- फंगल इन्फेक्शन क्या होता हैं. फंगल इंफेक्शन के कारण, लक्षण और इसकी होम्योपैथिक दवा fungal infection homeopathic medicine in hindi,homeopathic medicine for ringworm,
आजकल के समय में हमें अलग-अलग प्रकार के फंगल इनफेक्शन देखने को मिल रहे हैं. फंगल इंफेक्शन हमारे शरीर के किसी भी हिस्से पर हो सकते हैं. क्योंकि यह कई अलग-अलग तरह के होते हैं. और अगर किसी इंसान के शरीर पर फंगल इंफेक्शन हो जाता हैं.
तो यह उसके लिए खतरनाक साबित हो सकता हैं. इसलिए इस समस्या के शुरुआती दिनों में ही आपको इससे छुटकारा पाना चाहिए तो आज इस ब्लॉग में हम आपको फंगल इन्फेक्शन क्या होता हैं. फंगल इंफेक्शन के कारण लक्षण और इसकी होम्योपैथिक दवा के बारे में बताने वाले हैं
फंगल इन्फेक्शन क्या होता है
वैसे तो सभी लोगों को बारिश का मौसम पसंद होता हैं. लेकिन जब भी अधिक मात्रा में बारिश होती हैं. तब यह हमारे लिए अलग-अलग बीमारियों का कारण भी बनने लगती हैं. और इसी वजह से बारिश के मौसम में हमें ज्यादातर फंगल इंफेक्शन और संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया का सामना करना पड़ता हैं.
लोगों को अलग-अलग प्रकार की संक्रामक व फंगल इन्फेक्शन वाली बीमारियां भी होती हैं. क्योंकि नमी की वजह से फंगल फैलाने वाले बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं. जिसके कारण हमें कई प्रकार के अलग-अलग रोगों का भी सामना करना पड़ता हैं.
इस बारिश के मौसम में बहुत सारे लोगों को दाद, खाज, खुजली त्वचा पर दाने बनना जैसी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं. यह सभी समस्याएं फंगल इनफेक्शन के कारण होती हैं. इसलिए जब भी बारिश का मौसम आता है.
तब हमें इन फंगल बीमारियों से बचना चाहिए फंगल इंफेक्शन किसी भी छोटे बच्चे पुरूष या महिला में उत्पन्न हो सकता हैं. ज्यादातर ये बीमारियां त्वचा, नाखून और महिलाओं के जननांग के ऊपर होती हैं. काफी सारे लोगों में फंगल इन्फेक्शन के कारण फेफड़ों, आंखों, नाक, कान जैसे अंगों में भी बीमारियां होती हैं.
फंगल इंफेक्शन से छुटकारा दिलाने के लिए हमें डॉक्टर एंटीफंगल दवाई देते हैं. लेकिन बहुत सारे लोगों को यह समस्या एक बार ठीक हो जाती हैं. लेकिन फिर से नमी का मौसम आने पर यह बीमारियां उत्पन्न हो जाती हैं. ऐसी स्थिति में आप इन सभी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए होम्योपैथिक दवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं. जो कि आपकी इन सभी समस्याओं को जड़ से खत्म करने का काम करती है.
फंगल इंफेक्शन के कारण
वैसे तो फंगल इन्फेक्शन का कारण टीनिया नामक वायरस होता हैं. जोकि हमारी त्वचा के ऊपर अलग-अलग जगह पर अलग-अलग समस्याएं उत्पन्न करता हैं. लेकिन इस वायरल बैक्टीरिया के पनपने के कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं. जैसे
- रोगी के आसपास साफ-सफाई में रहना
- बारिश के मौसम में ज्यादा भीड़भाड़ वाले इलाके में जाना
- रोगी का किसी वायरल फंगल इंफेक्शन से ग्रस्त मरीज के संपर्क में आना
- रोगी का अपनी त्वचा की साफ-सफाई न रखना
- बारिश के मौसम में गंदे पानी से स्नान करना
- रोगी की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होना
- रोगी का दूषित वातावरण में रहना
- रोगी के घर के आसपास पानी का इकट्ठा होना
- रोगी का किसी इन्फेक्शन फंगल इंफेक्शन से ग्रस्त व्यक्ति के कपड़े बिस्तर आदि का इस्तेमाल करना
इसके अलावा भी काफी सारे ऐसे और कारण होते हैं. जो कि फंगल इन्फेक्शन को फैलाने का काम करते हैं
फंगल इन्फेक्शन के लक्षण
अगर फंगल इन्फेक्शन के लक्षणों के बारे में बात की जाए तो जब भी किसी रोगी को यह समस्या उत्पन्न होती हैं. तब रोगी में काफी सारे अलग-अलग लक्षण दिखाई देते हैं. लेकिन इस समस्या के ज्यादातर लक्षण रोगी की त्वचा के ऊपर ही दिखाई देते हैं. जैसे
- रोगी की त्वचा के ऊपर तेज जलन होना
- रोगी की त्वचा के ऊपर लाल रंग के धब्बे बनाना
- रोगी की त्वचा के ऊपर लाल रंग के गोल चकत्ते बनना
- रोगी की त्वचा के ऊपर तेज खुजली आना
- रोगी की त्वचा से चिपचिपा पानी निकलना
- रोगी के गले में कफ जमा होना
- रोगी को बेचैनी बच्चे चिड़ा पन महसूस होना
- धीरे-धीरे रोगी की पूरी त्वचा के ऊपर दाने निकलना
- रोगी को सिर दर्द रहना
- रोगी का मानसिक तनाव में रहना
- रोगी की त्वचा के ऊपर दाद बनना
इनके अलावा भी कई बार फंगल इन्फेक्शन के कारण रोगी की आंख कान और फेफड़ों जैसी जगहों पर भी अलग-अलग समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं. जिनके आपको अलग-अलग लक्षण दिखाई देते हैं
फंगल इन्फेक्शन की होम्योपैथिक दवा
अगर आपको फंगल इन्फेक्शन की समस्या बार-बार उत्पन्न हो रही हैं. तब आप इस समस्या से जड़ से छुटकारा पाने के लिए होम्योपैथिक दवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं. बहुत सारी ऐसी होम्योपैथिक दवाएं आती हैं. जो कि आपको फंगल इन्फेक्शन की समस्या से छुटकारा दिलाने में मदद करती हैं. जैसे
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SBL पेट्रोलियम (SBL Petroleum)
कई बार हमारी त्वचा के ऊपर तेज खुजली जलन और चिपचिपा पदार्थ निकलने लगता हैं. ऐसी स्थिति में आप होम्योपैथिक दवा SBL पेट्रोलियम (SBL Petroleum) का इस्तेमाल कर सकते हैं. यह आपकी त्वचा के ऊपर होने वाली कई अलग-अलग प्रकार की फंगल इनफेक्शन समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद करती है
2. क्रासोबियम (crassobium)
कई लोगों को फंगल इन्फेक्शन की समस्या इतनी तेजी से फैलती हैं. कि उनको तेज जलन खुजली जैसी समस्याएं होती हैं. और यह ज्यादातर समस्याएं महिलाओं के जननांग को प्रभावित करती हैं. ऐसी स्थिति में आप होम्योपैथिक दवा क्रासोबियम (crassobium) का इस्तेमाल कर सकते हैं. यह दवा आप को तुरंत राहत दिलाने में मदद करती है
3. ग्रेफाइट्स( GRAPHITES)
कई बार फंगल इंफेक्शन के कारण आपकी त्वचा से खुजली करने पर चिपचिपा पदार्थ निकलने लगता हैं. या आपकी उंगलियों के नाखून काले होने लगते हैं. ऐसी स्थिति से छुटकारा पाने के लिए आप ग्रेफाइट्स( GRAPHITES) का इस्तेमाल कर सकते हैं. यह आपको काफी सारी फंगल इन्फेक्शन की समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद करती है
4. रस-टोक्स(RHUS-TOX)
कई बार आपकी त्वचा के ऊपर तेज जलन, त्वचा पर रूखापन और त्वचा के ऊपर छाले बनने लगते हैं. जिससे आपको काफी सारी परेशानी होती हैं. ऐसी स्थिति से छुटकारा पाने के लिए आप रस-टोक्स(RHUS-TOX) का इस्तेमाल कर सकते हैं. यह आपको इन सभी समस्याओं से तुरंत राहत दिलाती है
5. बेसिलिनम (BACILLINUM 200)
कई बार फंगल इन्फेक्शन आपके फेफड़ों में उत्पन्न हो जाता हैं. जिसके कारण आपको सांस लेने में परेशानी, बार बार खांसी जुखाम जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं. ऐसी स्थिति में आप होम्योपैथिक दवा बेसिलिनम (BACILLINUM 200) का इस्तेमाल कर सकते हैं. यह आपको फेफड़ों से संबंधित अलग-अलग प्रकार के इंफेक्शन से राहत दिलाती है
इनके अलावा भी काफी सारी ऐसी और होम्योपैथिक दवाएं आती हैं. जो कि आपको अलग-अलग प्रकार की फंगल इंफेक्शन से संबंधित समस्याओं से छुटकारा दिलाती हैं. लेकिन इनमें से किसी प्रकार की दवाई का इस्तेमाल करने से पहले आपको एक बार किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए
हम उम्मीद करते हैं. कि हमारे द्वारा बताई गई फंगल इन्फेक्शन के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई हैं. और आप ऐसी ही और जानकारियां पाना चाहते हैं. तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें.
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