कैंसर क्या है कैंसर की आयुर्वेदिक दवा

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दुनिया में कई ऐसी खतरनाक बीमारियां फैली हुई है. जिन का इलाज नामुमकिन होता है. और यह बीमारी अगर एक बार किसी इंसान को लग जाती है. तो इनसे रोगी की मौत निश्चित है. हालांकि इन बीमारियों को नियंत्रण में करना बहुत कठिन जरूर है. लेकिन असंभव बिल्कुल भी नहीं है.

इसलिए जब भी किसी रोगी को यह बीमारियां लग जाती है. तो रोगी को घबराना नहीं चाहिए ऐसी ही एक खतरनाक बीमारी कैंसर भी है. जिससे आज के समय में दुनिया के काफी सारे लोग जूझ रहे हैं. तो आज के इस ब्लॉग में हम आपको कैंसर क्या होती है.

कैंसर के कारण लक्षण और इसकी आयुर्वेदिक दवा के बारे में बताने वाले हैं.

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कैंसर क्या होता है

जब भी हम कैंसर का नाम सुनते हैं. तब इस बीमारी से होने वाली मौत ही हमारे सामने आती है. क्योंकि यह एक ऐसी खतरनाक बीमारी है. जिसका उपचार काफी महंगा होता है. यह उपचार साधारण और गरीब लोगों का करवा पाना बहुत मुश्किल होता है. दुनिया में सबसे ज्यादा होने वाली मौतों में कैंसर दूसरे स्थान पर आती है.

एक रिपोर्ट के मुताबिक हर साल दुनिया भर में 10 मिलियन से भी ज्यादा लोग इस खतरनाक बीमारी का शिकार होते हैं. और इस बीमारी से भारत में भी लगभग 16 मिलियन से भी ज्यादा लोग जूझ रहे हैं. हमारे देश में मुख्य रूप से 6 तरह का कैंसर पाया जाता है.

जिसमें फेफड़े, मुंह, पेट, स्तन, सर्वाइकल और कोलोरेक्टल कैंसर शामिल हैं. हालांकि कैंसर बीमारी काफी अलग-अलग तरह की होती है. लेकिन मुख्य रूप से कैंसर टयूमर या ब्लड कैंसर ही होती है. जब हमारे शरीर में किसी भी प्रकार की कोशिका अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती है. और वह किसी एक स्थान पर इकट्ठा होकर गांठ बनाने लगती है.

तो इस स्थिति को ट्यूमर कैंसर कहा जाता है. हालांकि ब्लड कैंसर में ऐसा बिल्कुल भी नहीं होता लेकिन हमारे शरीर में अनियंत्रित रूप से बढ़ने वाली कोशिका के सभी मामले में भी कैंसर नहीं होता कैंसर जितना खतरनाक रोग है. उतना ही इससे छुटकारा पाना भी आसान है.

कैंसर होने पर क्या होता है

अगर कैंसर के कारण बढ़ने वाली कोशिकाओं को शुरुआती समय में ही नियंत्रित किया जाए तो यह समस्या जड़ से खत्म हो जाती है. लेकिन ब्लड कैंसर से छुटकारा पाना ट्यूमर कैंसर के मुकाबले में ज्यादा कठिन होता है.

कैंसर के चार अलग-अलग सटेज होते हैं. इसके शुरुआती स्टेज में आपको कैंसर नहीं होता बल्कि आपके शरीर में कुछ कोशिकाएं ऐसी होती है. जो कि अपने स्थान से बढ़ने लगती है. जबकि दूसरे स्टेज में आपको छोटी सी कैंसर की संभावना उत्पन्न होती है. जिसमें आपकी कोशिकाएं कुछ हिस्सों में फैलने लगती है.

जबकि तीसरे स्टेज पर आपके शरीर में कोशिका अनियंत्रित रूप से बढ़ जाती है. और इससे आपको ट्यूमर हो जाता है. जबकि इसकी लास्ट और चौथे स्टेज में आपकी मृत्यु निश्चित होती है. क्योंकि इस स्टेज पर जाने के बाद में रोगी के शरीर के दूसरे हिस्सों में कैंसर फैलने लगता है.

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कैंसर के कारण

जैसे कि हमने आपको ऊपर बताया हमारे देश में मुख्य रूप से 6 प्रकार के कैंसर के मामले ज्यादा सामने आते हैं. और इन सभी कैंसर के मामलों में अलग-अलग कारणों होते हैं. क्योंकि कैंसर शरीर के जिस भी हिस्से में होता है. उसके अलग कारण होते हैं. लेकिन ज्यादातर कैंसर के मामलों में एक जैसे ही कारण पाए जाते हैं.

  • ज्यादा बीड़ी सिगरेट तंबाकू आदि का सेवन करना
  • लंबे समय तक शराब पीना
  • आपका पारिवारिक कैंसर इतिहास रहना
  • कैंसर के लिए जिम्मेदार होने वाले वायरस की चपेट में आना
  • ज्यादा मिर्च मसालेदार भोजन का सेवन करना
  • लंबे समय तक तले भुने हुए भोजन का सेवन करना
  • शरीर में फाइबर की मात्रा कम होना
  • बार बार किसी खतरनाक बीमारी के कारण एक्स-रे करवाना
  • लंबे समय तक एक जगह पर बैठे बैठे काम करना
  • शारीरिक गतिविधियों से दूरी बनाना
  • ज्यादा लंबे समय तक अंग्रेजी दवाओं का सेवन करना
  • ज्यादा हस्तमैथुन और संभोग करना
  • शरीर के किसी नाजुक हिस्से पर चोट लगना
  • शरीर में मोटापे की स्थिति उत्पन्न होना
  • लंबे समय तक दूषित वातावरण में रहना
  • दूषित भोजन व पानी का सेवन करना
  • कैंसर को बढ़ावा देने वाली चीजों के संपर्क में रहना

इसके अलावा भी कैंसर की समस्या उत्पन्न होने के पीछे काफी सारे और अलग-अलग कारण हो सकते हैं

कैंसर के लक्षण

जब भी किसी रोगी के शरीर में कैंसर की समस्या उत्पन्न होती है. तब इस समस्या के साथ ही रोगी में कई अलग-अलग लक्षण भी दिखाई देने रखते हैं. जिससे इस समस्या को आसानी से पहचाना जा सकता है. जैसे

  • रोगी के शरीर का वजन अचानक से कम हो जाना
  • रोगी का शरीर बिल्कुल दुबला पतला हो जाना और बाल उड़ने लगना
  • रोगी को थकान और कमजोरी महसूस होना
  • रोगी की त्वचा या पेट आदि में ट्यूमर के कारण गांठ बनना
  • रोगी के त्वचा का रंग बदल जाना
  • रोगी को कब्ज और पाचन तंत्र से संबंधित परेशानियां होना
  • रोगी की आवाज में बदलाव आना
  • रोगी की भूख प्यास बिल्कुल कम होना
  • रोगी के शरीर में किसी भी घाव के ठीक होने में समय लगना
  • रोगी की मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना

इसके अलावा भी कैंसर की स्थिति उत्पन्न होने पर रोगी में काफी सारे और लक्षण दिखाई दे सकते हैं

कैंसर की आयुर्वेदिक दवा

जब किसी रोगी को शुरुआती समय में कैंसर की समस्या उत्पन्न होती है. तब वह आयुर्वेदिक दवाओं के जरिए अपनी इस समस्या को नियंत्रण में कर सकता है. लेकिन किसी भी प्रकार की दवाई का सेवन करने से पहले आपको किसी अच्छे डॉक्टर से अपनी बीमारी की जांच जरूर करवानी चाहिए.

1. अश्वगंधा कैप्सूल (Ashwagandha Capsules)

अगर आपको शुरुआती समय का कैंसर है. तब आप अश्वगंधा कैप्सूल (Ashwagandha Capsules) का सेवन कर सकते हैं. यह कैप्सूल आपको दिन में दो बार लेने होते हैं. नियमित रूप से इनका सेवन करने पर यह आपकी कैंसर की समस्या को ठीक करने में मदद करते हैं. और यह कैप्सूल प्राकृतिक चीजों से बनाए गए हैं.

2. करक्यूमिन कैप्सूल (curcumin capsules)

अगर आपको कैंसर की समस्या उत्पन्न हो गई है. तब आपको करक्यूमिन कैप्सूल (curcumin capsules) का सेवन करना चाहिए यह एंटीऑक्सीडेंट कैप्सूल होते हैं. जो की आपकी बॉडी से कैंसर की स्थिति को दूर करने और आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करने का काम करते हैं.

3. गुग्गुल कैप्सूल (Guggul Capsule)

यह कैप्सूल भी आपको कैंसर की समस्या से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं. इन कैप्सूल का दिन में 2 बार सेवन करने से यह आपके ब्लड को भी साफ करती है. और आपका स्वास्थ्य भी ठीक होता है. और इससे आपको दर्द में भी राहत मिलती है.

4. तुलसी कैप्सूल (Tulsi Capsules)

आप सभी को पता होगा कि तुलसी एक ऐसी औषधि है. जो कि काफी सारी बीमारियों के ऊपर काम करती है. इसी तरह से यह कैंसर क्या लक्ष्मण को भी रोकने में मदद करती है. नियमित रूप से तुलसी कैप्सूल (Tulsi Capsules) का सेवन करने पर यह आपको कैंसर की काफी सारी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद करती है. और यह आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करना और आपके स्वास्थ्य को ठीक रखने में मदद करते है.

5. चंद्रप्रभा वटी (Chandraprabha Vati)

चंद्रप्रभा वटी (Chandraprabha Vati) टेबलेट को भी काफी सारी कैंसर की समस्याएं को रोकने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. यह काफी सारी अलग-अलग जड़ी बूटियों से मिलकर बनाई गई है. जो कि आपको कैंसर की समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद करती है.

Conclusion

इसके अलावा भी काफी सारी ऐसी और दवाएं आपकी है. जो कि आपके शुरुआती कैंसर के लक्षणों को रोकने में मदद करती है.लेकिन इनमें से किसी भी दवाई का इस्तेमाल करने से पहले आपको पूरी तरह से अपनी बॉडी का चेकअप करवाना चाहिए.

finally ! किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए क्योंकि कई बार कैंसर ऐसे स्टेज पर पहुंच जाता है. जहां पर देरी करना आपके लिए खतरनाक साबित हो जाता है. इसलिए आपको पहले डॉक्टर से सलाह लेना बहुत जरूरी है.

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