Rural Management क्या होता है इसमें करियर कैसे बनाएं

Rural Management क्या होता है इसमें करियर कैसे बनाएं

भारत एक कृषि प्रधान देश हैं. भारत में हर तीसरा इंसान किसी न किसी तरीके से कृषि के साथ जुड़ा हुआ हैं. इसीलिए हमारे देश में लगभग 70 से 75% आबादी गांवों में रहती हैं. लेकिन लगातार खेती में हो रहे घाटे और नुकसान की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग शहरों की ओर पलायन कर रहे हैं.

क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में उन्हें न तो अच्छा रोजगार मिल पाता हैं. और ना ही उनको अच्छी सुविधाएं मिल पाती हैं. लेकिन पिछले कुछ सालों में सरकार ने इस परेशानी को समझा हैं. और लगातार ग्रामीण क्षेत्रों को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रही हैं. और इसी लिए लगातार रूरल मैनेजमेंट में लोग दिलचस्पी दिखा रहे हैं.

क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले ज्यादातर विकास को रूरल मैनेजमेंट के द्वारा ही किया जाता हैं. तो इस ब्लॉग में हम आपको इसी फील्ड के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं. इस ब्लॉग में हम आपको रूरल मैनेजमेंट क्या होता हैं. रूरल मैनेजमेंट में करियर कैसे बनाएं और रूरल मैनेजमेंट का कार्य क्या क्या होता हैं. इसके बारे में बताने वाले हैं.

रूरल मैनेजमेंट क्या होता है

रूरल मैनेजमेंट हमारे देश के ग्रामीण पिछड़े हुए क्षेत्रों से संबंध रखता हैं. क्योंकि रूरल मैनेजमेंट का काम देश के पिछड़े व गरीब गांव का विकास करना और उनको सभी जरूरी सुख सुविधाएं उपलब्ध करवाना होता हैं. हमारे देश में गरीबी का स्तर काफी ऊपर हैं. और बहुत सारे ऐसे क्षेत्र हैं.

जहां पर लोगों को न तो अच्छी सरकारी सुविधाएं मिल रही हैं. और ना ही उनके पास अच्छा रोजगार हैं. इसीलिए सरकार इन पिछड़े हुए गांव को पटरी पर लाने के लिए समय-समय पर रूरल मैनेजमेंट के तहत कई कार्यक्रमों का आयोजन करती हैं. और रूरल मैनेजमेंट के कर्मचारी इन सभी कार्यक्रमों के जरिए उन पिछड़े हुए ग्रामीण लोगों को अच्छी सुविधाएं उपलब्ध करवाते हैं.

जिसमें लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं देना बिजली पानी उपलब्ध करवाना गांव की साफ सफाई करवाना इसके अलावा भी बहुत सारे काम रूरल मैनेजमेंट के अंतर्गत आते हैं.

क्योंकि किसी भी देश की प्रगति में ग्रामीण क्षेत्रों का बहुत बड़ा हाथ रहता हैं. अगर किसी देश में ग्रामीण क्षेत्रों की हालत अच्छी नहीं होगी तो वह देश कभी तरक्की नहीं कर पाएगा इसीलिए भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में इन ग्रामीण क्षेत्रों का बहुत बड़ा हाथ होता हैं.

सरकार भी उन बातों को काफी अच्छे से समझ रही हैअगर आप इस फील्ड में कैरियर बनाना चाहते हैं. तो यह आपके लिए एक बढ़िया विकल्प हो सकता हैं. क्योंकि इसमें आप कैरियर भी बना सकते हैं. और इसके साथ ही आप इस फील्ड में जुड़ कर लोगों की भलाई भी कर सकते हैं.

रूरल मैनेजमेंट में कैरियर कैसे बनाएं

अगर आप रूरल मैनेजमेंट मि कैरियर बनाना चाहते हैं. तो इसकी शुरुआत में आपको ग्रेजुएशन करना होता हैं. ग्रेजुएशन आप किसी भी विषय से कर सकते हैं. लेकिन ग्रेजुएशन में आपको कम से कम 50% अंक प्राप्त करने होते हैं. बैचलर की डिग्री के बाद में आप इसी फील्ड में रूरल मैनेजमेंट मास्टर और पीजी डिप्लोमा कोर्स भी कर सकते हैं.

रूरल मैनेजमेंट में कई अलग-अलग प्रकार के कोर्स होते हैं. जिनमें रूरल मैनेजमेंट में एमबीए, मास्टर ऑफ रूरल डेवलपमेंट मैनेजमेंट, बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजमेंट में पीजी डिप्लोमा, रूरल मैनेजमेंट में पीजी डिप्लोमा, रूरल मार्केटिंग में पीजी डिप्लोमा, बैचलर ऑफ रूरल टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, रूरल मैनेजमेंट में फेलो प्रोग्राम जैसे कोर्स शामिल हैं.

इन कोर्स को पूरा करने के बाद में आपको कुछ समय का एक्सपीरियंस लेना होता हैं. जिसके लिए आप अलग अलग सरकारी व प्राइवेट कंपनियों के साथ जुड़ सकते हैं. लेकिन रूरल मैनेजमेंट में कैरियर बनाना इतना आसान नहीं होता हैं.

इसके लिए आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ती हैं. और किसी भी रूरल मैनेजमेंट कोर्स में दाखिला लेने के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम भी पास करना पड़ता है.

स्किल

वैसे तो किसी भी फील्ड में कैरियर बनाने के लिए आपके अंदर जरूरी स्किल का होना आवश्यक हैं. लेकिन रूरल मैनेजमेंट एक ऐसा फिल्ड हैं. जिसमें आपको कुछ अलग जरूरी स्कील की आवश्यकता होती हैं.

क्योंकि इस फिल्ड में काम करने के लिए आपको अलग-अलग पिछड़े हुए ग्रामीण क्षेत्रों में जाना पड़ता हैं. जहां के लोगों को ज्यादा जानकारियां नहीं होती और वे इतने पढ़े लिखे भी नहीं होते इसके लिए आपके अंदर कुछ जरूरी स्किल की आवश्यकता होती हैं. जो कि आपको इस फील्ड में काफी मदद करती हैं. जैसे

  • आपके अंदर कम्युनिकेशन स्किल का होना बहुत जरूरी है
  • आपके बात करने वह काम करने का ढंग अच्छा होना चाहिए
  • आपके अंदर कन्वेंशनल स्किल का भी होना बहुत जरूरी है
  • आप को अलग-अलग परेशानियों को सॉल्व करना आना चाहिए
  • आपका शांत स्वभाव और धैर्य पूर्वक होना जरूरी है
  • आपको अपने फील्ड के काम को अच्छे से करवाने की क्षमता होनी चाहिए
  • आपको टीमवर्क करना आना चाहिए
  • आपको लोगों की परेशानियों को समझने और उन को भरोसा दिलाना आना चाहिए
  • आपको इंग्लिश साइंस मैथ जिसे विषयों की अच्छी जानकारी होनी चाहिए
  • आपको कंप्यूटर का भी ज्ञान होना जरूरी है

जॉब

अगर आप इस फील्ड में जाना चाहते हैं. तो इस फील्ड में सफल होने के ज्यादा चांस भी होते हैं. और आपको जॉब के लिए इधर-उधर भटकना भी नहीं पड़ता क्योंकि आजकल सरकार पिछड़े हुए ग्रामीण क्षेत्रों को आगे बढ़ाने के लिए तेजी से काम कर रही हैं. और हमारे देश में बहुत सारी ऐसी सरकारी व प्राइवेट कंपनियां हैं.

जिन को अलग-अलग फील्ड के रूरल मैनेजमेंट के काम दिए जाते हैं. इन सभी कंपनियों को एक अच्छे रूरल प्रोफेशनल की जरूरत होती हैं. जहां पर आपको आसानी से जॉब मिल जाती हैं.

इसके अलावा भी आपके सामने बहुत सारे और विकल्प होते हैं. जहां पर आप ट्रेनर, रिसर्चर, कंसल्टेंट, प्रोजेक्ट को-ऑर्डिनेटर, प्रोजेक्ट डायरेक्टर जैसे पदों पर काम कर सकते हैं.

सैलरी

इस फील्ड में जाने के बाद में आपको कई अलग-अलग कंपनियों के साथ काम करना पड़ता हैं. जहां पर आपको कम से कम ₹30000 से ₹80000 के बीच में सैलरी आसानी से मिल जाती हैं. और अगर आप का एक्सपीरियंस ज्यादा हैं. और आप इस फील्ड में काफी अच्छा काम कर लेते हैं.

तो आप किसी प्राइवेट कंपनी के साथ जुड़ सकते हैं. जहां पर आपको और भी ज्यादा सैलरी मिल जाती हैं. एक अच्छे रूरल मैनेजमेंट प्रोफेशनल की सालाना इनकम 6 से 10 लाख के बीच में होती है.

हम उम्मीद करते हैं. कि हमारे द्वारा बताई गई रूरल मैनेजमेंट के बारे में जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई हैं. और आप ऐसी ही और जानकारियां पाना चाहते हैं. तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें.

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