लू लगने के कारण लक्षण बचाव व उपचार
वैसे तो दुनिया भर में बहुत सारी खतरनाक जानलेवा बीमारियां फैली हुई है लेकिन कुछ बीमारियां ऐसी है जो कि किसी खास मौसम में ही होती है क्योंकि आप सभी को पता हो कि भारत में अलग-अलग प्रकार की ऋतु आती है इसी तरह से अलग अलग ऋतु में हमें अलग-अलग बीमारियां व समस्याएं होती है क्योंकि कुछ ऐसी समस्याएं होती है जो कि गर्मी में अलग और सर्दी में अलग होती हैं और इसी तरह से गर्मी के मौसम में आपको लू लगने के बहुत ज्यादा रोगी दिखाई देंगे तो इस ब्लॉग में हम लू लगने से संबंधित ही बातें करने वाले हैं इस ब्लॉग में हम आपको लू लगने के कारण, लक्षण, बचाव व उपचार आदि के बारे में विस्तार से बताएंगे.
लू लगना
Heat stroke in Hindi – हमारी धरती के ऊपर बहुत सारे ऐसे देश है जहां पर बहुत तेज गर्मी पड़ती है लेकिन कुछ देश ऐसे हैं जहां पर गर्मी और सर्दी दोनों पड़ती है और उन्हीं में से भारत भी एक ऐसा देश है जहां पर गर्मी और सर्दी दोनों होती है गर्मी के मौसम में भारत के कई राज्यों जैसे हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, यूपी, दिल्ली और इनके आसपास के क्षेत्र में बहुत तेज गर्मी पड़ती है हरियाणा और राजस्थान के कुछ हिस्सों में पारा 48 से 50 डिग्री के पार भी चला जाता है और इतनी खतरनाक गर्मी में चलने वाली हवा को लू कहा जाता है
क्योंकि गर्मी के मौसम में सब कुछ बिल्कुल गर्म हो जाता है तो हवा भी बिल्कुल गर्म हो जाती है अगर कोई इंसान इन गर्म हवा के संपर्क में आ जाता है तब उस इंसान के शरीर में कई प्रकार की अलग-अलग बीमारियां व समस्याएं उत्पन्न होने लगती है और इसी समस्या को लू लगना कहा जाता है क्योंकि बहुत सारे ऐसे लोग होते हैं जो कि इन गर्मी के मौसम में भी इन जगहों पर काम करते हैं जहां पर वे सही से अपने शरीर का ध्यान नहीं रख पाते हैं
लू लगने के कारण
Causes of heat stroke in Hindi – अगर लू लगने के कारणों के बारे में बात की जाए तो लू लगने की बहुत सारे अलग-अलग कारण होते जैसे दोपहर के समय में जब गर्मी अपने पूरे चरम पर होती है तब किसी इंसान का बाहर निकलना, एसी या कूलर की रूम से निकलकर बाहर जाना, गर्मी के मौसम में तेज हवा के संपर्क में आना, रोगी का तेज गर्मी में लगातार काम करना, गर्मी के मौसम में लगातार व्यायाम या जिम आदि करना, गर्मी के मौसम में बिना कपड़े पहने बाहर जाना, काम करते समय अचानक ठंडा पानी पीना, रोगी को ज्यादा पसीना आना, रोगी के शरीर में पानी की कमी होना, ज्यादा उत्तेजक गरम तासीर वाली चीजों का सेवन करना, बीडी सिगरेट तंबाकू और शराब जैसी चीजों का सेवन करना,
लगातार गर्म हवाओं के बीच रहना, ज्यादा शारीरिक गतिविधियां और कार्य करना, रोगी की उम्र का ज्यादा बढ़ना, रोगी को पहले से ही किसी बीमारी की समस्या होना,रोगी की शारीरिक स्थिति ठीक ना होना, रोगी को कमजोरी होना, गर्मी के मौसम में बाइक साइकिल आदि पर बाहर जाना, लगातार बिना कपड़े पहने बाहर घूमना, गर्मी के मौसम में भूखे रहना आदि इस समस्या के मुख्य कारण होते हैं इसके अलावा भी इस समस्या के बहुत सारे और कारण होते हैं
लू लगने के लक्षण
Symptoms of heat stroke in Hindi – अगर लू लगने के लक्षण के बारे में बात की जाए तो जब भी किसी इंसान को लू लगती है तब उस इंसान के शरीर में इसके बहुत सारे लक्षण भी दिखाई देते हैं जैसे रोगी के शरीर का तापमान बढ़ जाना, रोगी की सांसे तेज चलना, रोगी को सांस लेने में परेशानी होना, रोगी को बार-बार प्यास लगना, रोगी की दिल की धड़कन बढ़ जाना, रोगी को बेचैनी घुटन व आलस की समस्या होना, रोगी को सिर दर्द बुखार व हाथ पैरों में दर्द होना, रोगी को उल्टी चक्कर आना व बेहोशी की समस्या होना,
रोगी की त्वचा का रंग लाल होना, रोगी के शरीर से भाप निकलना, रोगी को पसीना आना बंद हो जाना, रोगी को भूख न लगना, रोगी को कमजोरी व थकान महसूस होना आदि इस समस्या के मुख्य लक्षण होते हैं और अगर कोई इंसान इन लक्षणों को अनदेखा कर देता है तब इससे रोगी की मौत भी हो सकती है क्योंकि लू लगने पर रोगी के दिल, गुर्दे और मांसपेशियों को सबसे ज्यादा हानि पहुंचती है
लू लगने के बचाव
Prevention of heatstroke in Hindi – अगर आप भी हरियाणा पंजाब राजस्थान दिल्ली या इसके आसपास के इलाकों में रहते हैं तब आप गर्मी के मौसम में कुछ ऐसी बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है जो कि आपको लू लगने की समस्या से बचा सकती है जैसे
- गर्मी के मौसम में आपको लगातार ज्यादा समय तक काम नहीं करना चाहिए
- गर्मी के मौसम में आपको अचानक से ऐसी या कूलर आदि के कमरे से निकलकर बाहर नहीं जाना चाहिए मौसम
- गर्मी के मौसम में आपको बिना कपड़े पहने बाहर बिल्कुल भी नहीं जाना चाहिए
- अगर आपको किसी कारण बाहर जाना पड़ता है तब आपको अपने मुंह को ढक कर जाना चाहिए
- आपको ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए
- आपको दोपहर के समय में बाहर जाने से बचना चाहिए
- गर्मी के मौसम में आपको खाली पेट बिल्कुल भी नहीं रहना चाहिए
- अगर आपके शरीर में लू लगने की कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं तब आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए
- गर्मी के मौसम में आपको ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए
- गर्मी के मौसम में आपको ज्यादा जिम व्यायाम या फुटबॉल जैसे खेलों को नहीं खेलना चाहिए
- आपको हमेशा ढीले व हल्के कपड़े पहनने चाहिए
- गर्मी के मौसम में आपको बाइक साइकिल और स्कूटर आदि को कम से कम चलाने की कोशिश करनी चाहिए
लू लगने का उपचार
Heat stroke treatment in Hindi – अगर गर्मी के मौसम में आपको लू लग जाती है तब आप इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए कुछ ऐसी चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं जो कि आपके लिए फायदेमंद हो सकती है जैसे
- लू से बचने के लिए आपको दिन में दो से तीन बार नींबू का पानी बना कर पीना चाहिए
- आपको सेब के सिरके का सेवन करना चाहिए जिससे आपके शरीर में मिनरल मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसी चीजों की पूर्ति होती है
- आपको चंदनासव को सामान्य पानी में मिलाकर दिन में तीन से चार बार पीना चाहिए यह आपके शरीर के संतुलन को बनाए रखती है
- आपको लू से बचने के लिए बेल का शरबत बनाकर पीना चाहिए यह आपके शरीर को ठंडा रखती है और इससे आपका पाचन तंत्र भी मजबूत होता है
- लू लगने पर आपको गिलोय की बेल का जूस पीना चाहिए यह आपके लिए बहुत फायदेमंद होता है और इससे भी आपकी लू की समस्या को ठीक किया जा सकता है
- आपको ज्यादा से ज्यादा केला,मौसमी आदि के जूस का सेवन करना चाहिए
लेकिन फिर भी अगर आपको गर्मी के मौसम में लू लग जाती है तब आपको तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर के पास जाना चाहिए क्योंकि अगर आप इस समस्या के होने पर देरी कर देते हैं तब इससे रोगी की मौत भी हो सकती है इसलिए इस समस्या को हल्के में बिल्कुल भी नहीं लेना चाहिए लू लगने के कारण लक्षण बचाव व उपचार लू से बचने के लिए क्या खाना चाहिए लू लगने का आयुर्वेदिक उपचार लू लगने के घरेलू उपचार लू से बचने के उपाय लू लगने का लक्षण लू लगने के लक्षण और उपाय हीट स्ट्रोक के लक्षण लू लगने की दवा