नेफ्रोलॉजी क्या होता हैं. नेफ्रोलॉजिस्ट कैसे बने
इस तेजी से बदलती हुई दुनिया में हमें बहुत सारी अलग-अलग प्रकार की बीमारियों का भी सामना करना पड़ रहा हैं. पहले के समय में इतनी ज्यादा खतरनाक बीमारियां नहीं होती थी लेकिन आज के समय में हमारे खानपान के बदलने के कारण बहुत सारी ऐसी खतरनाक बीमारियां उत्पन्न होने लगी हैं.
जिन का इलाज करवाना बहुत कठिन हो गया हैं. इसलिए आजकल हर एक बीमारी के स्पेशलिस्ट होते हैं.जब भी हमें कोई खतरनाक बीमारी होती हैं. तब हमें उन बीमारियों से संबंधित स्पेशलिस्ट डॉक्टर के पास ही जाना पड़ता हैं.
तो आज के इस ब्लॉग में भी हम आपको ऐसे ही स्पेशलिस्ट के बारे में बताने वाले हैं. इस ब्लॉग में हम आपको नेफ्रोलॉजी के बारे में बताएंगे नेफ्रोलॉजी क्या होता हैं. नेफ्रोलॉजी कैसे बनए और नेफ्रोलॉजी का काम क्या-क्या होता है.
नेफ्रोलॉजी क्या होता है
आप सभी को पता होगा कि हमारे शरीर में कई ऐसे महत्वपूर्ण अंग होते हैं. जिनका इलाज करवाना बहुत जरूरी होता हैं. क्योंकि यह हमारे पूरे शरीर को नियंत्रण में रखने का काम करते हैं. इसी तरह से गुर्दा भी हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग माना जाता हैं. जब भी हमारे गुर्दे में किसी प्रकार की परेशानी आती हैं. तब हमें नेफ्रोलॉजी के पास जाना पड़ता हैं. नेफ्रोलॉजी एक ऐसे स्पेशलिस्ट डॉक्टर होते हैं.
जिनको गुर्दे से संबंधित पूरी जानकारी होती हैं. और नेफ्रोलॉजिस्ट विशेषज्ञ हमारे गुर्दे में होने वाली अलग-अलग परेशानियों को हल करने का काम करते हैं. नेफ्रोलॉजी अपने कोर्स के दौरान गुर्दे में होने वाली सभी अलग-अलग बीमारियों का अध्ययन करते हैं. और इन बीमारियों से छुटकारा दिलाने में काम आने वाली चीजों का भी अध्ययन करते हैं. इसलिए जब भी हमारे शरीर में कोई गुर्दे से संबंधित परेशानी होती हैं.
तब हमें तुरंत के पास जाना चाहिए नेफ्रोलॉजिस्ट हमारे शरीर में उत्पन्न होने वाली गुर्दे की अलग-अलग बीमारियों को जांचने के लिए कई अलग-अलग चीजों का सहारा लेते हैं. जिनमें कई शामिल होते हैं. और नेफ्रोलॉजिस्ट इस टेस्ट के रिजल्ट के हिसाब से हमारी बीमारी का पता लगाया जाता हैं. और फिर मरीज को उपचार देते हैं. जिससे गुर्दे की बीमारी को छुटकारा दिलाने में मदद मिलती है.
नेफ्रोलॉजिस्ट कैसे बने
बहुत सारे छात्रों का सपना बचपन से ही डॉक्टर बनने का होता हैं. लेकिन डॉक्टरी फील्ड एक ऐसा फील्ड हैं. जिसमें आपको कई अलग-अलग स्पेसलिस्ट कोर्स करने पड़ते हैं. अगर आप भी डॉक्टर बनना चाहते हैं. तो आप नेफ्रोलॉजिस्ट बन सकते हैं. नेफ्रोलॉजिस्ट बनने के लिए आपको सबसे पहले साइंस विषय के साथ 12वीं क्लास पास करनी पड़ती हैं. उसके बाद में आपको एमबीबीएस कोर्स में दाखिला लेना पड़ता हैं.
लेकिन इस कोर्स में दाखिला लेने से पहले आपको एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता हैं. अगर आप एंट्रेंस एग्जाम को पास कर लेते हैं. तो उसके बाद में आपको इस कोर्स में दाखिला मिल जाता हैं. और अगर आप 12वीं क्लास में मेरिट प्राप्त करते हैं. तो आपका मेरिट बेस के आधार पर भी दाखिला हो सकता हैं.
एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त करने के बाद में आपको नेफ्रोलॉजिस्ट बनने के लिए 2 से 3 साल का रेजिडेंस प्रोग्राम DM या फिर DNB करना पड़ता हैं. इसके बाद में आपको नेफ्रोलॉजिस्ट प्रमाण परीक्षा भी पास करनी पड़ती हैं. लेकिन इन सभी कोर्स को करना इतना आसान नहीं होता इन सभी कोर्स को करने के लिए आपको काफी लंबा समय लगाना पड़ता हैं. और काफी मेहनत करनी पड़ती हैं.
लेकिन अगर आप एक बार इन कोर्स को पूरा कर लेते हैं. तो उसके बाद में आप इस फील्ड में स्पेसलिस्ट बन जाते हैं. और फिर आपको अलग-अलग हॉस्पिटल में नेफ्रोलॉजिस्ट के पद पर जॉब मिल जाती है.
नेफ्रोलॉजिस्ट क्या करते हैं
नेफ्रोलॉजिस्ट बनने के बाद में आपको अपनी फील्ड से जुड़ी हुई कई अलग-अलग बीमारियों की जांच इलाज वह बीमारी की रोकथाम के कार्य करने पड़ते हैं. हमारे गुर्दे में मुख्य रूप से कई ऐसी बीमारियां उत्पन्न होती हैं. जो कि मरीज के लिए काफी खतरनाक होती हैं. जिनमें जैसी बीमारियां शामिल हैं.
पेशाब में प्रोटीन, दीर्घकालीन किडनी विफलता , किडनी में संक्रमण, मूत्रपथ संक्रमण , ग्लोमेरुलिफ्रिटीस जैसी बीमारी के कारण किडनी में आई सूजन, पोलिसिस्टिक, किडनी रोग, किडनी की धमनी स्टेनोसिस, नेफ्रोटिक सिंड्रोम, अंतिम चरण किडनी रोग, अल्पकालीन किडनी की विफलता, उच्च रक्त-चाप, एक किडनी वाले लोगों का इलाज, इलेक्ट्रोलाइट, द्रव और एसिड-बेस पदार्थों में असंतुलन या गड़बड़ी आदि.
न्यूरोलॉजिस्ट बनने के लिए जरूरी स्किल्स
अगर आप नेफ्रोलॉजिस्ट बनना चाहते हैं. तो इस फील्ड में आपके लिए डिग्री प्राप्त करना ही काफी नहीं होता बल्कि किसी भी डॉक्टरी फील्ड में जाने के लिए आपके अंदर कुछ जरूरी स्किल भी होना आवश्यक हैं. जो कि आपको अपनी फील्ड में काम के दौरान मदद करती हैं. जैसे
- आपके अंदर धैर्य व सहनशीलता का होना जरूरी है
- आपको अपने मरीज को हैंडल करने की क्षमता होनी चाहिए
- आपके अंदर कन्वेंशनल स्किल का होना जरूरी है
- आपके अंदर कम्युनिकेशन स्किल होनी भी जरूरी है
- आपको अपनी फील्ड में काम आने वाले सभी एक्यूमेंट की जानकारी होनी चाहिए
- आपके अंदर हर एक परेशानी को हल करने की क्षमता होनी चाहिए
- आपके अंदर अपनी फील्ड से जुड़ी हुई सभी बीमारियों की सही जानकारी होनी चाहिए
- आपको अलग-अलग प्रकार की मेडिसिन के बारे में भी जानकारी होना आवश्यक है
- आपको आप के बात करने व बोलने चलने का ढंग अच्छा होना चाहिए
- आपके अंदर अपने काम से संबंधित दिलचस्पी होना जरूरी है
नेफ्रोलॉजिस्ट के लिए जॉब के अवसर
डॉक्टरी में शायद ही कोई ऐसा फील्ड होगी जिसमें डिग्री प्राप्त करने के बाद में आपको जॉब नहीं मिलती क्योंकि यह एक ऐसा फील्ड हैं. जिसमें आपको लगातार जॉब के अवसर मिलते रहते हैं. और डॉक्टर फील्ड में दिन-प्रतिदिन जॉब के अवसर बढ़ते जा रहे हैं. नेफ्रोलॉजिस्ट में स्पेशलिस्ट की डिग्री प्राप्त करने के बाद में आप किसी भी बड़े हॉस्पिटल में नेफ्रोलॉजिस्ट का काम कर सकते हैं.
जहां पर आपको गुर्दे से संबंधित आने वाले हर मरीज का अच्छे से उपचार करना पड़ता हैं. इसके अलावा भी आपके पास कई ऐसे और फील्ड होते हैं. जहां पर आप जॉब कर सकते हैं. जिनमें किसी भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर किसी भी मेडिसिन मैन्युफैक्चरिंग कंपनी और हेल्थ केयर डिपार्टमेंट आदि के ऑप्शन होते हैं.
नेफ्रोलॉजिस्ट की सैलरी
यह तो आप सभी जानते होंगे कि आज के समय में डॉक्टरी लाइन में किसी भी फील्ड में जॉब करने पर आपको सैलरी पैकेज अच्छा ही मिलता हैं. इसी तरह से अगर आप किसी फील्ड में स्पेसलिस्ट बन जाते हैं. तो आपको और भी ज्यादा अच्छा सैलरी पैकेज मिलता हैं.
नेफ्रोलॉजिस्ट बनने के बाद में भी आप किसी भी बड़े हॉस्पिटल में काम करते हैं. तो आपको ₹50000 से ₹100000 तक मासिक सैलरी मिल जाती हैं. इसके अलावा भी अगर आप विदेशों में जॉब करते हैं. तो आपको ₹300000 से ₹500000 तक मासिक सैलरी का पैकेज मिल जाता है.
हम उम्मीद करते हैं. कि हमारे द्वारा बताई गई नेफ्रोलॉजिस्ट के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई हैं. और आप ऐसी ही और जानकारियां पाना चाहते हैं. तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें.