पीलिया रोग के लक्षण उपचार व बचाओ
मनुष्य के शरीर में रक्त संचार का बने रहना बहुत ही जरूरी होता है और शरीर में खून के स्तर का भी सामान्य रहना जरूरी होता है क्योंकि ज्यादातर बीमारियों का कारण खून के सत्र का कम या ज्यादा होना होता है और जब किसी इंसान के खून के सत्र में कमी महसूस होती है तब उसको अनेक बीमारियों का सामना करना पड़ता है इसी तरह से एक बीमारी का पीलिया नाम भी है जो कि मनुष्य के शरीर में खून की कमी के कारण होता है तो आज के इस ब्लॉग में हम पीलिया बीमारी के बारे में ही बात करने जा रहे हैं इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे की पीलिया किस वजह से होता है इसके क्या क्या कारण होते हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है
पीलिया क्या है
सबसे पहले हम बात करते हैं कि पीलिया क्या होता है पीलिया एक ऐसी बीमारी है जो कि किसी भी इंसान को आसानी से हो सकती है और यह एक खतरनाक बीमारी है क्योंकि इस बीमारी में इंसान की जल्दी जान भी जा सकती है और यह एक ऐसी बीमारी है जो कि मनुष्य के जिगर में खराबी होने के कारण उत्पन्न होती है शरीर में क्योंकि जब हमारे जिगर में खराब हो जाती है तब जिगर का पित्त आंतों में न पहुंचकर सीधा खून मे मिलने लगता है जिससे हमारे शरीर में पीलापन उत्पन्न होता है क्योंकि जब हमारे शरीर के रक्त में जब बिलिरुबिन की मात्रा 0.8 मिलीग्राम प्रति 100C मिली लीटर से अधिक हो जाती है तब हमारी नाखून, आंखें व पेशाब में पीलापन दिखाई देने लगता है और इसीलिए इसको पीलिया रोग के नाम से जाना जाता है
पीलिया रोग के कारण
जब भी किसी इंसान को पीलिया रोग की समस्या उत्पन्न होती है तब इसके कई कारण होते हैं जैसे रक्त स्त्राव से ज्यादा खून निकल जाना, मलेरिया होना, अलग-अलग जीवाणु व विषाणु का संक्रमण होना, दूषित पानी पीना, संक्रमित भोजन का सेवन करना, अधिक शराब, बीड़ी, सिगरेट का सेवन करना, पाचन क्रिया में दिक्क्त होना, पोष्टिक भोजन का अभाव, ज्यादा मसालेदार भोजन का सेवन करना, ज्यादा हस्तमैथुन करना,संक्रमित व्यक्ति को लगाई गई सुई व बलेड का इस्तेमाल करना,ज्यादा चटपटी चीजों का सेवन करना, ज्यादा तली भुनी हुई चीजों का सेवन करना, ज्यादा खटाई युक्त चीजों का सेवन करना यह कुछ ऐसे लक्षण है इनसे किसी भी इंसान को आसानी से पीलिया रोग उत्पन्न हो सकता है
पीलिया रोग के लक्षण
पीलिया रोग एक ऐसी बीमारी है जो कि किसी भी इंसान को होने पर बहुत सारे लक्षण दिखाई देते हैं और इसके कुछ मुख्य लक्षण भी होते हैं जैसे शरीर में कमजोरी, थकान व आलस महसूस होना, लंबे समय तक बुखार बने रहना,भूख ना लगना,नींद ना आना, पेट दर्द होना,आंख और नाखून में पीलापन दिखाई देना, मल पीला आना, कलेजा दर्द करना इसके अलावा भी ऐसे बहुत सारे लक्षण है जो पीलिया रोग उत्पन्न होने पर दिखाई देते है
क्या खाना चाहिए
पीलिया रोग एक ऐसी बीमारी है जिसमें रोगी को सबसे ज्यादा जरूरी खाने पीने की चीजों के ऊपर ध्यान देना होता है क्योंकि अगर रोगी खाने पीने की चीजों पर ध्यान नहीं देता तो उसको बहुत तेजी से यह बीमारी अपनी चपेट में लेती है और इससे तुरंत की मौत भी हो सकती है इसलिए उसको खाने पीने की चीजों पर ध्यान देना जरूरी है
- रोगी को साबूदाने की खीर, मूली के पत्तों का रस, कच्चे नारियल,अरारोट, बार्ली, मूंग, मसूर, अरहर की पतली दाल, नारियल का पानी देनी चाहिए
- रोगी को मलाई निकला हुआ दूध, ताजा लस्सी और गन्ने का रस देना चाहिए
- रोगी को हरी सब्जियों में कच्ची मूली, लौकी, करेला, प्याज, पुदीना, फूल गोभी, पालक, धनिया, मेथी, परवल, गाजर, लहसुन देने चाहिए
- फलों में आंवला, चीकू, अंगूर, मीठा, अनार, मौसमी,खजूर, सेब, टमाटर, संतरा, नीबू का सेवन करें
- रोगी को हमेशा उबला व कैलोरी के साफ पानी पीना चाहिए
- रोगी को हल्का व सुपाच्य भोजन खाना चाहिए जैसे चावल, दलिया, खिचड़ी, बाजरे, जौ, गेहूं की चोकर युक्त रोटी
- रोगी को बुखार होने पर मीठे फूलों के रस में ग्लूकोज मिलाकर पिलाना चाहिए
- रोगी को हर रोज सुबह सुबह गुनगुने पानी में एक नींबू निचोड़ कर पिलाना चाहिए
क्या क्या नहीं खाना चाहिए
- रोगी को ज्यादा मिर्च मसालेदार में खटाई युक्त भोज्य पदार्थ नहीं देनी चाहिए
- रोगी को ज्यादा कठोर व तला हुआ भोजन नहीं देना चाहिए
- रोगी को तेल, घी, दूध से बनी हुई मिठाई, बेसन और मैदे की बनी हुई चीजों से परहेज करना चाहिए
- रोगी को बीड़ी, तंबाकू, शराब का सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए
- रोगी को बासी भोजन और अशुद्ध पानी नहीं पिना चाहिए
- रोगी को कचालू, अरवी, राई, हींग, गुड़, चना, उड़द की दाल, चीनी से बने पदार्थो का सेवन नहीं करना चाहिए
क्या-क्या करना चाहिए
- रोगी को साफ-सुथरे कमरे में रहना चाहिए
- रोगी को पीलिया से छुटकारा मिलने के बाद आराम करना चाहिए
- रोगी के नाखून समय-समय पर काटते रहना चाहिए
- कपड़े उबले हुए पानी में साफ करने चाहिए
- रोगी को अपनी स्वच्छता का ध्यान खुद रखना चाहिए
- रोगी को साफ बर्तन में खाना खाना चाहिए वह भोजन को ढक कर रखना चाहिए
- रोगी को अपने जिगर से जुड़े हुए व्यायाम करने करना चाहिए
क्या क्या नहीं करना चाहिए
- रोगी को बाजार से लाए हुए फल व सब्जियां सीधे उठाकर नहीं खाने चाहिए
- रोगी को अपनी निजी वस्तुओं व कपड़े आदि किसी और को नहीं देना चाहिए
- रोगी को झाड़-फूक पर विश्वास नहीं करना चाहिए वह तुरंत डॉक्टर के पास जाना है
- रोगी को कब्ज की शिकायत पैदा नहीं होने देनी चाहिए
- रोगी को स्त्री-प्रसंग करने से बचना चाहिए
लेकिन फिर भी अगर किसी इंसान को पीलिया रोग हो जाता है तब उसको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए और अपना इलाज करवाना चाहिए क्योंकि पीलिया एक खतरनाक और जानलेवा बीमारी है इससे तुरंत मौत भी हो सकती है. आप कुछ आयुर्वेदिक चीजों का भी इस्तेमाल करके इस समस्या से पीछा छुड़वा सकते हैं. आप डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही आयुर्वेदिक चीजों का इस्तेमाल करें.
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