फार्मास्यूटिकल क्या होता है फार्मास्युटिकल बिजनेस कैसे शुरू करें
आज के समय में शायद ही कोई इंसान ऐसा होगा जो कि बिना दवाइयों के स्वस्थ जीवन जी रहा है. क्योंकि इस आधुनिक समय में हमारा खान-पान और रहन-सहन बिल्कुल बदल चुका है. इसलिए हमें बहुत सारी बीमारियों का सामना करना पड़ता है. और इनमें से कुछ ऐसी खतरनाक बीमारियां होती है.
जो कि लगातार दवाइयां खाने के बावजूद भी ठीक नहीं होती इसी लिए लगातार दुनिया में फार्मास्यूटिकल बिजनेस बढ़ता जा रहा है. यह एक ऐसा बिजनेस है. जिसमें हमेशा जॉब के अवसर रहते है. तो आज इस ब्लॉग में हम आपको इसी फील्ड के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं इस ब्लॉग में हम आपको फार्मास्यूटिकल क्या होता है. फार्मास्यूटिकल बिजनेस कैसे करें और फार्मास्यूटिकल में कैरियर कैसे बनाएं इन सभी चीजों के बारे में बताने वाले हैं.
फार्मास्यूटिकल क्या होता है
अगर इस आधुनिक दुनिया में किसी इंसान को जीवित रहना है. तो उसको खाने पीने के साथ-साथ है. दवाइयों की भी आवश्यकता पड़ती है. क्योंकि शायद ही दुनिया में कोई इंसान ऐसा होगा जिसको किसी न किसी तरह की बीमारी नहीं है. दुनिया में ऐसे बहुत सारे लोग हैं जिनको कोई ना कोई छोटी से छोटी बीमारी जरूर होती है.
उस बीमारी से निपटने के लिए दवाइयों का सेवन करना पड़ता है. इसके अलावा भी दुनिया में बहुत सारी खतरनाक और बड़ी बीमारियां फैल चुकी है. जिन का इलाज न करने से इंसान की मौत कुछ ही दिनों में हो जाती है. इसलिए लगातार दिन प्रतिदिन दवाइयों का बिज़नस बढ़ता जा रहा है. और दवाइयों के होने वाले इस बिजनेस को फार्मास्यूटिकल कहा जाता है.
लेकिन दवाइयों का बिजनेस करना इतना आसान नहीं होता है.इस बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको कई अलग-अलग प्रकार के जरूरी लाइसेंस की भी जरूरत पड़ती है. क्योंकि भारत में दवाइयों की बिक्री के लिए सरकार ने ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट 1940 नाम से एक नियम बनाया है. जिसके तहत दवाइयों का बिजनेस करने के लिए आपको कई अलग-अलग लाइसेंस लेने पड़ते हैं फार्मास्यूटिकल अंग्रेजी शब्द है.
जिसको हिंदी में औषधी या दवा के नाम से जाना जाता है. फार्मास्यूटिकल सिर्फ जेनेरिक दवाइयां की शामिल होती है. इसके अलावा भारत में होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक दवाओं का भी बिजनेस किया जाता है. और यह बिजनेस भी बहुत बड़े लेवल पर होता है.
फार्मास्यूटिकल बिजनेस कैसे करें
जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया अगर आप भारत में दवाइयों का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो इस बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको कई अलग-अलग प्रकार के लाइसेंस लेने होते हैं क्योंकि यह एक स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ मामला है. जिसमें आपको दवाइयों की देखरेख सावधानियां और उसके इस्तेमाल आदि जैसी चीजों के ऊपर ध्यान रखना होता है. इसलिए सरकार ने दवाइयों के बिजनेस के लिए खास तौर पर एक ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक नियम बनाया है.
जिसके लिए आपको पहले कई अलग-अलग लाइसेंस तैयार करवाने पड़ते हैं दवाइयों का बिजनेस शुरू करने के लिए आपको मुख्य रूप से पांच प्रकार के लाइसेंस की जरूरत पड़ती है. जिनमें मैन्युफैक्चरिंग लाइसेंस, बिक्री लाइसेंस, लोन लाइसेंस, आयात लाइसेंस और मल्टी ड्रग लाइसेंस शामिल है. यह सभी लाइसेंस किसी भी प्रकार की मेडिसन को बनाने से लेकर उसको मार्केट में कस्टमर तक पहुंचाने के लिए जरूरी होते हैं.
जिनका अलग-अलग जगहों पर इस्तेमाल किया जाता है. बिक्री लाइसेंस भी तीन प्रकार के होते हैं जिसमें रिटेल ड्रग लाइसेंस ,थोक ड्रग लाइसेंस, प्रतिबंधित दवाएं बेचने का लाइसेंस शामिल हैं अगर आप इन सभी लाइसेंस को प्राप्त कर लेते हैं तो उसके बाद में आप फार्मास्यूटिकल बिजनेस शुरू कर सकते हैं.
लेकिन लाइसेंस को लेना इतना आसान नहीं होता है. इन लाइसेंस को हासिल करने के लिए कई अलग-अलग नियम बनाए हैं अगर आप इन सभी नियम और शर्तों को पूरा कर लेते हैं तो उसके बाद में आपको यह सभी लाइसेंस मिलते हैं उन सभी लाइसेंस को प्राप्त करने का काफी बड़ा प्रोसेस होता है.
ड्रग लाइसेंस लेने के लिए जरूरी चीजें चीजें
अगर आप दवाइयों का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको कई अलग-अलग लाइसेंस की आवश्यकता पड़ती है. लाइसेंस को लेने के लिए आपको कई अलग-अलग जरूरी चीजों की भी आवश्यकता होती है. जो कि निम्नलिखित हैं
- आपके पास एक पासपोर्ट साइज फोटो ईमेल आईडी और फोन नंबर होना जरूरी है
- आपको अपनी शॉप गोडाउन और स्टोर से संबंधित सभी दस्तावेज अपने पास रखने होंगे
- आपको कई अलग-अलग प्रकार की एनओसी भी तैयार करवानी पड़ती है
- इन लाइसेंस को लेने के लिए आपका योग्य होना जरूरी है. जिसके लिए आपको कई अलग-अलग डिग्रियों की आवश्यकता पड़ती है
- आपके पास अपनी दवाइयों को सुरक्षित रखने के लिए सभी जरूरी चीजें होना आवश्यक है
- आपको अपनी शॉप गोडाउन और स्टोर में कस्टमर के लिए सभी सुख सुविधाएं उपलब्ध करवानी होती है
लाइसेंस के लिए आवेदन कैसे करेंगे
- सबसे पहले आपको अपने सभी जरूरी दस्तावेजों जैसे मोबाइल नंबर ईमेल आईडी और पासपोर्ट साइज फोटो व डिग्रियों को अपने पास रखना होता है
- उसके बाद में आपको इन जरूरी लाइसेंस से संबंधित अलग-अलग फॉर्म लेने होते हैं जिनमें आपको अपनी पूरी जानकारी सही भरनी होती है
- उसके बाद में आपको उन सभी जरूरी दस्तावेजों को अपलोड कर देना है. कुछ समय बाद में आपके सभी दस्तावेज वेरीफाई हो जाते हैं
- अगर आप लाइसेंस देने योग्य समझ जाते हैं तो उसके बाद में आपको लाइसेंस के आगे के प्रोसेस के बारे में बताया जाता है
- जिसके लिए आपको ड्रग लाइसेंस अधिकारियों से भी मिलना पड़ सकता है
लेकिन ड्रग लाइसेंस इतनी आसानी से नहीं मिलते इस पूरे प्रोसेस में आपको काफी समय लग जाता है. क्योंकि इस बिजनेस के लिए आपको सिर्फ एक ही लाइसेंस की आवश्यकता नहीं होती बल्कि इससे जुड़े हुए चार से पांच अलग-अलग लाइसेंस लेने पड़ते हैं
फार्मास्यूटिकल बिजनेस में कमाई
आज के समय में जितनी कमाई फार्मास्यूटिकल बिजनेस में है. उतनी कमाई शायद ही किसी दूसरे बिजनेस में होगी अगर आप इस बिजनेस को किसी तरह से शुरू कर लेते हैं तो इस बिजनेस को शुरू करने के बाद में आप एक लाख से ₹1000000 तक भी मासिक कमा सकते हैं,
क्योंकि यह एक ऐसा बिजनेस है. जहां पर आपको बहुत ही कम रेट की दवाइयां होलसेल पर मिलती है. और उन दवाइयों को अगर आप किसी कस्टमर तक आसानी से बेच सकते हैं तो आपको काफी बड़ा मार्जन मिलता है. अगर आप कोई छोटा मेडिकल स्टोर भी खोलते हैं तो आप इस बिजनेस में ₹100000 तक आसानी से कमा सकते हैं.
हम उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा बताए गए फार्मास्यूटिकल बिजनेस के बारे में जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है. और आप ऐसी ही और जानकारियां पाना चाहते हैं तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें.