नाग पंचमी का त्यौहार कब कैसे और क्यों मनाया जाता है
भारत एक बहुत बड़ा विशाल देश है और भारत एक बहुत ही प्राचीन देश भी है भारत में बहुत सारी अलग-अलग प्रकार की रीति रिवाज है क्योंकि भारत में अनेक धर्म के लोग रहते हैं भारत के लगभग हर एक हिस्से में आपको अलग अलग संस्कृति व रीति रिवाज देखने को मिल जाएंगी और भारत में सबसे ज्यादा देवी देवताओं की पूजा अर्चना की जाती है क्योंकि भारतीय लोग भगवान के ऊपर बहुत ज्यादा विश्वास करते हैं.
आप सभी को भी पता होगा कि हमारे देश में बहुत ही प्राचीन मंदिर भी है जिनमें अलग-अलग देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना होती है और हर साल उन मंदिरों में बहुत ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है और दूर-दूर से लोग इन मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए जाते हैं लेकिन भारतीय लोगों की आस्था किसी भी चीज के साथ आसानी से जुड़ जाती है क्योंकि भारतीय लोग बहुत ही नरम दिल के इंसान होते हैं.
भारतीय लोग किसी भी चीज की पूजा अर्चना करने लगते हैं बहुत सारी जगह पर ऐसी ऐसी चीजों की पूजा अर्चना की जाती है जिनके ऊपर विश्वास करना थोड़ा कठिन होता है क्योंकि भारत में बहुत सारी जगहों पर पेड़, नदी, नाले, झरने, टापू, फसल, जानवर जैसी चीजों की पूजा देखने को मिलेगी इसी तरह से भारत में नाग पंचमी का त्यौहार भी मनाया जाता है और इस दिन सभी लोग नागों की पूजा करते हैं.
शायद दुनिया में दूसरा ऐसा कोई भी देश नहीं होगा जहां पर पशु पक्षियों और जानवरों की पूजा की जाती है तो आज किस ब्लॉग में हम नाग पंचमी त्योहार के बारे में बातें करने वाले हैं इस ब्लॉग में हम आपको नाग पंचमी का त्यौहार कब और क्यों मनाया जाता है इसके बारे में विस्तार से बताएंगे.
नाग पंचमी
नाग पंचमी का त्यौहार भी एक ऐसा ही त्यौहार है जो कि भारत में बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है जिस तरह से हम हमारे देश में दूसरे त्योहारों को मनाते हैं उस तरह से भारत के कुछ राज्यों में इस त्यौहार को बहुत ही दिलचस्पी के साथ मनाया जाता है क्योंकि नाग पंचमी के त्योहार के मौके पर नागराजा की पूजा अर्चना होती है और सभी लोग इस दिन नाग देवताओं के मंदिरों में जाकर नाग देवता के दर्शन करते हैं.
नाग पंचमी का त्यौहार एक नागो यानी सांपों का त्योहार माना जाता है यह त्योहार भारत नेपाल भूटान जैसे देशों में बहुत ही प्रसिद्ध माना जाता है ज्यादातर इस त्यौहार को हिंदू धर्म के लोग ही मनाते हैं इस त्यौहार को मनाने के पीछे कई अलग-अलग पौराणिक कथाएं व कहानियां भी जुड़ी हुई है इस त्योहार को मनाते समय सभी लोग अपने अपने घर की सुरक्षा के लिए नाग देवता के सामने अरदास करते हैं.
इस त्यौहार को भैया पंचमी के नाम से भी जाना जाता है.क्योंकि इस त्यौहार के साथ भाई बहन की भी एक अनोखी कहानी जुड़ी हुई है नाग पंचमी त्योहार का महत्व कई जगहों पर बहुत ज्यादा है और इसीलिए नाग पंचमी के त्योहार से कुछ दिन पहले ही इस त्यौहार को मनाने के लिए कुछ तैयारियां भी शुरू हो जाती है यह त्यौहार भारत के कई राज्यों में तो बहुत ज्यादा मनाया जाता है.
सभी जगह पर इस त्यौहार को अलग-अलग रीति-रिवाज और संस्कृति के साथ मनाया जाता है क्योंकि यह एक बहुत ही प्राचीन समय से मनाया जाने वाला त्यौहार है इसलिए इस त्यौहार के पीछे कई अलग-अलग कहानियां जुड़ी हुई है लेकिन मुख्य रूप से इस त्यौहार के मौके पर सभी लोग नाग देवता की पूजा करते हैं और मंदिरों में जाकर नाग देवता के दर्शन करते हैं.
नाग पंचमी का त्यौहार कैसे मनाया जाता है
वैसे तो इस त्यौहार को कई जगहों पर मनाया जाता है लेकिन इस त्यौहार का ज्यादा उत्साह उत्तर प्रदेश राज्य में देखने को मिलता है उत्तर प्रदेश राज्य में इस त्यौहार के आने से कई दिन पहले ही इसकी तैयारियां शुरू कर दी जाती है और इस त्योहार के मौके पर नाग देवता की एक प्रतिमा भी मनाई जाती है जिसकी नाग पंचमी के दिन पूजा-अर्चना होती है प्राचीन रीति-रिवाजों के अनुसार इस दिन सभी लोग सांपों को दूध पिलाते हैं.
बहुत सारी जगह पर नाग देवताओं के मंदिरों में मेले भी लगते हैं और इसके साथ ही नाग देवता को खुश करने के लिए अलग-अलग प्रकार के कार्य किए जाते हैं और कई जगहों पर नाग पंचमी के दिन शादीशुदा लड़कियों को अपने पिता के घर बुलाया जाता है और सभी लोग इस दिन दान भी करते हैं.कई जगहों पर फसल, बैल, गाय, भैंस आदि की पूजा-अर्चना भी होती है और बहुत सारे लोग नाग पंचमी के दिन व्रत भी रखते हैं.
जिसमें सभी लोग अपने अपने परिवार और घर को सांपों से सुरक्षित रखने के लिए दुआएं करते हैं अगर कोई इंसान नाग पंचमी के दिन नाग़ के दर्शन कर लेता है तो यह बहुत ही शुभ माना जाता है और नाग पंचमी के दिन पूजा अर्चना का एक शुभ मुहूर्त भी निकाला जाता है और उसी शुभ मुहूर्त के ऊपर मंदिरों में पूजा-अर्चना होती है नाग पंचमी के त्यौहार के मौके पर हर साल काशी वाराणसी जैसी जगहों पर बहुत बड़े-बड़े मेले लगते हैं.
इन जगहों पर नाग पंचमी के त्यौहार का बहुत ज्यादा जोर शोर देखा जाता है लेकिन नाग पंचमी के त्यौहार के मौके पर नाग पंचमी नाग देवता की पूजा अर्चना करने की विधियां होती है.कुछ प्राचीन सभ्यताओं के अनुसार नाग पंचमी के दिन धरती की खुदाई बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए क्योंकि नाग पंचमी के त्यौहार के मौके पर ऐसा करना बहुत ही शुभ माना जाता है नाग धरती के रखवाले होते हैं.
वे किसानों की फसलों को चूहों आदि से भी बचाते हैं और नाग हमेशा धरती में ही रहते हैं इसलिए नाग पंचमी के मौके पर धरती की खुदाई करना शुभ माना जाता है.
नाग पंचमी का त्यौहार मनाने की विधि
नाग पंचमी त्योहार को मनाने की गई आग लगे मान्यताएं या नियम भी है और उसी के अनुसार नाग पंचमी के त्यौहार की पूजा नाग पंचमी के त्यौहार के मौके पर पूजा अर्चना की होती है नाग पंचमी के त्यौहार के मौके पर सबसे पहले शुभ महूर्त निकाला जाता है फिर नाग देवता की पूजा होती है इस दिन सबसे पहले सभी लोग सूर्योदय होने से पहले उठकर स्नान करते हैं.
साफ-सुथरे कपड़े पहनते हैं फिर सभी लोग अपने अपने घरों में अलग-अलग प्रकार के पकवान बनाते हैं और उनका भोग लगाया जाता है इसके बाद में सांपों की छोटे-छोटे प्रतिमाएं मनाई जाती है और उनकी पूजा होती है कई जगह पर लोग कागज के सांप भी बनाते हैं इसके अलावा मनाने के लिए कई मान्यताएं भी है
नाग पंचमी का त्यौहार कब मनाया जाता है
नाग पंचमी का त्यौहार एक हिंदू धर्म का त्यौहार है इसीलिए इस त्योहार को भारतीय कैलेंडर के अनुसार ही मनाया जाता है इस त्यौहार को हर साल सावन माह की कृष्ण पक्ष की पंचमी के दिन मनाया जाता है और यह हर साल जुलाई के लास्ट या अगस्त के शुरुआत में आता है.
यह त्यौहार कृष्ण जन्माष्टमी से लगभग 3 दिन पहले चौथ व्रत के अगले दिन मनाया जाता है और इस त्यौहार को अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग रीति-रिवाजों के साथ मनाया जाता है
नाग पंचमी के त्यौहार का महत्व
नाग पंचमी का त्यौहार वैसे तो हमारे देश की बहुत सारी हिस्सों में मनाया जाता है लेकिन इस त्यौहार को पूरे भारत में नहीं बनाया जाता लेकिन जिस जगह पर इस त्यौहार को मनाया जाता है उन लोगों के लिए नाग पंचमी के त्यौहार का एक अलग ही महत्व है क्योंकि सभी लोगों की इस त्यौहार के साथ अलग-अलग आस्था जुड़ी हुई होती हैं.
इस त्यौहार को ज्यादातर हिंदू धर्म के लोग मनाते हैं वह इस त्यौहार को ज्यादातर गांवों और कस्बों में ज्यादा हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है और इस दिन सभी लोग अपने-अपने परिवारों को सांपों से बचाने के लिए दुआएं करते हैं.
F&Q
Q : नाग पंचमी किस मास में मनाई जाती है ?
Ans : सावन माह की कृष्ण पक्ष की पंचमी के दिन
Q : नाग पंचमी का मेला कब और कहां लगता है ?
Ans : नाग पंचमी का मेला वाराणसी के छोटे से राज्य में लगता है
Q : बिहार में नाग पंचमी का मेला कब है ?
Ans : 13 अगस्त 2021
Q : क्या नाग पंचमी के दिन सांपों को दूध पिलाया जाता है ?
Ans : नहीं, दूध से स्नान कराया जाता है
हम उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा बताई गई नाग पंचमी के त्यौहार के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है और आप ऐसी ही और जानकारियां पाना चाहते हैं तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें.नाग पंचमी कब आती है नाग पंचमी क्यों मनाया जाता है नाग पंचमी 2022 नाग पंचमी का महत्व नाग पंचमी कब है 2021 नाग पंचमी का मेला कहां लगता है जुलाई में नाग पंचमी कब है बिहार में नाग पंचमी कब है.