वैज्ञानिक व इंजीनियर थे उन्होंने के रक्षा अनुसंधान व विकास संगठन और भारतीय अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान संगठन जैसे संस्थानों में महत्वपूर्ण कार्य किया.उन्होंने भारत में कई सैन्य मिसाइल बनाने और उनको सफल परीक्षण तक पहुंचाने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया.
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को भारत के मिसाइल मैन के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि अब्दुल कलाम एक बहुत बड़े साइंटिस्ट थे उन्होंने बैलेस्टिक मिसाइल और प्रक्षेपण यान प्रोद्योगिकी के क्षेत्र में भारत को बहुत आगे बढ़ाया अब्दुल कलाम वही इंसान हैं जिनकी बदौलत भारत ने 1974 में पहली बार मूल रूप से परमाणु परीक्षण किया.
उनके योगदान के कारण भारत ने दूसरी बार 1998 में पोखरण परमाणु परीक्षण जिनमें उन्होंने तकनीकी राजनीतिक और निर्णायक कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.अब्दुल कलाम सिर्फ भारत के इंजीनियर व वैज्ञानिक ही नहीं रहे बल्कि वे भारत के राष्ट्रपति भी रहे भारतीय जनता पार्टी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी दोनों के समर्थन के साथ 2002 में उनको राष्ट्रपति पद के लिए भी चुना गया.
उन्होंने अपने 5 साल तक के कार्यकाल में बहुत सारे अलग-अलग क्षेत्रों के ऊपर तेजी से कार्य किया और उनके काम की बदौलत आज भारत तेजी से शिक्षा लेखन और सार्वजनिक सेवाओं के क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है अपने जीवन में डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम ने भारत के लिए कई अलग-अलग क्षेत्रों में काम किया डॉ एपीजे अब्दुल कलाम 1962 में भारतीय अंतर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान के साथ मिलकर काम करना शुरू किया.
जिन में उन्होंने पहली बार स्वदेशी उपग्रह प्रेक्षपास्त्र बनाया उसके बाद उन्होंने 1980 में रोहिणी उपग्रह को पृथ्वी की कक्षा के पास स्थापित किया और फिर 1982 में भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संस्थान के में महानिदेशक बनाया गया और भारत की अग्नि मिसाइल व पृथ्वी मिसाइल को बनाने के पीछे भी एपीजे अब्दुल कलाम का ही हाथ रहा.
इसके अलावा भी डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम ने भारतीय रक्षा मंत्रालय व वैज्ञानिक सलाहकार के रूप में कार्य किया जिनमें उन्होंने भारत को परमाणु शक्ति से संपन्न करने में मदद की वैसे तो डॉ एपीजे अब्दुल कलाम राजनीति से दूर रहना ही पसंद करते थे उनको राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं थी लेकिन डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम भारत कल्याण व भारत निर्माण में अपना योगदान देना चाहते थे.
इसीलिए वे राष्ट्रपति बनना चाहते थे और राष्ट्रपति बनने के बाद डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम ने कई ऐसे निर्णय लिए जिनकी वजह से भारत कई क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ा वैज्ञानिक इंजीनियर और राष्ट्रपति होने के साथ ही डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम एक बहुत अच्छे लेखक भी थे.
उन्होंने तमिल भाषा में कविताएं भी लिखी है और ऐसा कहा जाता है कि उनकी किताबों की मांग दक्षिण कोरिया में सबसे ज्यादा है डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम ने अपने जीवन में कई पुस्तकें भी लिखी जिनका नाम द इण्डिया 2020, ए विज़न फ़ॉर द न्यू मिलेनियम, माई जर्नी, Ignited Minds: Unleashing the power within india है.
डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम भारत को परमाणु शक्ति व अंतरिक्ष में और भी आगे तक ले जाना चाहते थे डॉ एपीजे अब्दुल कलाम हमेशा अपनी सोच ऊंची रखते थे और वे भारत को विज्ञान के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ाने के लिए कार्य करते थे डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को कभी भी खाली बैठना पसंद नहीं था वे हर समय किसी न किसी परियोजना में किसी न किसी काम में लगे रहते हैं
जीवन परिचय
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था उनके पिता का नाम जैनुलाब्दीन मराकायर था डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म एक मध्यमवर्गीय मुस्लिम परिवार में हुआ था उनके परिवार में कुल 5 भाई और पांच बहने थी और वह घर में 3 परिवार के साथ रहते थे उनके पिता एक साधारण इंसान थे.
जो कि मछुआरों को अपनी नाव किराए पर देते थे और यही उनकी आजीविका का साधन था और उनके पिता इतने ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं थे लेकिन वे अब्दुल कलाम को एक बड़ा इंसान बनाना चाहते थे इसीलिए भी हमेशा अब्दुल कलाम को अच्छे संस्कार देते थे और उनके संस्कारों के कारण ही डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम इतने बड़े महान इंसान बने डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने अपने जीवन में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा
क्योंकि उनका परिवार इतना ज्यादा अमीर परिवार नहीं था इसलिए डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम को पढ़ाई करने के लिए खुद से मेहनत करनी पड़ती थी और इसी के कारण एक बार उनको अखबार बेचने का भी काम करना पड़ा जिससे उन्होंने रामेश्वर में प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाई शुरू की डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम ने 1950 में मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी अंतरिक्ष विज्ञान में स्नातक की डिग्री प्राप्त की इसके बाद में उन्होंने आगे की पढ़ाई जारी रखी.
आगे की पढ़ाई के लिए उन्होंने भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संस्थान में दाखिला लिया एपीजे अब्दुल कलाम एक बहुत ही होनार बच्चे थे वह हमेशा साइंस में ज्यादा दिलचस्पी दिखाते थे डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने भारत में कई मिसाइल व कई परमाणु योजनाओं को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया इसीलिए डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को भारत रत्न जैसे कई दूसरे पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया.
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम भारत के 11 राष्ट्रपति थे एपीजे अब्दुल कलाम के भाषण देने का भी तरीका बहुत दिलचस्प था और उनका भाषण लोगों को बहुत पसंद आता था और उनकी मृत्यु भी भाषण देते समय ही हुई थी दरअसल 27 जुलाई 2015 को डॉ एपीजे अब्दुल कलाम भाषण दे रहे थे उसी समय को दिल का दौरा पड़ा.
दिल के दौरे के कारण उनकी मृत्यु हो गई एपीजे अब्दुल कलाम को 30 जुलाई 2015 को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई उनकी अंतिम विदाई में देश के बड़े-बड़े नेता व बहुत सारे लोगों ने भाग लिया ऐसे महान इंसान दुनिया में हजारों वर्षों में एक बार जन्म लेते हैं और ऐसे ही इंसान डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम थी उनको भारत हमेशा याद रखेगा.
उनके द्वारा दिए गए योगदान को हम शायद कभी नहीं भूल पाएंगे ऐसे महान इंसान को हमारी तरफ से शत-शत नमन है
हम उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा बताई गई डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम के जीवन परिचय के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है और आप ऐसी ही और जानकारियां पाना चाहते हैं तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें.