पैथोलॉजी क्या होती है पैथोलॉजिस्ट कैसे बने

पैथोलॉजी क्या होती है पैथोलॉजिस्ट कैसे बने

इस तेजी से बदलती हुई दुनिया में मेडिकल साइंस ने भी बहुत तरक्की की है जिसके कारण ऐसी खतरनाक बीमारियों का पता लगाना और उनका इलाज करना आसान हो गया है जिनका पहले इलाज भी उपलब्ध नहीं होता था.

क्योंकि समय-समय पर ऐसी ऐसी तकनीका आ रही है जिनकी मदद से साइंटिस्ट बीमारियों का पता लगाने से संबंधित नए नए उपकरण बना रहे हैं लेकिन मेडिकल साइंस की किसी भी फील्ड में अपना कैरियर बनाना इतना आसान नहीं होता है .

बल्कि इसके लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है क्योंकि मेडिकल फील्ड बहुत बड़ा होता है इसके अंदर बहुत सारे अलग-अलग फिल्ड आती हैं.

 

इस ब्लॉग में भी हम आपको ऐसे ही एक फील्ड के बारे में बताने वाले हैं इस ब्लॉग में हम आपको पैथोलॉजी कोर्स के बारे में बताएंगे पैथोलॉजिस्ट क्या होते हैं पैथोलॉजिस्ट कैसे बने और पैथोलॉजिस्ट का काम क्या-क्या होता है.

पैथोलॉजिस्ट क्या होते हैं

What is pathology – पैट्रोलॉजी मेडिकल साइंस का वह क्षेत्र है जिसके अंदर पैथोलॉजिस्ट कई अलग-अलग चीजों के ऊपर काम करते हैं पैथोलॉजिस्ट का काम अलग-अलग बीमारियों का पता लगाना और उनका इलाज शुरू करवाने का होता है आप सभी को पता है.

इस दुनिया में अनेक प्रकार की खतरनाक बीमारियां फैली हुई है और समय-समय पर नई नई बीमारियां आती रहती है जिनका शुरू शुरू में पता लगाना और उनका इलाज शुरू करना कठिन होता है और पैथोलॉजिस्ट इन सभी बीमारियों के अलग-अलग प्रकार के टेस्ट और दूसरी तकनीकों की मदद से यह पता लगाते हैं .

कि इस बीमारी में किस प्रकार के वायरस हैं और यह किस तरह से ठीक किया जा सकता है साधारण भाषा में कहा जाए तो पैथोलॉजिस्ट का काम किसी भी बीमारी का पता लगाना और उसका इलाज शुरू करवाना होता है पैथोलॉजिस्ट हमारे शरीर में उत्पन्न होने वाली बीमारी का सटीक पता लगाकर इलाज शुरू करवाते हैं .

पैथोलॉजिस्ट दो प्रकार के होते हैं क्लिनिकल पैथोलॉजी और एनाटॉमिकल पैथोलॉजिस्ट लेकिन किसी भी बीमारी की जानकारी प्राप्त करने के लिए पैथोलॉजिस्ट कई अलग-अलग चीजों का सहारा लेते हैं जिनमें ब्लड टेस्ट, कैंसर स्क्रीनिंग टेस्ट, बायोप्सी सैंपल आदि किसी खतरनाक बीमारी को ठीक करने के लिए पैथोलॉजिस्ट का महत्व ज्यादा होता है.

पैथोलॉजिस्ट कैसे बने

How to become a pathologist – बहुत सारे छात्र ऐसे होते हैं जो कि मेडिकल साइंस फील्ड में जाना चाहते हैं लेकिन वे एमबीबीएस नहीं करना चाहते हैं अगर आप भी उन्हीं से है तो आप पैथोलॉजिस्ट बन सकते हैं क्योंकि यह एक ऐसा फील्ड है जिसमें आपके लिए एमबीबीएस करना जरूरी नहीं होता.

पैथोलॉजिस्ट बनने के लिए आपको सबसे पहले 12वीं क्लास साइंस विषय के साथ पास करनी होती है जिसमें आपको कम से कम 50% अंक प्राप्त करने होते हैं 12 क्लास पास करने के बाद में आपको बैचलर डिग्री प्राप्त करनी होती है. लेकिन इस डिग्री में दाखिला लेने से पहले आपको एंट्रेंस एग्जाम देना होता है.

उसी के बाद में आपको किसी भी यूनिवर्सिटी में दाखिला मिलता है अगर आप बैचलर की डिग्री प्राप्त कर लेते हैं आपको पैथोलॉजिस्ट बनने के लिए MCAT, AAMC, AACOM जैसे एग्जाम देने होते हैं.

उसके बाद में आपको मेडिकल स्कूल एंड नेशनल लाइसेंसिंग की पढ़ाई करनी होती है इसके बाद में आपको रेजीडेंसी का भी प्रोग्राम करना होता है जिसमें फिजीशियन माइक्रोबायोलॉजी और ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन जैसी चीजों की पढ़ाई करनी होती है.

एक अच्छा पैथोलॉजिस्ट बनने के लिए आपको Diploma in Pathology, Diploma in Clinical Pathology, Bachelor of Audiology, Speech and Language Pathology, BSc Pathology, Master of Dental Surgery in Oral Pathology, Doctor of Philosophy in Speech Pathology and Audiology जैसे कोर्स कर सकते हैं इसमें स्पेशलाइजेशन कोर्स भी शामिल है.

जरूरी स्किल

किसी भी फील्ड में बेहतर बनने के लिए आपके अंदर उस फिर से संबंधित जरूर स्किल का होना भी मायने रखता है ताकि आपको अपने कैरियर में आगे चलकर किसी भी तरह की परेशानी न आए इसी तरह से पैथोलॉजिस्ट के लिए भी कुछ जरूरी स्किल होना जरूरी है

  • आपके अंदर इस फील्ड से संबंधित चीजों में दिलचस्पी होना जरूरी है
  • आपको हुमन एनाटॉमी एंड फिजियोलॉजी का ज्ञान होना जरूरी है
  • आपको माइक्रोस्कोप के काम करने की दिलचस्पी होनी चाहिए
  • आपके अंदर कन्वेंशनल स्किल भी होनी चाहिए
  • आपके अंदर क्रिएटिव माइंड होना चाहिए
  • आपके अंदर धैर्य व सहनशीलता का होना जरूरी है
  • आपको टीम वर्क करना आना चाहिए
  • आपके अंदर कम्युनिकेशन स्किल भी होनी चाहिए
  • आपको कंप्यूटर साइंस इंग्लिश जैसे विषयों की अच्छी जानकारी होनी चाहिए
  • डिग्री प्राप्त करने के बाद में आपको कुछ समय का अभ्यास भी करना चाहिए

पैथोलॉजिस्ट के काम

पैथोलॉजिस्ट बनने के बाद में आपको कई अलग-अलग जगह पर अलग-अलग पदों के ऊपर काम करना होता है जिसमें आपको कई ऐसे काम करने पड़ते हैं जो कि काफी कठिन होते हैं जैसे

  • प्रतिदिन आपको अमृत इंसानों का पोस्टमार्टम करके यह पता लगाना होता है कि इंसान की मौत किस वजह से हुई है जिसके लिए आपको अलग-अलग फॉरेंसिक टेस्ट करने होते हैं
  • आपको रोगियों के सेल सैंपल का मूल्यांकन करना होता है
  • आपको मेडिकल लैब में सैंपल को इकट्ठा करके रोगी के शरीर के ऊतकों का परीक्षण करना होता है
  • आपको त्वचा ,बाल, नाखून जैसे रोगों को माइक्रोस्कोप के जरिए उनकी बीमारी का पता लगाना होता है
  • इसके अलावा भी आपको बहुत सारे अलग-अलग और काम मिलते हैं क्योंकि पैथोलॉजिस्ट का फील्ड बहुत बड़ा होता

जॉब

एक सफल पैथोलॉजिस्ट बनने के बाद में आपके सामने जॉब की कमी नहीं रहती आप के सामने बहुत सारे ऐसे विकल्प खुल जाते हैं जहां पर आप आसानी से जॉब कर सकते हैं.

इन सभी जॉब में मेडिकल लैब एग्जामिनर, प्रोफेसर, फॉरेंसिक टेक्नीशियन, कंसलटेंट, साइटोपैथोलॉजी, लैब असिस्टेंट,मेडिकल लैब टेक्नीशियन, डरमेटो पैथोलॉजी जैसे पद शामिल हैं इसके अलावा आप अलग-अलग हॉस्पिटल में जाकर भी पैथोलॉजिस्ट के पद पर काम कर सकते हैं .

अगर आप खुद का हॉस्पिटल खोलना चाहते हैं तो आपके सामने यह ऑप्शन भी होता है जहां पर आप काफी पैसे कमा सकते हैं और अगर आप विदेशों में जॉब करना चाहते हैं .

तो विदेशों में भी आपको अच्छा सैलरी पैकेज मिलता है अमेरिका कनाडा ऑस्ट्रेलिया न्यूजीलैंड जैसे देशों में एक पैथोलॉजिस्ट की मांग हमेशा रहती है.

हम उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा बताई गई पैथोलॉजिस्ट के बारे में जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है और आप ऐसे ही और जानकारियां पाना चाहते हैं तो आप हमारे वेबसाइट को जरूर विजिट करें.

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