सिंघाड़े की खेती से करें लाखों रुपये तक की कमाई
क्या किसी ऐसे बिजनेस प्लान की तलाश में जिसमें निवेश कम करना पड़े और अच्छी खासी रकम आपको एक जगह बैठ कर कमाने का मौका मिले आप ऐसी बिजनेस प्लान की तलाश में जहां पर ज्यादा मेहनत न हो। और मुनाफा उम्मीद ज्यादा हो तो आज हम आप के लिए ऐसा बिजनेस की बात करेंगे
जिसमे आप निवेश में तगड़ा मुनाफा कमा सकते हैं जी हां आज हम आपके लिए ऐसा बिजनेस प्लान लेकर आए हैं जिसको करके आप 12 महीने इनकम कर सकते हैं जिस प्लान कि आज हम बात करने वाले हैं। वह है सिंघाड़ा फार्मिंग बिजनेस प्लान सिंघाड़े के स्वाद से हर व्यक्ति वाकिफ है। क्योंकि सिंघाड़ा अपने फायदे से जाना जाता है
जब कच्चा रहता है तो भी खाने में अच्छा लगता है जब पक जाता है तो भी खाने में अच्छा लगता है। और जब सूख जाता है तो भी इसका उपयोग भारी मात्रा में होता है।
सिंघाड़े का उपयोग साल के बारह महीने होता रहता है इसकी खेती को करने के लिए कुछ महीने का समय लगता है इसके बाद कमाई होनी शुरू हो जाती है इसमें निवेश भी बहुत कम लगता है और 6 महीने में आप की फसल भी बिना किसी परेशानी के आराम से तैयार हो जाती है जिसका मुनाफा आप साल के 12 महीने कमा सकते हैं। यदि आपको सिंघाड़े के फार्मिग के विषय में कोई जानकारी नहीं है।
यदि आपको इस बिजनेस प्लान की कोई जानकारी नहीं है तो आपको इस आर्टिकल में हम बताने वाले हैं कि आप पैसे सिंघाड़ा की खेती करके कम निवेश में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। यदि आप पैसा कमाना चाहते हैं यह बिजनेस प्लान आपके लिए बहुत ही कारगर साबित हो सकता है आपको पैसे की कमी नहीं होने देगा ।
यह बिजनेस प्लान इतना भरोसा रखना चाहिए अभी आपको बिजनेस प्लान की जानकारी प्राप्त करनी है तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ना चाहिए चलिए शुरू करते हैं …
क्या है सिंघाड़े की खेती का बिज़नस
What is the business of water chestnut farming? in Hindi – जैसा कि हम सब जानते हैं सिंघाड़ा एक खाद्य पदार्थ है सिंघाड़ा हम कच्चा भी खाते हैं इसे पका कर भी खाते हैं तथा जब यह सूख जाता है तो भी इसे खाते हैं सिंघाड़ा कई औषधीय गुणों से भी लवरेज होता है। इसमें कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं
जैसे इसमें वात नाशक गुण होते हैं। जिससे गैस की समस्या ठीक होती है यह हमारी इम्यूनिटी पावर को मजबूत करता है पेट संबंधी रोगों को कब संबंधी रोगों को दूर करता है। इसमें अधिक मात्रा में फास्फोरस होता है यह शुगर लेवल को कम करने में भी मदद करता है तथा शरीर को पोषक तत्वों की कमी से भी दूर करता है।
सिंघाड़े की खेती करना इसलिए फायदेमंद होता है क्योंकि इसको ऐसी जगह चाहिए होती है जहां पर ढलान हो पानी जहां पर आकर इकट्ठा होता हो जैसे कोई बहुत बड़ा तालाब है कोई नीचे की जगह जहां पर पानी भर जाता है।
वैसा खेत है कोई ऐसी खाली जगह है प्लाट है जहां पानी भर जाता है ऐसी जगह पर आप सिंघाड़े की खेती कर सकते हैं। जहां पानी भरने की समस्या होती है वहां आप सिंघाड़े की खेती करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं और अपनी जगह का उपयोग भी बढ़िया तरीके से इनकम के रूप में कर सकते हैं।
हालांकि ऐसा नहीं है कि आप मिट्टी की खेती में सिंघाड़े की खेती नहीं कर सकते किंतु यदि पानी वाली जगह है तो वहां भी इसे किया जा सकता है। और बहुत से लोग पानी की जगह पर ही सिंघाड़े की खेती करते हैं इसकी शुरुआत सिंघाड़े की बुवाई जून के महीने से शुरू हो जाती है और यह जल्दी तैयार होकर आपको लाभ देने के काबिल हो जाता है।
सिंघाड़े का प्रयोग व्रत के समय ज्यादा किया जाता है क्योंकि हमारा देश आस्था और पूजा वाला देश है यहां पर हर व्यक्ति भगवान के लिए उपवास रखता है अपने संबंधी सगे संबंधियों की लंबी उम्र के लिए भगवान से कामना के लिए उपवास रखता है। नवरात्रि उपवास रखता है जिसमें भारी मात्रा में व्रत में शुमार होने वाले भोजन के तौर पर सिंघाड़े का उपयोग किया जाता है।
मार्केट में 12 महीने की डिमांड बनी रहती है यदि आप सिंघाड़े की खेती शुरू कर देंगे तो आप 12 महीने से पैसे कमा सकते हैं इसमें किसी प्रकार का कोई भय संशय दो राय नहीं।
कैसे शुरू करें सिंघाड़ा फार्मिंग बिजनेस प्लान
- यदि आपकी सिंघाड़े की खेती करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होगा जैसे की खेती कैसे करी जाती है खेती कहां की जाती है खेती से प्राप्त होने वाले अनाज की मार्केट में कितनी डिमांड है।
- फायदा कितना होगा मुनाफा कितना होगा लागत कितनी लगेगी सारी जानकारी आपको ही चाहिए बिजनेस प्लान पर आपको पता होना चाहिए।
- खेती करने में कितना खर्च आएगा सबसे पहली बात हमारी यही होती है ऐसी कहां पर स्टार्ट करेंगे जगह फसल के अनुकूल जलवायु जगह मिट्टी कैसी है इन सब बातों पर ध्यान देना होता है।
सिंघाड़े की खेती को करने से का सबसे अच्छा मुनाफा होता है कि इसमें आपको जानवरों का कोई खतरा नहीं रहता क्योंकि सिंघाड़ा ऐसी जगह पर उगाया जाता है। जहां पर पानी की मात्रा ज्यादा होती है ऐसे में आपको जानवरों की भी समस्या नहीं होगी कोई भी जानवर सिंघाड़े की फसल को नुकसान नहीं पहुंचा पाता।
कैसे करें खेती
- खेती की बात करें तो खेती करने के लिए सबसे पहले आपको समय पर ध्यान देना होता है कि इस समय सिंघाड़े की खेती करनी चाहिए इसके के लिए हम बता दें।
- कि आपको जून से दिसंबर के मध्य में इसकी खेती करनी चाहिए तभी आपको ज्यादा पैदावार होने की उम्मीद रहती है लोग इसी तरह खेती करते हैं और अच्छी पैदावार करके मार्केट में अच्छी कमाई करते हैं।
- यदि आप समझ रहे हैं कि सिंघाड़े की खेती के लिए बहुत अधिक पानी की आवश्यकता होती है तो ऐसा गलत है यदि आप एक 2 फीट के पानी के लिए बल पर भी खेती करेंगे।
- तो अच्छी फसल पैदा होगी कितने लेवल पर भी व्यक्ति किसान अच्छे से खेती करते हैं मुनाफा कमाते हैं जून में इसकी रोपाई शुरू हो जानी चाहिए ताकि आपको फसल जल्दी मार्केट में बेचने का मौका मिलेगा।
खेती का समय Cultivation time
यदि आपने जून में फसल को लगा लिया है तो आप को सितंबर के पहले हफ्ते में पहली फसल तोड़ने का भी मौका मिल जाता है इस प्रकार आपकी जल्दी कमाई होने पर भी बहुत बहुत अधिक बढ़ जाती है। यदि सही समय पर बुवाई की बात करें तो आप जून से लेकर जुलाई तक में आराम से बुवाई कर सकते हैं
मानसून जब शुरू हुई होता हो तभी आपको बुवाई शुरू कर देनी चाहिए। ताकि आप की फसल के लिए पानी की समस्या ना रहे मानसून जाते-जाते आपकी फसल पूरी तरीके से तैयार हो जाएगी और सितंबर के माह में आप फसल से फल सिंघाड़े के फल प्राप्त कर पाएंगे। जरूरी नहीं है कि आप इसके लिए बहुत बड़े तालाब की खोज कर रहे हो यदि आप थोड़े पानी में भी इसको उग आना चाहते हैं।
तो उगा सकते हैं हालांकि ज्यादातर लोग तालाब पोखर जैसी जगहों पर ही सिंघाड़े की खेती करते हैं लेकिन यदि आपके पास खेत है तो आप उस में गड्ढे करके भी सिंघाड़े की बुवाई करके खेती कर रखते हैं। और मार्केट में बेचकर मुनाफा कमा सकते हैं।
सिंघाड़े के लिए बीज
Seeds for water chestnuts in Hindi – सिंघाड़े की खेती करने के लिए बीच की आवश्यकता होती है मार्केट से अच्छी क्वालिटी के अच्छी किस्म के बीच यदि आप लाएंगे तो आप की खेती में पैदावार भी ज्यादा होगी। और आपको मुनाफा भी अधिक होगा इसकी कई किस्में मार्केट में उपलब्ध हैं कुछ किस्मों की बीजों की फसल जल्दी तैयार हो जाती है।
120 तथा 130 दिनों में फसल तैयार हो जाती है तथा कुछ बीजो कि किस्मो की फसल डेढ़ सौ से 160 दिन में तैयार होती है इतना ही अंतर होता है आप मार्केट में जो ज्यादा अच्छी बीज उसे खरीदकर बुवाई करें ताकि आपको जल्दी लाभ मिलना शुरू हो जाए।
खेती करने की प्रक्रिया
Farming process in Hindi – खेती करने के लिए आपको कोई भी तेज बातों का ध्यान देना होता है पहले आपको यदि तालाब में खेती कर रहे हैं तो तालाब में भी कर सकते हैं पखवारे में कर सकते हैं।
यदि आप खेत में खेती करना चाहते हैं तो 1 एकड़ में दिया खेती करना चाहते हैं तो प्रति पौधों के बीच 2 फीट की दूरी होनी आवश्यक होती है।
तथा 3,3 फीट की मेड बनानी पड़ती है और इसे कई टुकड़ों में बनाना पड़ता है ताकि पानी की समस्या सिंघाड़े की खेती में ना हो और आसानी से सिंघाड़े तैयार हो सके।
सिघाड़े की खेती मानसून के मौसम में की जाती है। ताकि पर्याप्त मात्रा में बारिश की वजह से खेती में पानी की समस्या से न जूझना पड़े खेत में पानी भरा रहेगा इतनी अच्छी सी फसल आपकी होगी समय-समय पर इसकी सिंचाई के लिए आपको ध्यान देना होगा।
तभी आप अच्छी फसल उगा पाएंगे यदि आप ध्यान नहीं दे देंगे तो उसकी लाश का भी खतरा हो सकता है कैसे होती है कमाई एक बार फसल तैयार हो जाने के बाद कमाई आप की होनी शुरू हो जाएगी।
कमाई कितनी होगी
How much will be the earning in Hindi – सबसे अच्छी बात यह होती है कि यदि आप ने जून में रोपाई कर दी उसके बाद आप सितंबर के माह में पहली फसल की पढ़ाई कर सकते हैं और इसे मार्केट में बेचना शुरू कर सकते हैं। सबसे अच्छी बात यह होती है इसमें यदि आप कच्चे माल को तोड़कर बेच रहे
तो उसकी भी बिक्री होगी तथा पका कर बेच रहे हैं। तो उसकी भी बिक्री होगी और सुखा कर बेच रहे हैं तो उसकी भी बिक्री होगी तीनों अवस्था में अच्छी बिक्री होती है मार्केट में तीनों तरह की सिंघाड़े की डिमांड होती है कच्चे-पक्के और सूखे सिंघाड़े मार्केट में थोक तथा रिटेल दामों में खरीदे जाते हैं। जितने आप फसल उगाएंगे मार्केट में जितनी फसल लेकर बेचने जाएंगे उतनी आपको इनकम होगी।
मुझे उम्मीद है कि आपको यह आर्टिकल सिंघाड़ा फार्मिंग बिजनेस प्लान को पढ़कर आर्टिकल में दी गई सारी जानकारियां पसंद आई होगी यदि आपको यह आर्टिकल पसंद आया है
अपने लिए बिजनेस के तौर पर आप भी यूज कर सकते हैं यदि आपको किसी बिजनेस प्लान की तलाश है तो आपके लिए या बिजनेस बहुत ही फायदेमंद साबित होने वाला है क्योंकि इसमें आपको थोड़ी बहुत मेहनत करनी पड़ती है। और मुनाफा 12 महीने होता रहता है मार्केट में भारी डिमांड भी हमेशा बनी रहती है।