सर्दी जुखाम क्या है सर्दी जुकाम का घरेलू उपचार आयुर्वेदिक दवा
जब भी मौसम बदलता है तब बदलते हुए मौसम के साथ ही शरीर में भी कुछ बदलाव आते है. वह सर्दी का मौसम जाने की बात हो या फिर सर्दी का मौसम आने की बात हो लेकिन जब सर्दी का मौसम आता है उस समय में हमें ज्यादा समस्या होती है या फिर आप एकदम से गर्मी के मौसम से किसी ठंडे इलाके में जाते हैं तब आपके शरीर का तापमान बिगड़ जाता है.
जिससे आपको हल्की-फुल्की बुखार सर्दी जुखाम व कुछ और समस्या उत्पन्न हो जाती है लेकिन ज्यादातर लोगों में सर्दी जुखाम की ही समस्या उत्पन्न होती है वैसे तो यह एक आम समस्या है जो कि दो-चार दिन बाद ठीक हो जाती हैं लेकिन कई बार सर्दी जुकाम से हमारे शरीर में और बीमारियां उत्पन्न हो जाती है जिससे हमें बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है तो आज के इस ब्लॉग में हम बात करेंगे कि सर्दी जुखाम क्या है यह कैसे उत्पन्न होता है और इससे कैसे बचें.
सर्दी जुखाम क्या है
सबसे पहले हम बात करते हैं सर्दी जुखाम क्या होता है जब भी सर्दी का मौसम आता है तब ठंडा मौसम होने के कारण हमें सर्दी जुखाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है सर्दी जुखाम एक संक्रामक रोग है जो कि राइनो वायरस के विषाणु से फैलता है और यह ज्यादातर उन लोगों में उत्पन्न होता है जिनका शरीर कमजोर होता है या यह रोग ज्यादातर बच्चों में अधिक होता है और जब किसी को सर्दी जुकाम होता है तब यह उस इंसान के इम्यून पावर को कमजोर कर देता है.
वैसे तो यह बीमारी चार-पांच दिन में अपने आप ही ठीक हो जाती है लेकिन यदि एक बार सर्दी जुखाम बिगड़ जाए तो इसके साथ और भी कई बीमारियां पैदा हो जाती है जैसे ब्रोंकाइटिस, ब्राकोन्यूमोनिया, प्लूरिसी, टी.बी., गठिया का बुखार, बहरापन आदि बीमारियों को उत्पन्न करने में सर्दी जुखाम का बहुत बड़ा हाथ होता है
सर्दी जुखाम उत्पन्न होने के कारण
जैसे कि हमने आपको ऊपर बताया सर्दी जुखाम एक संक्रामक रोग है लेकिन किसी भी इंसान को सर्दी जुखाम होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे अगर किसी इंसान को पहले से सर्दी जुखाम है और अगर आप उसके संपर्क में आते हैं तब आपको सर्दी जुकाम हो सकता है या ठंडे पानी में नहाना, बारिश के पानी में भीगना, गर्म जगह से एकदम AC ,कूलर वाले रूम में जाना, पसीना आने के बाद पानी पीना, एकदम से पसीना बंद हो जाना, सही तरह से संतुलित भोजन न करना, ठंडा पानी पीना, एक साथ कई गर्म या ठंडी चीजों का सेवन करना, आवश्यकता से ज्यादा प्रोटीन लेना, तली हुई चीजें खाना, कब्ज की शिकायत रहना, ज्यादा मांस खाना, ज्यादा कठोर कार्य करने के बाद पानी पीना, गर्मी से आने पर तुरंत स्नान करना व ज्यादा ठंडे पेय पदार्थों का सेवन करना यह आम से कारण होते हैं जिनसे किसी भी इंसान को आसानी से सर्दी जुखाम हो सकता है
सर्दी जुकाम के लक्षण
जिस तरह से सर्दी जुकाम के कई कारण होते हैं उसी तरह से सर्दी जुकाम होने पर आपको इसके कई लक्षण दिखाई देते हैं जैसे इसके प्रमुख लक्षण हैं सर्दी जुखाम होने पर आपको बहुत छींक आना शुरू होगी, नाक में जलन व खुजली होने लगेगी, आपकी नाक बंद होगी, आपकी नाक बहने लगेगी, पहले नाक से बिल्कुल पतला द्रव निकलेगा और फिर धीरे-धीरे द्रव गाढ़ा निकलना शुरू होगा, किसी भी काम को करने में मन नहीं लगेगा, सिर दर्द होने लगेगा, गले में खराश हो जाएगी, आपको गंध महसूस होने लगेगी, आपका बदन बिल्कुल टूटने लगेगा, आपके मुंह का स्वाद बिगड़ जाएगा, आपकी आंखें सूज जाएगी और आंखों से पानी आएगा, इसके अलावा आपको हल्की खांसी व बुखार भी हो सकती है तो यह कुछ ऐसे लक्षण है जो कि आपको सर्दी जुकाम में देखने को मिलते हैं
क्या क्या खाएं
यदि किसी व्यक्ति को सर्दी जुखाम हो जाता है तब उसको खान-पान के ऊपर ध्यान देना बहुत ही जरूरी है क्योंकि अगर वह ऐसा नहीं करता है और लगातार ठंडी में गर्म चीजों का सेवन करता है तब सर्दी जुखाम बिगड़ सकता है और इसके साथ होने वाली दूसरी बीमारियां भी आपको हो सकती है और ऐसा होने पर आपका सर्दी जुखाम लंबे समय तक ठीक नहीं होगा
- आपको मक्का जवार गेहूं बाजरा आदि से बनी रोटियां खानी चाहिए
- छिलके वाली मूंग की दाल, मोठ और मसूर की दाल का सेवन करना चाहिए
- आपको ज्यादा हरी सब्जी जैसे मूली, ककड़ी, चुकंदर, पालक, टमाट,र शलगम, गोभी, लौकी और गाजर आदि का सेवन करना चाहिए
- आपको एक गिलास गुनगुने पानी में दो से तीन चम्मच शहद डालकर सुबह-शाम पीने पीना चाहिए
- आपको मावा, रबड़ी, गाजर का हलवा गुड से बनी मिठाइयों का सेवन करना चाहिए
- फलों में चीकू, पपीता, आम, अंजीर, शहतूत, अनार, नारंगी. संतरा. आंवला और नींबू आदि का सेवन करना चाहिए
- एक गिलास गुनगुने पानी में चुटकी भर नमक और एक नींबू के रस को डालकर पीना चाहिए
- जड़ी बूटियों से निर्मित आयुर्वेदिक चीजों का सेवन करना चाहिए
- आपको चाय में अदरक, लॉन्ग, इलायची आदि डालकर पीना चाहिए
क्या क्या नहीं खाएं
- आपको ज्यादा मिर्च मसालेदार वह तले हुए भोजन से परहेज करना चाहिए
- आपको ज्यादा खट्टे पदार्थ जैसे दही व खटाई आदि बिल्कुल भी नहीं खानी चाहिए
- आपको ज्यादा चटपटी चीजें नहीं खानी चाहिए
- आपको ज्यादा अरहर की दाल, दूध, वनस्पति, घी, चावल व तेल आदि का सेवन नहीं करना चाहिए
- आपको ज्यादा बर्फ आइसक्रीम, फ्रिज का पानी में कोल्ड, ड्रिंक आदि नहीं पीना चाहिए
- आपको एक साथ ठंडी या गर्म चीज़ो का सेवन नहीं करना चाहिए
- आपको बिल्कुल ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए
क्या क्या करें
आपको सर्दी जुखाम हो जाता है तब आपको इससे छुटकारा पाने के लिए किन-किन चीजों को करना चाहिए और किन-किन चीजों को करने से परहेज करना चाहिए
- आपको ज्यादा से ज्यादा गरम पानी की भाप लेनी चाहिए
- ज्यादा कड़क चाय का सेवन करना चाहिए
- आपको बाहर धूप में बैठना चाहिए या ठंड के मौसम में अंगीठी, हीटर आदि के पास बैठना चाहिए
- आपको कब्ज की शिकायत दूर रखनी चाहिए
- आपको गुनगुने पानी पीना चाहिए
- पानी में जायफल घिसकर शहद के साथ मिलाकर दिन में दो तीन बार पीना चाहिए
- अगर आपके गले में खराश है तो आपको गर्म पानी में नमक डालकर गरारे करने चाहिए
- आप जितना हो सके उपवास करना चाहिए
- आपको ज्यादा से ज्यादा शरीर को आराम देना चाहिए
- अगर आपकी नाक बंद है तो रुमाल में नीलगिरी का तेल डालकर सूंघना चाहिए या आप नसवार भी सूंघ सकते हैं
क्या न करें
- आपको ज्यादा ठंडी वातावरण में नहीं रहना चाहिए
- आपको शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए
- दिन में सोने का प्रयत्न नहीं करना चाहती
- आप को ठंडे पानी से स्नान बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए
- आपको छींक, डकार, मल-मूत्र आदि को बिल्कुल भी नहीं रुकना चाहिए
- ठंडे मौसम में बिना कपड़े की बाहर नहीं जाना चाहिए
सर्दी-जुकाम की आयुर्वेदिक दवा
लेकिन अगर फिर भी आपको सर्दी जुखाम की समस्या उत्पन्न हो जाती हैं तब आप कुछ आयुर्वेदिक औषधियों व आयुर्वेदिक दवाइयों का इस्तेमाल करके सर्दी जुखाम से छुटकारा पा सकते हैं जिनके बारे में हमने आपको नीचे बताया है इन सभी को आप डॉक्टर की सलाह के अनुसार इस्तेमाल कर सकते हैं.
मरिच्यादि वटी – एक ऐसी औषधि है जो किसी भी प्रकार की सर्दी-जुकाम, खांसी का रामबाण इलाज है.मरिच्यादि वटी के चूसने से सब तरह की सर्दी-जुकाम, खांसी आराम हो जाती है। वैध लोग इन गोलियों से बहुत काम लेते है।
सर्दी जुकाम का घरेलू उपचार
सोंठ, छोटी पीपर और कालीमिर्च प्रत्येक को समान मात्रा में लेकर बारीक पीस छानकर इस चूर्ण से चौगुना गुड़ इसमें मिलाकर गोलियाँ बनाकर सुरक्षित रख ले। इन गोलियों का सेवन करने से सिर का भारीपन. कफ और प्रतिश्याय इन सभी कष्टान आराम होता है।
सौंठ को उबालकर शक्कर मिलाकर पीने से जुकाम ठीक हो जाता है। .सरसों के तेल को पैरों के तलुवों और नाक में मालिश करने से जुकाम दूर होता है। लौंग 3 नग 100 मिली० पानी में डालकर व उबालकर आधा पानी शेष रह जाने पर थोड़ा सा नमक मिलाकर सेवन करने से जुकाम ठीक हो जाता है।
कपड़ा गर्म करके मस्तक को सेंकने से जुकाम ठीक हो जाता है। बच्चों के जुकाम में जायफल घिसकर माता के दूध को चटाने से लाभ होता है।
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