ब्लैक फंगस क्या है इसे कैसे बचें
अगर दुनिया के इतिहास को देखा जाए तो समय – 2 में बहुत बड़ी बड़ी महामारी आई है इन महा-मारियो में लाखों लोगों ने अपनी जान गंवाई है इसी तरह से कोरोनावायरस भी एक बहुत बड़ी महामारी है जो कि अब पूरी दुनिया में बिल्कुल मौत का साया बनकर फैल चुकी है लेकिन दुनिया में जब कोई महामारी आती है तब उसके साथ और भी कई छोटी और बड़ी बीमारियां उत्पन्न होती है और वे भी बहुत ही खतरनाक और घातक होती है और कोरोनावायरस के साथ भी कुछ ऐसी ही स्थिति उत्पन्न हो गई है.
क्योंकि आपने सुना होगा कि अब कोरोनावायरस की महामारी के बीच ब्लैक फंगस नाम की भी एक बीमारी आ गई है जो कि बहुत खतरनाक बीमारी है और इससे भी लोग अब धीरे-धीरे अपनी जान गवा रहे हैं और इसका सबसे ज्यादा असर इंसान की स्किन, लंग्स और दिमाग के ऊपर होता है जिससे वह व्यक्ति मानसिक रूप से भी ठीक नहीं रहता तो आज हम इस ब्लॉग में आपको ब्लैक फंगस के बारे में पूरी जानकारी आपको देने वाले हैं इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे ब्लैक फंगस क्या है इससे इंसान के ऊपर क्या प्रभाव पड़ता है और इससे बचने के उपाय.
ब्लैक फंगस क्या है
सबसे पहले आपको यह जानना बहुत ही जरूरी है आखिरकार ब्लैक फंगस क्या है क्योंकि ब्लैक फंगस एक नई बीमारी है इसके बारे में लोगों को सही से जानकारी नहीं है और इसके बारे में अलग-अलग भ्रम फैलाया जा रहा है इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (ICMR) की रिपोर्ट के मुताबिक ब्लैक फंगस भी एक खतरनाक बीमारी है और यह ब्लैक फंगस एक फंगल इंफेक्शन है और इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (ICMR) की रिपोर्ट में ऐसा दावा किया गया है ब्लैक फंगस का इन्फेक्शन उन लोगो ज्यादा देखा जा रहा है.
जिन लोगों क कोरोनावायरस से संक्रमित होने से पहले कोई दूसरी बीमारी थी जैसे यह अनियंत्रित डायबिटीज और स्टेरॉयड लेने वालो में ज्यादा देखा गया है. और इसके साथ ही रिपोर्ट में ऐसी जानकारी भी दी गई है की यह उन लोगों में भी बहुत ही तेजी से फैल रहा है जिन लोगों का इम्यून सिस्टम बहुत ही कमजोर है ऐसा माना जा रहा है. कि ब्लैक फंगल इनफेक्शन तब होता है. जब कोई मरीज कोरोनावायरस से संक्रमित हो जाता है तब यह उसके शरीर में प्रवेश करता है या फिर कोई मरीज लंबे समय तक आईसीयू में रहता है तब उसको ब्लैक फंगस का सबसे ज्यादा खतरा होता है और ब्लैक फंगस इंफेक्शन को म्यूकर मायकोसिस (ब्लैक फंगस) के नाम से भी जाना है
किन लोगों को ब्लैक फंगस हो सकता है
आपको इसके बारे में भी जानना बहुत जरूरी है कि ब्लैक फंगस इंफेक्शन किन किन लोगों में हो सकता है क्योंकि जैसा कि मैंने आपको पहले ऊपर बताया यह एक ऐसा इंफेक्शन है जो कि उन लोगों में ज्यादा देखा गया है जिन लोगों का इम्यून सिस्टम की वजह से भी ज्यादा कमजोर है या कोई मरीज लंबे समय से अस्पताल में भर्ती है या फिर किसी इंसान को कोरोनावायरस होने से पहले डायबिटीज या ब्लड शुगर के कंट्रोल से संबंधित समस्या थी उनमें सबसे ज्यादा ब्लैक फंगस का खतरा होता है ऐसा लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि जिन जिन लोगों कोरोना वायरस हुआ है उन सभी को ब्लैक फंगस की समस्या हो है
ब्लैक फंगस के लक्षण
वैसे तो जब किसी इंसान को ब्लैक फंगस इंफेक्शन होता है तब उसको उसके बारे में बिल्कुल भी पता नहीं चलता लेकिन यह किसी भी इंसान के शरीर में प्रवेश करता है जब कोई इंसान करोना वायरस से संक्रमित होने पर ठीक होकर बाहर खुली हवा में आता है तब हवा में फैली हुए रोगाणुओं के संपर्क में आने से ब्लैक फंगस हो सकता है या फिर उसके अलावा अगर किसी को चोट लगी है रगड़ लगी हुई है या फिर शरीर का कोई अंग जला हुआ है तो उसके द्वारा ब्लैक फंगस किसी इंसान के शरीर में प्रवेश कर सकता है वैसे तो ब्लैक फंगस एक जानलेवा बीमारी है. लेकिन अगर समय रहते ध्यान दिया जाए तो मरीज की जान बचायी जा सकती है
अगर किसी को ब्लैक फंगस इंफेक्शन हो जाता है तब को कई लक्षण देखने को मिलते हैं जैसे
- मरीज़ को बार-बार बुखार आती है
- मरीज के मानसिक संतुलन में दिक्कत आ सकती है
- मरीज़ को बहुत तेज़ सिर दर्द होता है
- मरीज़ को खांसने और सांस लेने में दिक्क्त होने लगेगी
- मरीज को खून की उल्टियां होने लगेगी
- मरीज की आंखों में या आंखों के आसपास लाली आ जाएगी या दर्द महसूस होने लगेगा
ब्लैक फंगस से बचाओ
अगर आपके आसपास भी ब्लैक फंगस से संबंधित कोई मरीज संक्रमित है तब आपको बहुत ज्यादा सावधानियां बरतनी होगी क्योंकि यह एक नई बीमारी है और इससे बचना ही एक बेहतर उपाय हैं तो इससे बचने के लिए आपको कुछ ऐसी बातों का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है जैसे
- आपको ज्यादा धूल मिट्टी वाली जगह पर नहीं जाना चाहिए और आपको बाहर जाते समय मास्क का उपयोग करना चाहिए
- जब आप किसी हॉस्पिटल बैंक या भीड़भाड़ वाले इलाके में जाते हैं तब आपको जूते, ग्लब्स, फुल टीशर्ट और ट्राउजर आदि पहन कर ही जाना चाहिए
- अगर किसी को डायबिटीज या शुगर कंट्रोल की समस्या है तब उसको कम से कम इम्यूनोमॉड्यूलेटिंग या स्टेरॉयड का इस्तेमाल करना चाहिए
- अगर आपका इम्यून सिस्टम बहुत ही कमजोर है तब आपको बाहर बिल्कुल भी नहीं जाना चाहिए
- आपको कम से कम एंटीबायोटिक्स या एंटीफंगल दवा का इस्तेमाल करना चाहिए या बहुत ज्यादा जरूरत पड़ने पर करना चाहिए
- अगर आप स्टेरॉयड का इस्तेमाल कर रहे हैं तब आपको उसे 10 दिन से ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए
- आपको स्टेरॉयड का इस्तेमाल होम आइसोलेशन के बाद बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए
- ग्लूकोमीटर के साथ अपने ग्लूकोज लेवल को समय-समय पर मापते रहना चाहिए
क्या नहीं करना चाहिए
- आपको लगता है कि आपको ब्लैक फंगस इंफेक्शन हो गया है तब आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए उसके बारे में छुपाना नहीं चाहिए
- अगर आपको खासने या सांस लेने में तकलीफ हो रही है या नाक बंद होने की समस्या हो रही है तब आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए क्योंकि ये ब्लैक फंगस के लक्षण होते हैं
Nice information sir !