नेत्र विशेषज्ञ क्या होता हैं. नेत्र विशेषज्ञ कोर्स कैसे करें
वैसे तो हमारे शरीर में लगभग सभी अंग बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं. जिनकी हमें कहीं ना कहीं जरूरत जरूरत पड़ती हैं. लेकिन हमारे शरीर के कुछ ऐसे बहुत जरूरी अंग होते हैं. जिनके बिना हमारी जिंदगी अधूरी लगती हैं. अगर इनमें से किसी भी अंग में कोई भी परेशानी आती हैं.
तो मानो हमारी जिंदगी में सब कुछ खत्म हो गया हैं. ऐसा ही एक अंग आंख भी हैं. जो कि हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग माना जाता हैं. क्योंकि एक बार अगर हमारी आंख को रौशनी चली जाती हैं. तो इसकी रोशनी वापस आना नामुमकिन हो जाता हैं. और हमें दिखाई देना बंद हो जाता हैं.
इसीलिए हमें आंख में जरा सी भी परेशानी होने के बाद तुरंत नेत्र विशेषज्ञ के पास जाना चाहिए जो कि हमारी आंखों की जांच करता हैं. और हमारी आंखों का उपचार करता हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा हैं. कि नेत्र विशेषज्ञ क्या होता हैं. नेत्र विशेषज्ञ कैसे बना जा सकता हैं.
इसके लिए क्या-क्या करना पड़ता हैं. तो आज किस ब्लॉग में हम आपको नेत्र विशेषज्ञ से संबंधित पूरी जानकारी देने वाले हैं. क्योंकि यह एक प्रकार का कोर्स होता है.
नेत्र विशेषज्ञ क्या होता हैं
What is an ophthalmologist- मान लीजिए आपको अचानक से दिखाई देना बंद हो जाता हैं. तब आप तुरंत किसी नेत्र विशेषज्ञ के पास जाते हैं. जो कि आप की आंखों की जांच करता हैं. और आपकी आंखों में उत्पन्न हुई बीमारी की जानकारी प्राप्त करने के बाद में आपको उपचार देता हैं.
क्योंकि हमारी आंखों में ऐसी बहुत सारी बीमारियां उत्पन्न होती हैं. जिनसे हमें दिखाई देना बंद हो जाता हैं. इसके अलावा भी आंखों में कई ऐसी बीमारियां होती हैं. जिससे हमारी आंखों की रोशनी धीरे-धीरे चली जाती हैं. इसलिए हमें समय रहते ही अपनी आंखों की जांच किसी अच्छे नेत्र विशेषज्ञ से करवानी चाहिए.
नेत्र विशेषज्ञ आपकी आंखों की जांच करता हैं. और फिर उनमें अलग-अलग उपचार देता हैं. नेत्र विशेषज्ञ को इंग्लिश में ऑप्थल्मोलॉजिस्ट कहा जाता हैं. जिसका काम हमारी बीमारियों की जानकारी प्राप्त करना डायग्नोसिस करना व उस बीमारी को रोकना और उसका इलाज करना होता है.
आंखों की बीमारियां
हमारी आंख हमारे शरीर का सबसे नाजुक अंग होती हैं. क्योंकि आंख में छोटी सी छोटी धूल का कण भी हमें बड़ी से बड़ी परेशानी दे देता हैं. अगर आपकी आंख में जरा सा भी मिट्टी का कण पड़ जाए तो आपकी आंखों से पानी बहने लगता हैं. आपकी आंखों में दर्द भी होने लगता हैं.
लेकिन हमारी आंखों में बहुत सारी ऐसी बीमारियां भी उत्पन्न हो जाती हैं. जो कि हमें यह सभी परेशानियां देती हैं. हमारी आंखों में मुख्य रूप से ग्लूकोमा, डाइबेटिक रेटिनल रोग, न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर, मायोनिया, हाइपरमेट्रोपिया, मेक्यूलर डिजनरेशन,आँखों की लाली, सूखी आँख, ज्यादा आँसू निकलना, दिखाई न देना,
आक्यूलर ट्रौमा तथा कंजेक्टिवाइटिस जैसी बीमारियां उत्पन्न होती हैं. जिन को ठीक करवाने के लिए हमें तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर के पास जाना चाहिए.
अगर इन सभी बीमारियों का समय रहते उपचार न करवाया जाए तो यह बीमारियां हमारी आंखों के लिए घातक भी साबित हो सकती हैं. कई बार इन बीमारियों को अनदेखा करने से रोगी की आंखों की रोशनी बिल्कुल खत्म हो जाती हैं. और फिर वह अंधा हो जाता है.
नेत्र विशेषज्ञ कैसे बने
How to do an ophthalmologist course – नेत्र विशेषज्ञ बनने के लिए आपको नेत्र विशेषज्ञ कोर्स करना होता हैं. जो कि एक बहुत ही कठिन कोर्स होता हैं. जिसके लिए आपको कई अलग अलग विषयों में पढ़ना पड़ता हैं. और कई अलग अलग प्रैक्टिकल भी करने होते हैं. यदि आप इस कोर्स को करना चाहते हैं.
तो इस कोर्स को करने के लिए आपको इसकी शुरुआत 12वीं क्लास से ही करनी पड़ती हैं. क्योंकि इस कोर्स को करने से पहले आपको 12वीं क्लास साइंस विषय के साथ पास करनी होती हैं. जिसमें आपको फिजिक्स केमेस्ट्री भौतिकी मैथ जैसे विषयों के साथ 12वीं क्लास पास करनी होती हैं.
12वीं क्लास में कम से कम आपको 60% अंक प्राप्त करने होते हैं. उसके बाद ही आप किसी मेडिकल कॉलेज में दाखिला ले पाते हैं. वैसे तो किसी भी मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेने के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम देना होता हैं.
उस एंट्रेंस एग्जाम में आपसे भौतिकी फिजिक्स केमेस्ट्री इंग्लिश मैथ और साइंस जैसे विषयों में सवाल पूछे जाते हैं. यदि आप इस एग्जाम को पास कर लेते हैं.
तो आपको मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिल जाता हैं. वैसे बहुत सारे छात्र ऐसे भी होते हैं. जो की 12वीं क्लास की मेरिट लिस्ट के हिसाब से भी दाखिला ले सकते हैं.
नेत्र विशेषज्ञ कोर्स की अवधि व विषय
यदि आप 12वीं क्लास पास करने के बाद नेत्र विशेषज्ञ कोर्स को करना चाहते हैं. तो इस कोर्स को करने के लिए आपको कम से कम 4 साल लग जाते हैं. क्योंकि यह एक 4 वर्षीय स्नातक डिग्री कार्यक्रम होता हैं.
जिसके अंदर आपको शरीर विज्ञान,जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान जैसे विषयों के बारे में पढ़ना होता हैं. और अलग-अलग प्रकार के प्रैक्टिकल भी करने होते हैं. यदि आप इस डिग्री को प्राप्त कर लेते हैं. तो उसके बाद में आपको एक्सपीरियंस के लिए भी 1 साल की जरूरत पड़ सकती हैं.
या आप इस डिग्री को प्राप्त करने के बाद में आगे पढ़ना चाहते हैं. तो आप जैसे ऑप्टोमेट्रिस्ट एम.एस., एम.फिल, पीएचडी या आयुध डिपो (डॉक्टर ऑफ ऑप्टोमेट्री) कोर्स भी कर सकते हैं. और इन सभी के बाद में आपको सर्टिफिकेट मिल जाता हैं. जिसके बाद आप अपने नाम के आगे डॉक्टर भी लगा सकते हैं.
जॉब
यदि आप ऊपर बताए गए किसी भी नेत्र विशेषज्ञ कोर्स को कर लेते हैं. तो उसके बाद में आपके सामने जॉब की अपार संभावनाएं होती हैं. क्योंकि नेत्र विशेषज्ञ एक ऐसा कोर्स हैं. जिसकी बहुत ज्यादा मांग होती हैं. इस कोर्स को करने के बाद में आपको अलग-अलग जगहों पर जॉब के अवसर मिलते हैं.
जहां पर आप आसानी से नौकरी कर सकते हैं. इस कोर्स को करने के बाद में आपको मुख्य रूप से मेडिकल कॉलेज, ऑप्रेरशन थियेटर, लेजर आई सर्जरी, सरकारी व गैर सरकारी आई सेंटर्स, हास्पिटल, हेल्थ केयर सेंटर्स, इंस्टीट्यूट जैसी जगह जॉब के अवसर मिलते हैं.
यदि आप खुद का कोई क्लीनिक या आई सेंटर खोलना चाहते हैं. तो आप इसको खोलकर भी अच्छी कमाई कर सकते हैं. इसके अलावा भी विदेशों में भी इस डिग्री की काफी मांग हैं. जहां पर आपको आसानी से नौकरी मिल जाती हैं. यदि आप विदेशों में जाना चाहते हैं. तो वहां भी आपको अपार जॉब के अवसर मिलते हैं
हम उम्मीद करते हैं. कि हमारे द्वारा बताई गई नेत्र विशेषज्ञ कोर्स के बारे में जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई हैं. और आप ऐसी ही और जानकारियां पाना चाहते हैं. तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें