मैकेनिकल इंजीनियर क्या होता हैं. मैकेनिकल इंजीनियर कैसे बने
इस आधुनिक समय में जब भी मार्केट में कोई मैन्युफैक्चरिंग कंपनी कदम रखती हैं. तो वह उससे पहले अपनी कई अलग-अलग चीजों के ऊपर ध्यान देती हैं. किसी भी प्रकार के प्रोडक्ट को बनाने के लिए कंपनी अलग-अलग लोगों का सहारा लिया जाता हैं.
लेकिन इन सभी मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों में सबसे ज्यादा महत्व इंजीनियर को ही दिया जाता हैं. जो भी कंपनी अपने प्रोडक्ट को अच्छा बनाती हैं. वही कंपनी मार्केट में लंबे समय तक टिक पाती हैं.
इसीलिए कंपनी मार्केट में किसी भी प्रकार के प्रोडक्ट को उतारने से पहले उसको अच्छा, मजबूत और बढ़िया तैयार करने की कोशिश करती हैं. और यह सभी काम मैकेनिकल इंजीनियर ही करते हैं.
तो इस ब्लॉग में हम आपको मैकेनिकल इंजीनियरिंग फील्ड के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं. इस ब्लॉग में हम आपको मैकेनिकल इंजीनियरिंग क्या होती हैं.
मैकेनिकल इंजीनियर कैसे बने और मैकेनिकल इंजीनियरिंग फील्ड में क्या-क्या काम होता हैं. इनके बारे में बताने वाले हैं.
मैकेनिकल इंजीनियरिंग क्या होती है
जब भी कोई छात्र 12वीं क्लास पास करता हैं. तो उसके बाद में तुरंत वह इंजीनियरिंग फील्ड को ही चुनता हैं. क्योंकि इस आधुनिक समय में इंजीनियरिंग फील्ड में जॉब के बहुत सारे अवसर मौजूद हैं.
ज्यादातर लोग इंजीनियरिंग फील्ड में सिविल इंजीनियर, मैकेनिकल इंजीनियर, इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर ही बनते हैं. क्योंकि इन तीनों फील्ड के इंजीनियर की लगभग हर इंडस्ट्री में जरूरत होती हैं. और मैकेनिकल इंजीनियरिंग भी एक ऐसा ही फील्ड हैं.
मैकेनिकल इंजीनियर ज्यादातर बड़ी-बड़ी गाड़ी, मशीनों व उपकरणों को तैयार करने में मदद करते हैं. मैकेनिकल इंजीनियर का काम किसी भी प्रकार की मशीन गाड़ी या दूसरी चीज का डिजाइन बनाना,
प्रोडक्शन करना, एनालिसिस करना, और उसकी टेस्टिंग आदि करने काम होता हैं. किसी भी ऑटोमोबाइल कंपनी या दूसरी टूल मेकिंग कंपनी के लिए मैकेनिकल इंजीनियर का महत्व काफी ज्यादा होता है.
क्योंकि मैकेनिकल इंजीनियर की मदद से ही किसी गाड़ी को अच्छा डिजाइन व मजबूती दी जाती हैं. किसी भी प्रकार की गाड़ी या मशीन को बनाने से पहले मैकेनिकल इंजीनियर काफी मेहनत करते हैं.
इसके साथ साथ यह इंजीनियर अपनी इंडस्ट्री से जुड़े हुए कई और काम भी करते हैं. यानी आसान भाषा में कहा जाए तो किसी भी ऑटोमोबाइल या टूल मेकिंग कंपनी में मैकेनिकल इंजीनियर ही वह इंसान होता हैं.
जो कि पूरे कारोबार को देखता हैं. मैकेनिकल इंजीनियर किसी भी प्रकार के प्रोडक्ट का डिजाइन तैयार करने से लेकर उसकी टेस्टिंग तक का काम करते हैं. और फिर उसी के आधार पर प्रोडक्ट को मार्केट में उतारा जाता है.
मैकेनिकल इंजीनियर कैसे बने
अगर आप मैकेनिकल इंजीनियर बनना चाहते हैं. तो आपको सबसे पहले 12वीं क्लास पास करनी होती हैं. जिसमें आपको कम से कम 50% अंक प्राप्त करने पड़ते हैं. इसके बाद में आपको मैकेनिकल इंजीनियरिंग फील्ड से जुड़े हुए अलग-अलग कोर्स करने पड़ते हैं.
मैकेनिकल लेकिन किसी भी कोर्स में दाखिला लेने से पहले आपको एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता हैं. अगर आप एंट्रेंस एग्जाम को पास कर लेते हैं. तो उसके बाद में आप मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा ग्रैजुएट पोस्टग्रेजुएट अंडरग्रैजुएट कोर्स कर सकते हैं.
जहां पर आपको कई अलग-अलग चीजों के बारे में पढ़ाया व सिखाया जाता हैं. इन कोर्स में आपको मुख्य रूप से मशीनों के डिजाइन और उनका निर्माण करने के बारे में जानकारी दी जाती हैं.
मैकेनिकल कोर्स में आपको कई अलग अलग विषयों में पढ़ाया जाता हैं. जिनमें प्रिंसिपल ऑफ़ वाइब्रेशन कंट्रोल, रेलरोड वेहिकल मोबिलिटी, रोबोट मैनिपुलेटर्स डायनेमिक्स एंड कंट्रोल, चेंज एंड टर्मोइल, वेव प्रोपगेशन इन सॉलिड्स जैसे विषय शामिल हैं.
लेकिन मैकेनिकल इंजीनियरिंग में कैरियर बनाना इतना आसान नहीं होता इस फील्ड में आपको काफी मेहनत करनी पड़ती है.
मैकेनिकल इंजीनियर बनने के लिए जरूरी स्किल
इंजीनियरिंग का क्षेत्र बहुत बड़ा हैं. और इंजीनियरिंग में कई अलग-अलग फील्ड आती हैं. इसलिए आपको इंजीनियरिंग की किसी भी फील्ड में कैरियर बनाने के लिए डिग्री के साथ-साथ कुछ जरूरी स्किल की भी आवश्यकता पड़ती हैं. जो कि आपको अपने कैरियर में काम आती है
- आपके अंदर क्रिएटिव माइंड होना जरूरी हैं. ताकि आप अलग-अलग डिजाइन तैयार कर सके
- आपके अंदर एनालिटिकल स्किल होनी चाहिए ताकि आप अलग-अलग चीजों को एनालाइज कर सकें
- आपके अंदर रिसर्चिंग स्किल होनी चाहिए ताकि आप गहरी से गहरी रिसर्च कर सके
- आपको अपने आप के ऊपर भरोसा होना चाहिए
- आपके अंदर कन्वेंशनल स्किल का होना भी जरूरी है
- आपको टीमवर्क करना आना चाहिए
- आपके अंदर कम्युनिकेशन स्किल होनी चाहिए
- आपके अंदर धैर्य व सहनशीलता होना जरूरी है
- आपको नई नई चीजों के बारे में जानने की दिलचस्पी होनी चाहिए
- आपको कंप्यूटर डिजाइनिंग सॉफ्टवेयर का ज्ञान होना चाहिए
- आप की पकड़ इंग्लिश साइंस मैथ जैसे विषयों में अच्छी होनी चाहिए
- आपके अंदर लीडरशिप की क्वालिटी होनी चाहिए
- आपको मार्केट की अच्छी समझ होनी चाहिए
- आपको अलग-अलग परेशानियों से बाहर निकलना आना चाहिए
- आपको किसी भी दुर्घटना या हादसे का सामना करना आना चाहिए
- आपके बात करने में काम करने का ढंग अच्छा होना चाहिए
मैकेनिकल इंजीनियर के लिए जॉब के अवसर
मैकेनिकल इंजीनियरिंग एक ऐसा फील्ड हैं. जिसमें डिग्री प्राप्त करने के बाद में आपको जॉब के लिए भटकने की जरूरत नहीं होती क्योंकि इस फील्ड में आपको जॉब के बहुत सारे अवसर मिलते हैं. हमारे देश में ऐसी बहुत सारी बड़ी-बड़ी कंपनियां हैं.
जिनको हर समय एक अच्छे मैकेनिकल इंजीनियर की जरूरत होती हैं. मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त करने के बाद में आप सीएडी टेक्नीशियन, इंस्ट्रूमेंट एंड कंट्रोल इंजीनियर, मेंटेनेंस इंजीनियर, टेक्निकल, सेल्स इंजीनियर, प्रोडक्शन मैनेजर जैसे पदों पर काम कर सकते हैं.
इसके अलावा मैकेनिकल इंजीनियरिंग फील्ड में आपके सामने सरकारी जॉब के भी अवसर होते हैं. जिनमें भारतीय रेल, डीआरडीओ, एनटीपीसी, एयरपोर्ट्स, इसरो, और एयरोनॉटिक्स लिमिटेड जैसे फील्ड में आप जॉब कर सकते हैं.
मैकेनिकल इंजीनियर की सैलेरी
जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया अगर आप एक अच्छे मैकेनिकल इंजीनियर बन जाते हैं. तो उसके बाद में आप किसी भी सरकारी या प्राइवेट विभाग में मैकेनिकल इंजीनियर का काम कर सकते हैं. एक मैकेनिकल की अगर आप इस फील्ड में शुरुआती समय में किसी विभाग के साथ जुड़ रहे हैं.
तो आपको 30000 से ₹40000 मासिक सैलरी मिल जाती हैं. और अगर आपके पास कुछ समय का एक्सपीरियंस हैं. तो आपको 50000 से ₹80000 मासिक सैलरी मिल जाती हैं.
इस फील्ड में बहुत सारे इंजीनियर ऐसे होते हैं. जिसमें जिनकी मासिक सैलरी ₹100000 से भी ऊपर होती हैं. यानी मैकेनिकल इंजीनियर के लिए इस फील्ड में काफी अच्छा सैलरी पैकेज भी होता है.
हम उम्मीद करते हैं. कि हमारे द्वारा बताई गई मैकेनिकल इंजीनियरिंग के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई हैं. और आप ऐसी ही और जानकारियां पाना चाहते हैं. तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें.