एयरोस्पेस इंजीनियरिंग क्या है, एयरोस्पेस इंजीनियरिंग कोर्स कैसे करें
इस तेजी से बदलती हुई दुनिया में आज के समय में पढ़ा लिखा होना बहुत जरूरी है. चाहे पढ़ने लिखने के बाद हमें नौकरी मिले या ना मिले यह हमारे हाथ में नहीं होता लेकिन आज के समय में हमारे पास पढ़ लिखकर कामयाब होने से अच्छा शायद ही कोई और विकल्प होगा क्योंकि अगर हम पढ़ लिखकर किसी अच्छे कोर्स की डिग्री प्राप्त कर लेते हैं.
तो हमें सरकारी नौकरी ना भी मिले फिर भी हम किसी बड़ी कंपनी है. किसी ऐसी संस्था में काम कर सकते हैं. जहां हमें सरकारी नौकरी से भी ज्यादा पैसा मिलेगा हमारे देश में ऐसे बहुत सारे कोर्स हैं. जिनको करने के बाद लोग अपना काफी अच्छा भविष्य बना लेते हैं.
आप मे से भी बहुत सारे लोग ऐसे होंगे जो कि अलग-अलग फील्ड में जाना चाहते हैं. लेकिन किसी भी फील्ड में जाने से पहले आपको उस फील्ड के बारे में जानना बहुत जरूरी होता है. तो इस ब्लॉग में हम आपको एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के बारे में बताने वाले हैं.
एयरोस्पेस इंजीनियरिंग क्या है
What is aerospace engineering – जब भी कोई बच्चा पढ़ाई शुरू करता है. तब उसका कोई ना कोई सपना जरूर होता है. बहुत सारे लोग अपने सपने को पूरा करने के लिए दिन रात मेहनत भी करते हैं. और बहुत सारे लोग ऐसे होते हैं. जो कि किसी छोटी जॉब से ही अपना भविष्य बना लेते हैं. लेकिन हमारे देश में ऐसे बहुत सारे लोग हैं.
जो की इंजीनियरिंग में अपने भविष्य को देखते हैं. क्योंकि आज के समय में इंजीनियरिंग एक ऐसा कोर्स बन चुका है. जिसमें हर साल लाखों विद्यार्थी डिग्री प्राप्त करते हैं. और वह अलग अलग फील्ड में जाते हैं. आप सभी को पता होगा कि इंजीनियरिंग एक ऐसी डिग्री है. जिसमें आपको कई अलग-अलग विकल्प मिलते हैं.
जिस भी तरह की इंजीनियरिंग में आपकी दिलचस्पी है. आप उसी फील्ड को चुन सकते हैं. एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के अंतर्गत आने वाली एक ऐसी फील्ड है. जिसमें हमारे देश के लाखों विद्यार्थी हर साल एडमिशन लेते हैं. हमारे देश में ऐसे बहुत सारे विश्वविद्यालय हैं. जिनमें आपको लाखों छात्र इंजीनियरिंग की पढ़ाई करते हुए मिलेंगे.
एयरोस्पेस इंजीनियरिंग आपको एयरक्राफ्ट स्पेसक्राफ्ट उपग्रह मिसाइल आदि को डिजाइन करना उनके उपकरण बनाना उनके अलग-अलग पार्ट्स को बनाना और कंट्रोल करने के बारे में सिखाया जाता है.
एयरोस्पेस इंजीनियरिंग पढ़ाई कैसे करें
How to do aerospace engineering course – आप में से बहुत सारे लोग ऐसे होंगे जो कि शायद इंजीनियर बनना चाहते हैं. लेकिन उनको यह पता होना बहुत जरूरी है. कि एक एयरोस्पेस इंजीनियर बनने के लिए आपको कितनी पढ़ाई करनी होगी और किस डिग्री के बाद आप एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में एडमिशन ले पाएंगे.
यदि आप एयरोस्पेस इंजीनियरिंग करना चाहते हैं. किसी भी एयरोस्पेस इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लेने से पहले आपको बी.ई या फिर बी.टेक व बी.एस डिग्री प्राप्त करनी होती है. और इन सभी डिग्रियों को प्राप्त करने के बाद भी आपका एडमिशन मेरिट लिस्ट के आधार पर ही होता है.
एयरोस्पेस इंजीनियरिंग 4 वर्ष का डिप्लोमा होता है. जिसमें आपको एयरोस्पेस इंजीनियरिंग से संबंधित पूरी पढ़ाई करवाई जाती है. यदि आपने 12वीं कक्षा भौतिकी रसायन विज्ञान और गणित के साथ की है. तो यह आगे चलकर आपके लिए काफी फायदेमंद होने वाली है.
क्योंकि एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में आपको कंप्यूटर कंप्यूटर फॉर्मूले और कठोर से कठोर गणित आना बहुत जरूरी है. यह आपको एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में काफी फायदा देने वाला है.
एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में क्या क्या सिखाया जाता है
आप में से बहुत सारे लोग ऐसे होंगे जो कि एयरोस्पेस इंजीनियरिंग करना चाहते हैं. लेकिन उन लोगों के लिए यह जानना बहुत जरूरी है. कि आखिरकार एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में किस तरह की पढ़ाई करवाई जाती है. और क्या क्या सिखाया जाता है.
यदि आप एयरोस्पेस इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लेते हैं. तो आपको कई अलग-अलग फील्ड में एयरोस्पेस एयरक्राफ्ट उपग्रह मिसाइल जैसी चीजों के बारे में पूरी जानकारी दी जाती है.
जिनमें आपको डिजाइन, मार्गदर्शन, नेविगेशन, रोबोटिक, संसार, एयरोस्पेस मशीनरी के पार्ट्स, हेलीकॉप्टर, युद्ध विराम, अंतरिक्ष यान, उपग्रह आदि चीजों को बनाने उनके पार्ट्स को समझने और उनको कंट्रोल करने के बारे में विस्तार से सिखाया जाता है.
एयरोस्पेस इंजीनियर बनने के लिए क्या-क्या जरूरी है
ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. कि आपने ग्रेजुएशन किया और आप सीधा इंजीनियर बन जाएंगे एक इंजीनियर बनने के लिए आपको कठोर से कठोर विषयों की पढ़ाई करनी पड़ती है. और इसके साथ कि आप में कई अलग-अलग स्किल होना बहुत जरूरी है.
एक एयरोस्पेस इंजीनियर में क्रिएटिव माइंड, एनालिटिकल स्किल, बिजनेस स्किल टीम वर्कर जैसी कई अलग-अलग चीजें होना बहुत जरूरी है. जोकि आपको एक अच्छा इंजीनियर बनाने में मदद करती है. इसके साथ ही आपको कई और चीजों के ऊपर भी ध्यान देना होता है.
यदि आप इन सभी चीजों में भी अच्छे हैं. तो यह आगे चलकर आपको काफी फायदा देती है. क्योंकि आगे चलकर आपको कई अलग-अलग डिपार्टमेंट और अलग-अलग विभागों के साथ जुड़ना होता है. इन सभी विभागों में हर साल अलग-अलग प्रकार की एयरक्राफ्ट उपग्रह हेलीकॉप्टर रोबोट आदि बनाए जाते हैं.
जिनमें कई बार आपको हादसे का भी सामना करना पड़ सकता है. आपको किसी बड़े नुकसान का भी सामना करना पड़ सकता है. या आपको किसी खास चीज को भी तैयार करना पड़ सकता है.
इसलिए अगर आपके पास यह सभी स्किल हैं. तो आप अपने डिपार्टमेंट का भी फायदा कर पाएंगे और आपको भी इससे काफी फायदा मिलेगा.
कैरियर स्कोप व जॉब
एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की डिग्री को प्राप्त करने के बाद में आपको जॉब के लिए भटकने की जरूरत नहीं है. क्योंकि इंजीनियरिंग को करने के बाद में आप एयरलाइंस के अलावा वायु सेना, विमानन कंपनियों,कॉर्पोरेट रिसर्च कंपनियों, रक्षा मंत्रालय, हेलीकाप्टर कंपनियों जैसी कंपनियों में जॉब कर सकते हैं.
या आप किसी हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड,नागरिक उड्डयन विभाग, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, एयर इंडिया, रक्षा अनुसंधान और विकास प्रयोगशालाएं, भारत अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के साथ जुड़ सकते हैं. जहां पर आपको पैसे के साथ नई नई चीजें सीखने को भी मिलती है.
इसके अलावा आपको एयर फ़ोर्स,सरकारी अनुसंधान,कॉर्पोरेट अनुसंधान,हेलीकॉप्टर कंपनियां,उपग्रह,अंतरिक्ष यान,अंतरिक्ष शिल्प,अंतरिक्ष यात्री, एयरलाइंस,एयरशिप्स,फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट, रक्षा मंत्रालय, मिसाइल जैसी चीजों में भी जॉब करने का मौका मिल सकता है.
एयरोस्पेस इंजीनियर का काम
यदि आप एक एयरोस्पेस इंजीनियर बन जाते हैं. तो उसके बाद में आप किसी भी संगठन या अलग-अलग अनुसंधान में काम कर सकते हैं. जहां पर आपको नए-नए एयरक्राफ्ट का डिजाइन, उनके पार्ट्स बनाना, उनको कंट्रोल करना, उनकी क्षमता के बारे में जानना, उनके इंजन को तैयार करना.
उनके काम को समझना आदि का काम होता है. इसके अलावा बहुत सारे ऐसे एयरोस्पेस इंजीनियर होते हैं. जो कि नासा और इसरो जैसी बड़े अनुसंधानो के साथ जुड़ कर अलग-अलग मिशन में भी काम करते है.
हम उम्मीद करते हैं. कि हमारे द्वारा बताए गए एयरोस्पेस इंजीनियर कोर्ट के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी यह तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है. और आप ऐसी और जानकारियां पाना चाहते हैं. तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें.