सिविल इंजीनियर क्या होता है सिविल इंजीनियर कैसे बने
सिविल इंजीनियर का क्या अर्थ है – किसी भी देश में तेजी से विकास करने के लिए कई अलग-अलग प्रकार की चीजों का निर्माण करना पड़ता है जिसमें रोड, स्कूल,हॉस्पिटल, यूनिवर्सिटी ,पुल, स्टेशन, एयरपोर्ट आदि चीजें शामिल होती है इन सभी चीजों के निर्माण से ही किसी देश की प्रगति होती है.
आपने भी देखा होगा कि पिछले कुछ समय से हमारे देश में अलग-अलग प्रकार की बिल्डिंग रोड एयरपोर्ट स्टेशन जैसी चीजें बन रही है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इन सभी बड़ी-बड़ी चीजों को इतनी आसानी से कैसे बनाया जाता है क्योंकि इन सभी चीजों को बनाना कोई आसान काम नहीं होता.
बल्कि इन सभी चीजों को बनाने से पहले इनके डिजाइन को तैयार किया जाता है इनमें अलग-अलग प्रकार के कंस्ट्रक्शन से संबंधित डिजाइन तैयार होते हैं इसके अलावा भी किसी भी बिल्डिंग रोड एयरपोर्ट आदि को बनाने से पहले सिविल इंजीनियर की मदत लेनी पड़ती है जो कि इन सभी चीजों की देखरेख करता है.
इनको बनाने से संबंधित अलग-अलग प्रकार के डिजाइन तैयार करता है लेकिन क्या आप जानते हैं सिविल इंजीनियर क्या होता है सिविल इंजीनियर कैसे बनते हैं सिविल इंजीनियर क्या-क्या काम करते हैं तो इस ब्लॉग में हम आपको सिविल इंजीनियर कोर्स से संबंधित पूरी जानकारी देने वाले हैं.
सिविल इंजीनियर क्या होता है
What is a civil engineer – किसी भी देश की प्रगति में उसके सिविल इंजीनियर का सबसे बड़ा हाथ होता है क्योंकि जितनी भी बड़ी-बड़ी बिल्डिंग पुल एयरपोर्ट आदि बनते हैं इन सभी को सिविल इंजीनियर की मदद से ही बनाया जाता है सिविल इंजीनियर की मदद से इतनी बड़ी बड़ी बिल्डिंग रोड फुल एयरपोर्ट आदि के डिजाइन को तैयार किया जाता है.
फिर उसी डिजाइन की हिसाब से इन सभी चीजों को बनाया जाता है और यह एक ऐसी फील्ड है जिसके अंतर्गत कई अलग-अलग काम आते हैं यानी आसान भाषा में कहा जाए तो जितने भी कंस्ट्रक्शन से जुड़े हुए काम है उन सभी में सिविल इंजीनियर की जरूरत पड़ती है.
कंस्ट्रक्शन के होने वाले सभी कामों में अलग-अलग प्रकार के डिजाइन को तैयार करना उनकी डिजाइन के आधार पर ही बिल्डिंग को बनवाना सिविल इंजीनियर का काम होता है. लेकिन सिविल इंजीनियर बनाना इतना आसान नहीं होता इसके लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होती है.
क्योंकि किसी भी प्रकार की बड़ी बिल्डिंग एयरपोर्ट फुल आदि को बनाने में करोड़ों रुपए खर्च होते हैं अगर सिविल इंजीनियर जरा सी भी गलती कर देता है तो उसका भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है इसीलिए इन सभी चीज को बनाने से पहले एक अच्छे सिविल इंजीनियर का होना बहुत जरूरी है .
यदि आप इस फील्ड में जाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको पहले कई अलग-अलग चीजों की पढ़ाई करनी पड़ती है वह अलग-अलग चीजों का अभ्यास करना होता है.
सिविल इंजीनियर कैसे बने
How to become a civil engineer – जितनी कड़ी मेहनत किसी बड़े पुल एयरपोर्ट रोड या बिल्डिंग आदि को बनाने में करनी पड़ती है उतनी ही मेहनत सिविल इंजीनियर बनने के लिए करनी पड़ती है और इस फिल्ड में एक सफल इंजीनियर बनना बहुत कठिन होता है यदि आप सिविल इंजीनियर बनना चाहते हैं तो इसकी शुरुआत आपको दसवीं क्लास से करनी पड़ती है.
दसवीं क्लास के बाद आप सिविल इंजीनियरिंग कर सकते हैं जो कि एक डिप्लोमा कोर्स होता है और यदि आप 12वीं क्लास के बाद सिविल इंजीनियरिंग करना चाहते हैं तो इसमें आप बैचलर कोर्स कर सकते हैं सिविल इंजीनियरिंग एक प्रोफेशनल कोर्स होता है जिसमें डिप्लोमा व डिग्री 2 तरह के कोर्स शामिल होते हैं.
सिविल इंजीनियर की तैयारी कैसे करें
जो लोग डिप्लोमा कोर्स करना चाहते हैं वे दसवीं क्लास पास करने के बाद पॉलिटेक्निकल से 3 साल का सिविल इंजीनियरिंग डिप्लोमा कर सकते हैं और इस डिग्री को प्राप्त करने के बाद आप जूनियर इंजीनियर फील्ड में अपना कैरियर शुरू कर सकते हैं.
यदि आप डिग्री कोर्स करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको 12वीं क्लास साइंस विषय के साथ पास करनी होती है उसके बाद में 4 साल का बीटेक डिग्री कोर्स करना होता है और इस कोर्स की डिग्री प्राप्त करने के बाद आप सिविल इंजीनियर के रूप में कैरियर बना सकते हैं यदि आप इस डिग्री के बाद आगे पढ़ना चाहते हैं.
तो आप मास्टर की डिग्री भी कर सकते हैं उसके बाद मैं आपके सामने पीएचडी का भी विकल्प होता है जो कि एक हाई प्रोफेशनल कोर्स होता है लेकिन किसी भी कोर्स में दाखिला लेने से पहले आपको एंट्रेंस एग्जाम देना होता है उसके बाद में ही आपको किसी कॉलेज में दाखिला मिलता है.
सिविल इंजीनियरिंग फील्ड में आपको कई अलग-अलग तरह के विषयों के बारे में पढ़ाया जाता है जिनमें कंस्ट्रक्शन इंजीनियरिंग, कोस्टल इंजीनियरिंग जैसे विषय शामिल है.
और एक प्रोफेशनल सिविल इंजीनियर बनने के लिए आपको इन सभी डिग्री कोर्स को करने के बाद लाइसेंस सर्टिफिकेट लेना बहुत जरूरी है इस लाइसेंस व सर्टिफिकेट को लेने के लिए आपके पास कुछ सालों का एक्सपीरियंस भी होना चाहिए जिसके लिए आप अलग-अलग जगहों पर जाकर एक्सपीरियंस ले सकते हैं.
उसके बाद में आपको सिविल इंजीनियरिंग इंजीनियर लाइसेंस के लिए अप्लाई करना होता है जैसे ही आपको लाइसेंस मिल जाता है तो उसके बाद में आप एक प्रोफेशनल इंजीनियर बन जाते हैं और आप अलग-अलग जगह पर काम कर सकते हैं.
जरूरी स्किल
किसी भी फील्ड में एक अच्छा और सफल इंजीनियर बनने के लिए आपके पास डिग्री ही जरूरी नहीं होती बल्कि इसके साथ-साथ आपके अंदर कई जरूरी स्किल होना भी बहुत जरूरी होता है इसी तरह से एक सिविल इंजीनियर के लिए भी कई जरूरी स्केल की आवश्यकता पड़ती है
- आपको मैथ इंग्लिश जैसे विषयों में अच्छी पकड़ होनी चाहिए
- आपके अंदर क्रिएटिव माइंड होना बहुत जरूरी है
- आपको अलग-अलग प्रकार की रिसर्च और डिजाइन में दिलचस्पी होनी चाहिए
- आपको अपनी पर्सनैलिटी को अच्छा बनाना होता है
- आपके रहने सहने व बात करने का ढंग अच्छा होना चाहिए
- आपको टीम वर्क करना आना चाहिए
- आपको अपने आप के ऊपर भरोसा होना चाहिए
- आपको किसी भी दुर्घटना का सामना करना आना चाहिए
- आपके अंदर धैर्य व सहनशीलता होना बहुत जरूरी है
सिविल इंजीनियर जॉब इन इंडिया
यदि आप इस फील्ड में एक अच्छे सिविल इंजीनियर बन जाते हैं तो उसके बाद में आपके सामने जो किए बहुत सारे विकल्प खुल जाते हैं क्योंकि आज के समय में किसी भी विकासशील देश के अंदर सिविल इंजीनियर की बहुत मांग होती है.
इसी तरह से हमारे देश में भी एक अच्छे सिविल इंजीनियर की मांग हमेशा रहती है इस फील्ड में डिग्री प्राप्त करने के बाद आप अलग-अलग जगहों पर जॉब कर सकते हैं या आप किसी बड़ी कंपनी के साथ जुड़ कर काम कर सकते हैं और सरकारी विभागों में भी सिविल इंजीनियर की बहुत मांग है.
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Q 1.सिविल इंजीनियर की सैलरी कितनी है
Answer. भारत में सिविल इंजीनियरों के लिए वेतन विभिन्न कारकों के आधार पर भिन्न होता है, जैसे कि उनका क्षेत्र, अनुभव, कंपनी, नौकरी का स्थान और क्षेत्रीय विविधताएं। नए सिविल इंजीनियर आमतौर पर लगभग 20,000 रुपये से 30,000 रुपये प्रति माह से शुरू कर सकते हैं, जबकि अधिक अनुभव और उच्च शिक्षा वाले लोग 50,000 रुपये से 1 लाख रुपये प्रति माह तक कमा सकते हैं।
Q 2.सिविल इंजीनियर का क्या काम है
Answer. सिविल इंजीनियर इंफ्रास्ट्रक्चर (Infrastructure) के डिजाइन, निर्माण और संरचना से जुड़े काम करते हैं। वे भवन, सेतु, सड़क, नाला, बांध, नहर, खाड़ी, नदी, पोल, तलाब और दम जैसी संरचनाओं की निर्माण, निरीक्षण, परिवीक्षा और अनुरक्षण की जिम्मेदारी उठाते हैं।
सिविल इंजीनियरों की कुछ मुख्य जिम्मेदारियां निम्नलिखित हैं:
- निर्माण योजना बनाना और समाधान ढूंढना।
- स्थान निर्धारण करना और उस पर अध्ययन करना।
- तकनीकी संदर्भ, मानकों, नियम और विनियमों का अध्ययन करना।
- प्रासंगिक डिजाइन, चार्ट, टेक्नोलॉजी और अन्य तकनीकी पहलुओं को अनुसरण करना।
- उपयुक्त उपकरण, मैशिनरी और सामग्री का चयन करना।
- निर्माण प्रक्रिया को अनुपालन करना, निरीक्षण करना और समस्याओं का समाधान करना।
- निर्माण के लिए संबंधित अनुमानों को लगाना और लागतों को नियंत्रित करना।
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