मनोवैज्ञानिक क्या होता है मनोवैज्ञानिक कैसे बने

मनोवैज्ञानिक क्या होता हैं. मनोवैज्ञानिक कैसे बने

अब हाल ही में आपने कुछ समय में यूट्यूब टीवी अखबार व दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के ऊपर कुछ ऐसे लोगों को के वीडियोस देखे होंगे जो कि सामने वाले व्यक्ति के दिमाग में चल रही बातें को बताते हैं. या उनके द्वारा कुछ पूछे गए सवालों का जवाब देते हैं.

जिसमें यूट्यूबर सुहानी नाम की लड़की भी बहुत चर्चा में रही हैं. बहुत सारे लोग इसको चमत्कार या जादू का नाम देते हैं. लेकिन असल में यह ना तो जादू हैं. और ना ही चमत्कार हैं. बल्कि यह एक ऐसा कोर्स हैं. जिसके जरिए हम किसी भी सामने वाले इंसान के दिमाग को पढ़ सकते हैं.

यानी उसके दिमाग में चल रही बातों को समझ सकते हैं. और और यह कोर्स दुनिया में कोई भी इंसान कर सकता हैं. और आप भी दूसरे इंसान के दिमाग में चल रही बातों को आसानी से समझ सकते हैं. इसके पीछे कोई जादू या चमत्कार नहीं होता इस कोर्स को मनोवैज्ञानिक कोर्स कहा जाता हैं.

जिसके जरिए हम सामने वाले के दिमाग को समझने का अध्ययन करते हैं. तो इस ब्लॉग में हम आपको मनोवैज्ञानिक क्या होता हैं. मनोवैज्ञानिक कैसे बने और मनोवैज्ञानिक किस तरह से सामने वाले इंसान की के दिमाग को पढ़ते हैं. इन सभी चीजों के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं.

मनोविज्ञान क्या होता है

दुनिया में ऐसे बहुत सारे लोग मौजूद हैं. जो कि सामने वाले इंसान की खुशी, गम, दुख, दर्द ,भावनाएं ,अवस्था और इसके अलावा कई चीजों के बारे में आसानी से समझ लेते हैं. और जब वह इंसान हमें यह सब बातें बताते हैं. तब हमें यह सब चमत्कार लगता हैं.

लेकिन यह कोई चमत्कार नहीं होता बल्कि वे लोग मनोविज्ञान साइंस का कोर्स करके इन सभी चीजों के बारे में पता लगाते हैं. इस कोर्स में कई ऐसी चीजों का अध्ययन करवाया जाता हैं.

जिसके जरिए कोई भी इंसान सामने वाले इंसान के व्यवहार, उसके दिमाग की चेतना और अवचेतना, अवस्था, खुशी, गम आदि को समझता हैं. लेकिन इस फील्ड में काफी मेहनत करनी पड़ती हैं. और बहुत सारी अलग-अलग छोटी-बड़ी चीजों को पढ़ना पड़ता हैं.

मनोवैज्ञानिक पांच प्रकार के होते हैं. जिनमें व्यक्तिगत मनोविज्ञान, सामाजिक मनोविज्ञान, जैविक मनोविज्ञान, नैदानिक मनोविज्ञान और संज्ञानात्मक मनोविज्ञान शामिल है.

इन सभी मनोवैज्ञानिक का काम अलग अलग होता हैं. और यह सभी लोग अलग-अलग चीजों का अध्ययन करते हैं. और इस कोर्स को करने वाले लोग अक्सर डॉक्टर ही बनते हैं. और इस कोर्स को करने वाले लोग ज्यादातर दिमाग की डॉक्टर बनते हैं.

क्योंकि मनोविज्ञान कोर्स करने के बाद में आप किसी भी इंसान के दिमाग की स्थिति को आसानी से समझ सकते हैं. जो लोग मानसिक रोगों से ग्रस्त होते हैं. यह डॉक्टर उनकी दिमाग की स्थिति को समझकर इलाज देते हैं.

मनोवैज्ञानिक सिर्फ इंसानों की दिमाग की स्थिति को ही नहीं समझते बल्कि इसके अलावा बहुत सारे मनोवैज्ञानिक पूरे समाज या पूरे परिवार की सोच उनके गम खुशी और उनकी भावनाओं भावनाओं को समझते हैं.

मनोवैज्ञानिक कैसे बने

अगर आप भी किसी इंसान के दिमाग में चल रही चेतना खुशी गम भावना आदि को समझने या जानने में दिलचस्पी रखते हैं. तो आप इस फील्ड में कैरियर बना सकते हैं. इस फील्ड में कैरियर बनाने के लिए आपको मनोवैज्ञानिक फील्ड से जुड़े हुए कई अलग-अलग कोर्स करने पड़ते हैं.

जिनकी शुरुआत आपको पहले 12वीं क्लास से ही करनी पड़ती हैं. 12वीं क्लास में आपको सबसे पहले साइंस विषय के साथ कम से कम 60% अंक प्राप्त करने होते हैं. उसके बाद में आपको मनोवैज्ञानिक फील्ड से जुड़े हुए कई अलग-अलग कोर्स करने होते हैं.

इस फील्ड में आप बैचलर एमएससीए व पीजी डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं. जिन की डिग्री प्राप्त करने के बाद में आप अलग-अलग फील्ड के मनोवैज्ञानिक बन जाते हैं. इसके अलावा आप इस फील्ड में स्पेशलाइजेशन कोर्स भी कर सकते हैं.

जिसके बाद आप किसी एक फील्ड के स्पेशलिस्ट बन जाते हैं. और अगर आप इस फील्ड में पीएचडी करना चाहते हैं. तो इस फील्ड में आप पीएचडी भी कर सकते हैं. इन सभी कोर्स को करने के बाद आप किसी भी इंसान की मानसिक स्थिति को आसानी से समझने में सक्षम हो जाते हैं.

जिसके बाद आप अलग-अलग जगह पर जाकर मनोवैज्ञानिक पद पर काम कर सकते हैं. लेकिन इस फील्ड में कैरियर बनाना इतना आसान नहीं होता इस फील्ड में कैरियर बनाने के लिए आपको दिन-रात मेहनत करनी पड़ती हैं. और बहुत सारे अलग-अलग विषयों में पढ़ना पड़ता है.

मनोवैज्ञानिक बनने के लिए जरूरी स्किल

इस फील्ड में किसी भी प्रकार का मनोवैज्ञानिक बनने के लिए आपको काफी मेहनत करनी पड़ती हैं. और अलग-अलग प्रकार की डिग्रियां प्राप्त करनी पड़ती हैं. लेकिन इन सभी के साथ-साथ आपके अंदर कुछ जरूरी स्किल होना भी आवश्यक हैं. जो कि आपको इस फील्ड में सफल बनाने में मदद करती हैं

  • स फील्ड में आप को सबसे ज्यादा रिसर्चिंग स्किल की आवश्यकता पड़ती है
  • आपके अंदर कम्युनिकेशन स्किल का होना भी जरूरी है
  • आपको अलग-अलग परेशानियों का हल निकालना आना चाहिए
  • आपके अंदर एनालिटिकल स्किल होनी चाहिए
  • आपको कम्युनिकेशन बनाना आना चाहिए
  • आपको अपने आप के ऊपर भरोसा होना चाहिए
  • आपके अंदर लीडरशिप की क्वालिटी होनी चाहिए
  • आपको टीम वर्क करना आना चाहिए
  • आपको किसी भी मरीज को हैंडल करने की क्षमता होनी चाहिए
  • आपको साइंस इंग्लिश और मैथ जैसे विषयों की अच्छी जानकारी होनी चाहिए
  • आपको कंप्यूटर का अच्छा ज्ञान होना जरूरी है

मनोवैज्ञानिक के जॉब के अवसर

इस फील्ड में डिग्री प्राप्त करना काफी कठिन काम होता हैं. और अगर आप इस फील्ड में डिग्री प्राप्त कर लेते हैं. तो उसके बाद में आपको जॉब के लिए कहीं पर भटकने की जरूरत नहीं होती बल्कि आप किसी भी बड़े हॉस्पिटल में जाकर आसानी से मनोवैज्ञानिक पद पर काम कर सकते हैं.

जहां पर आपको अलग-अलग मरीजों का इलाज करना होता हैं. इसके आप किसी भी यूनिवर्सिटी कॉलेज रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन कारपोरेट हाउस प्राइवेट इंडस्ट्री में जॉब कर सकते हैं. आप डीआरडीओ के साथ भी जुड़ सकते हैं. और आपके पास खुद का हॉस्पिटल या क्लीनिक करने का भी ऑप्शन होता है.

मनोवैज्ञानिक की सैलरी

आज के समय में मनोवैज्ञानिक बनना काफी फायदेमंद होता हैं. क्योंकि इस फील्ड में काफी अच्छा सैलरी पैकेज मिलता हैं. अगर आप किसी भी ऑर्गेनाइजेशन या यूनिवर्सिटी आदि के साथ जोड़ते हैं. तो आपको आसानी से ₹50000 से लेकर ₹100000 तक मासिक सैलरी मिल जाती हैं.

अगर आप किसी हॉस्पिटल में जॉब करते हैं. तो भी तब भी आपको ₹100000 मासिक सैलरी मिल जाएगी और इसके अलावा आप खुद का भी कोई हॉस्पिटल खोल कर लाखों रुपए महीने के कमा सकते हैं. यानी इस फील्ड में काफी पैसा है.

हम उम्मीद करते हैं. कि हमारे द्वारा बताई गई मनोवैज्ञानिक के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई हैं. और आप ऐसी ही और जानकारी आप आना चाहते हैं. तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें.

 

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