रॉयल एनफील्ड मोटरसाइकिल के बारे में शायद ही किसी को ना पता हो. रॉयल एनफील्ड युवाओं में सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली मोटरसाइकिल है.इस मोटरसाइकिल को पसंद करने वाले सिर्फ भारत में ही नहीं पूरी दुनिया में बहुत सारे लोग हैं. हालांकि इस मोटरसाइकिल को ज्यादा लोग इस्तेमाल नहीं करते. लेकिन जितने भी लोग इस मोटरसाइकिल को इस्तेमाल करते हैं वह सिर्फ रॉयल इनफील्ड को ही इस्तेमाल करते हैं और इस के नए मॉडल का इंतजार भी करते हैं. चाहे इसे आने में कितने महीने लग जाएं लेकिन वह रॉयल इनफील्ड को इतना पसंद करते हैं कि इसका सालों तक इंतजार कर सकते हैं.
अगर आपको भी रॉयल एनफील्ड मोटरसाइकिल पसंद है. या आप इसे इस्तेमाल करते हैं तो आपको इसके बारे में ज्यादा अच्छे से पता होगा और इसकी ताकत का भी आपको अंदाजा होगा यह मोटरसाइकिल दिखने में जितनी स्टाइलिश है. उतनी ही दमदार भी है तो आज इस पोस्ट में हम आपको इस मोटरसाइकिल के इतिहास के बारे में बताना है वाले हैं. कि कैसे और कहां से यह बनना शुरू हुआ और कैसे यह भारत तक पहुंचा.
Royal Enfield Bullet Motorcycle का अविष्कार किसने किया
रॉयल इनफील्ड नाम एक साइकिल बनाने वाली कंपनी The Enfield Cycle Company Limited of Redditch से लिया गया है.रॉयल एनफील्ड मोटरसाइकिल सबसे पहले 1901 में इंग्लैंड में Albert Eadie और Robert Walker Smith द्वारा बनाई गई थी. लेकिन इस कंपनी का इतिहास इससे भी बहुत पुराना है.और इसके पुराने इतिहास की तरह इस मोटरसाइकिल का डिजाइन भी बहुत पुराना है और यह एक ऐसी बाइक है जो कि इसकी पुराने डिज़ाइन के बाद भी सबसे ज्यादा पसंद की जाती है लेकिन कंपनी में बहुत बड़ा घाटा होने के बाद यह कंपनी 1978 में बंद कर दी गई लेकिन भारत में इसकी manufacture कंपनी को बंद नहीं किया गया.
1851 में “George Townsend” ने अपनी सुई बनाने वाली कंपनी ‘Girvy Works’ को बंद कर दिया था लेकिन उसके बाद उसके बेटे George Jr. और और उसके भाई ने उसी कंपनी से ‘boneshakers’ नाम की एक पहली साइकिल बनाई. 1880 में वह साइकिल के हिस्से बनाने वाली कंपनी में बदल गई. और देखते ही देखते कुछ सालों में उन्होंने अपनी खुद की मशीनें बनाना शुरु कर दिया.
1890 में यह कंपनी आर्थिक रुप से कमजोर हो गई और इन्हें the financiers of Birmingham कंपनी से मदद लेनी पड़ी लेकिन यह partnership ज्यादा दिनों तक नहीं चली. और कंपनी को financiers Alber Edie और R.W Smith ने ले लिया और 1891 में इसे दोबारा से एक नया नाम दिया गया जो कि ‘The Edie manufacturing company Limited’ था.1896 में इसी कंपनी ने अपनी एक नई कंपनी बनाई जिसका नाम था “The New Enfield Cycle Company Limited,” .यह कंपनी साइकिल के हिस्से बनाने का काम करती थी लेकिन 1897 तक इस कंपनी ने पूरी साइकल बनाने का काम करना शुरु कर दिया. इसके बाद कंपनी ने साइकिल में कुछ बदलाव करने की सोची और 1899 में कंपनी ने 4 पहिए वाली साइकिल बनाई .
और इसी प्रकार साइकिल पर अलग-अलग प्रयोग करते हुए 1991 में 239 cc वाले इंजन की एक साइकिल बनाई गई. और इस साइकल में Minerva कंपनी का engine इस्तेमाल किया गया था .
इसके बाद 1903 में इस कंपनी ने कार बनाना भी शुरू कर दिया था. लेकिन अगले कुछ सालों में इस कंपनी को कार बनाने में बहुत घाटा हुआ और 1908 में कार बनाने का यह काम Alldays & Onions कंपनी को बेच दिया गया.
और इसके बाद कंपनी ने अपनी मोटरसाइकिल बनाने पर ज्यादा ध्यान दिया और 1910 में कंपनी ने 344 cc का Swiss Motosacoche V-Twin engines का इस्तेमाल करके अपनी एक और बाइक बनाई. और इसी तरह कंपनी की पावर को बढ़ाते हुए . 1912 में कंपनी ने 770 cc का V-twin JAP engine का इस्तेमाल करते हुए एक और बाइक बनाई .
लेकिन 1914 में British War Department दोबारा इस कंपनी को मोटरसाइकिल बनाने का एक बहुत बड़ा कॉन्ट्रैक्ट मिला और इसी के साथ Imperial Russian Government दोबारा भी इस कंपनी को मोटरसाइकिल का एक बड़ा कॉन्ट्रैक्ट मिला.
और इसके बाद इस मोटरसाइकल की पॉपुलैरिटी और ज्यादा बढ़ गई. और दूसरे विश्व युद्ध के दौरान British authorities ने इस कंपनी को मिल्ट्री बाइक बनाने का बहुत बड़ा कॉन्ट्रैक्ट दिया और मिलिट्री के लिए जो भी बाइक बनाए गए वह अलग-अलग Model में बनाए गए थे.
- WD/C 350 cc sidevalve
- WD/CO 350 cc OHV
- WD/D 250 cc SV
- WD/G 350 cc OHV
- WD/L 570 cc SV
और उसके बाद यह कंपनी दुनिया भर में प्रसिद्ध हो गई और अलग-अलग प्रयोग करते हुए इस कंपनी ने अपने अलग-अलग मॉडल दुनिया भर में लॉन्च किए.
भारत में Royal Enfield मोटरसाइकिल
भारत में रॉयल एनफील्ड मोटरसाइकिल बनाने वाली कंपनी चेन्नई में है. जैसा की हमने बताया यह कंपनी इंग्लैंड की है. यह कंपनी 1893 में बनाई गई थी और यह दुनिया की सबसे पुरानी मोटरसाइकिल में से एक है जिसका उत्पादन अभी तक हो रहा है.
भारतीय सरकार पुलिस और आर्मी के लिए एक अच्छी मोटरसाइकिल की तलाश में थी तब उन्हें रॉयल एनफील्ड बुलेट बाइक इस काम के लिए बिल्कुल सही लगी और उन्होंने रॉयल एनफील्ड बुलेट बाइक के 350 cc वाले model के 800 मोटरसाइकिल आर्डर किए. 1955 में Redditch company और Madras Motors कंपनी पार्टनरशिप में हो गई और रॉयल इनफील्ड को बनाने का काम भारत में शुरू कर दिया. और 1962 तक आते हुए सारे के सारे पार्ट भारत में बनने लग गए और पूरी बाइक ही भारत में बनानी शुरू हो गई.
रॉयल एनफील्ड की कीमत
किसी भी मोटरसाइकिल की कीमत उसकी ताकत के ऊपर या यूं कहें कि उसके इंजन के ऊपर निर्भर करती है. इसी तरह रॉयल एनफील्ड मोटरसाइकिल ने अपनी कई अलग-अलग नाम से मोटरसाइकिल निकाली है और उनकी कीमत भी अलग अलग है नीचे आपको रॉयल एनफील्ड मोटरसाइकिल की कीमत दी गई है.
मोटरसाइकिल | कीमत | जानकारी |
Royal Enfield Classic 350 | Rs. 1.35 lakh | 346 cc 37 Kmpl Petrol |
Royal Enfield Himalayan | Rs. 1.65 lakh | 411 cc 29.48 kmpl Petrol |
Royal Enfield Thunderbird 350 | Rs. 1.46 lakh | 346 cc 40 Kmpl Petrol |
Royal Enfield Classic 500 | Rs. 1.70 lakh | 499 cc 32 Kmpl Petrol |
Royal Enfield Continental GT | Rs. 2.08 lakh | 535 cc 25 Kmpl Petrol |
Royal Enfield Thunderbird 500 | Rs. 1.88 lakh | 499 cc 30 Kmpl Petrol |
Royal Enfield Bullet 500 | Rs. 1.66 lakh | 499 cc 30 Kmpl Petrol |
Royal Enfield Continental GT 650 | Rs. 4.25 lakh | N/A |
Royal Enfield Interceptor 650 | Rs. 3.50 lakh | N/A |
और इसी तरह अपने उत्पादन को आगे बढ़ाते हुए कंपनी आज पूरी दुनिया में राज कर रही है तो इस पोस्ट में हमने आपको Royal Enfield Bullet Motorcycle का अविष्कार किसने किया , bullet ka avishar kisne kiya , Bike ki khoje kisne ki ,who invented bike in hidni के बारे में बताया है मगर यह जानकारी आपको पसंद आए तो इसे शेयर जरूर करें.