रेडियोलॉजिस्ट क्या हैं. रेडियोलॉजिस्ट कोर्स कैसे करें
जैसे जैसे दुनिया बढ़ती जा रही हैं. वैसे वैसे ही आधुनिक तकनीकें आ रही हैं. हर एक चीज में आपको समय-समय पर बदलाव देखने को मिलता रहता हैं. क्योंकि इस आधुनिक समय में ज्यादातर काम मशीनों व टेक्नोलॉजी से ही होने लगा हैं. इसी तरह से मरीज को ठीक करने में भी अब बहुत सारी अलग-अलग प्रकार की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होता हैं.
जिसके जरिए मरीज को जल्दी से ठीक किया जाता हैं. और मरीज के शरीर में होने वाली बीमारी का सटीक विश्लेषण किया जा सकता हैं. आप सभी को पता होगी जब भी आप कहीं हॉस्पिटल में जाते हैं. तो वहां पर आपने सीटी स्कैन, एम आई आर स्कैन, अल्ट्रासाउंड आदि का नाम जरूर सुना होगा या आपने कभी यह टेस्ट जरूर करवाए होंगे .
लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा हैं. कि यह टेस्ट कौन करता हैं. और यह टेस्ट अक्सर किए क्यों जाते हैं. तो हम आपको बता देते हैं. कि यह सभी टेस्ट एक रेडियोलॉजिस्ट करता हैं. और एक रेडियोलॉजिस्ट बनने के लिए आपको बहुत मेहनत करनी पड़ती हैं. और यह एक प्रकार का कोर्स होता हैं.
जिसकी डिग्री को लेने के बाद ही आप इन सभी टेस्ट को कर सकते हैं. तो आज किस ब्लॉक में हम आपको रेडियोलॉजिस्ट कोर्स के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं.
रेडियोलॉजिस्ट
आज के आधुनिक युग में नई-नई बीमारियां बढ़ती जा रही हैं. जिनको पकड़ने के लिए रेडियो लॉजिस्टिक का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता हैं. क्योंकि जब भी आप किसी बीमारी के लिए हॉस्पिटल में जाते हैं. तो सबसे पहले डॉक्टर आपको अलग-अलग प्रकार के टेस्ट करवाने के लिए कहते हैं.
जिनमें एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन, एम आई आर स्कैन जैसे टेस्ट शामिल होते हैं. यह सभी टेस्ट एक रेडियोलॉजिस्ट के द्वारा ही किए जाते हैं. जिसकी मदद से एक रेडियोलॉजिस्ट आपके शरीर के अंदरूनी अंगों की बीमारियों की जांच करता हैं. और फिर उन्हें टेस्ट के आधार पर आपको डॉक्टर इलाज देते हैं.
लेकिन एक रेडियोलॉजिस्ट बन्ना इतना आसान नहीं होता हैं. इसके लिए आपको पहले रेडियोलॉजी का कोर्स करना होता है.
जिसमें आपको इन सभी टेस्ट वह इनके इस्तेमाल में होने वाली मशीनों के बारे में पढ़ाया जाता हैं. रेडियोलॉजिस्ट मेडिकल साइंस की एक ऐसी शाखा हैं.
जिसको सबसे महत्वपूर्ण माना जाता हैं. क्योंकि डॉक्टर आपके शरीर के बाहरी अंगों की बीमारी को तो आसानी से पहचान लेते हैं. लेकिन शरीर के अंदर की बीमारियों को पहचानना बहुत कठिन होता हैं.
इसलिए आपके शरीर के अलग-अलग टेस्ट करवाए जाते हैं. जिससे किसी भी डॉक्टर को आपके शरीर की अंदर की बीमारी को सही से समझने में मदद मिलती है.
रेडियोलॉजिस्ट कोर्स कैसे करें
आप में से बहुत सारी छात्र ऐसे होंगे जो कि आगे जाकर एक अच्छा डॉक्टर बनना चाहते हैं. लेकिन डॉक्टरी का क्षेत्र बहुत बड़ा होता हैं. क्योंकि डॉक्टर कई अलग-अलग प्रकार के होते हैं. हमारे शरीर की जितनी भी अंग होते हैं. उनके अलग-अलग डॉक्टर होते हैं.
इसलिए हमें सबसे पहले यह चुना होता हैं. कि हम डॉक्टर की किस फील्ड में जाना चाहते हैं. इसी फील्ड में रेडियोलॉजिस्ट भी शामिल हैं. यदि आप आगे जाकर एक अच्छे रेडियोलॉजिस्ट बनना चाहते हैं. तो इसकी शुरुआत आपको 12वीं क्लास से ही करनी पड़ती हैं.
क्योंकि इस कोर्स को करने के लिए सबसे पहले आपको 12वीं क्लास को साइंस स्ट्रीम के साथ पास करना होता हैं. जिसमें आपको कम से कम 60% अंक लेने होते हैं. इसके बाद में आपको रेडियोलॉजिस्ट कोर्स करने के लिए किसी मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेना होता हैं.
लेकिन किसी भी मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेने से पहले आपको एंट्रेंस एग्जाम भी देना होता हैं. फिर उसके बाद में ही आपको एडमिशन मिलता है.
रेडियोलॉजिस्ट कोर्स कितने प्रकार का होता है
यदि आप रेडियोलॉजिस्ट कोर्स करना चाहते हैं. तो इसके लिए इस फिल्ड में आपके सामने 4 कोर्स होते हैं. जिसमें सर्टिफिकेट कोर्स, डिप्लोमा कोर्स, बैचलर कोर्स और मास्टर कोर्स शामिल हैं. इन सभी कोर्स को करने के लिए आप के पास अलग-अलग योग्यताएं होनी चाहिए यदि आप बैचलर कोर्स करना चाहते हैं.
तो इसके लिए आपको 12वीं क्लास साइंस स्ट्रीम के साथ पास करनी होती हैं. और इसके साथ ही आपके पास कई ऐसी स्किल होनी चाहिए जो कि इस कोर्स को करने के लिए आपके लिए जरूरी होती हैं. जिसमें टेक्निकल स्किल, एनालिटिकल स्किल और मेडिकल एंड ह्यूमन इकोनॉमी आदि स्किल शामिल हैं.
अगर आपके पास यह सभी चीजें हैं. तो आप इस कोर्स को आसानी से कर पाएंगे लेकिन यह एक ऐसा कोर्स हैं. जिसके लिए आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ती हैं. और आपको कई अलग अलग विषयों में पढ़ना पड़ता है.
रेडियोलॉजिस्ट कोर्स की अवधि व विषय
रेडियोलॉजिस्ट कोर्स 1 डिग्री कोर्स होता हैं. जोकि 3 साल की अवधि का होता हैं. जिसमें छह छह महीने के अलग-अलग सेमेस्टर होते हैं. जिसमें आपको अलग-अलग चीजों के बारे में पढ़ायाव समझाया जाता हैं.
रेडियोलॉजिस्ट कोर्स में आपको मुख्य रूप से Different Radiographic Techniques,रेडिएशन फिजिक्स,रेडियो डायग्नोसिस,Radiographic Photography, Ultrasound Imaging,
एनाटॉमी,फिजियोलॉजी,बायोकिस्ट्री,इंट्रोडक्शन टू रेडियोग्राफी,Computed Tomography, Imaging Techniques जैसी चीजों के बारे में जानकारी दी जाती है.
रेडियोलॉजिस्ट के बाद क्या करें
यदि आप इस कोर्स को कर लेते हैं. तो इसके बाद में आप इसी फील्ड में आगे भी पढ़ाई कर सकते हैं. जिसमें बैचलर वे मास्टर कोर्स शामिल हैं. इसके अलावा आप कहीं पर जॉब करना चाहते हैं. तो इसके तो इस कोर्स को करने के बाद आपके सामने कई विकल्प खुल जाते हैं.
जहां पर आप अलग-अलग पद पर जॉब कर सकते हैं. इस कोर्स को करने के बाद आप रेडियोलॉजी टेक्निशियन,रेडियोलॉजी टेक्नोलॉजिस्ट,रडियोलॉजी असिस्टेंट,एमआरआई टेक्निशियन,लैब असिस्टेंट/ लैब अटेंडेंट,यूएसजी (USG) टेक्निशियन,CT Scan Technologist कर सकते हैं.
या आप विदेशों में भी जाकर किसी हॉस्पिटल आदि में जॉब कर सकते हैं. जहां पर आपको अच्छा सैलरी पैकेज भी मिल जाता हैइसके अलावा आप अपनी खुद का भी एक लैब बना सकते हैं. जहां पर आप यह सब काम कर सकते हैं. क्योंकि आज के समय में रेडियोलॉजिस्ट की बहुत महान हैं. जिससे आप हर महीने लाखों रुपए कमा सकते हैं.
हम उम्मीद करते हैं. कि हमारे द्वारा बताए गए रेडियोलॉजिस्ट कोर्स के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आई हैं. और आप ऐसी ही और जानकारियां पाना चाहते हैं. तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर विजिट करें.