सौरमंडल और ब्रह्मांड के बारे में रोचक जानकारी

सौरमंडल और ब्रह्मांड के बारे में रोचक जानकारी

हमने आपको इससे पहले ब्रह्मांड के बारे में कुछ रोचक तथ्य बताए थे और वह आपको बहुत पसंद आए होंगे लेकिन अब हम आपको इस तरह की एक और जानकारी दे रहे हैं  इस जानकारी में हम आपको  सौर मंडल में बारे में बतायेगे की सौर मंडल क्या होता है और यह किस तरह से बना होता है सौरमंडल के बारे में कुछ और भी ऐसी जानकारी देंगे जो कि आपके लिए जाना बहुत ही जरुरी है वैसे तो हमारा सौरमंडल के अंदर बहुत से छोटे-छोटे ग्रह और उपग्रह हैं. लेकिन उसके अलावा भी कुछ और भी चीजें होती हैं,

आपने पहले भी सौरमंडल के बारे में तो बहुत सुना होगा या कहीं पर उसके बारे में पढ़ा होगा लेकिन अगर आपने नहीं पढ़ा तो कोई बात नहीं हम आपको बता देते हैं. कि सौर मंडल क्या होता है और यह कैसे बना होता है सौरमंडल एक ऐसा मंडल है जो कि गुरुत्वाकर्षण बल के कारण एक दूसरे छोटे तारों या कुछ अन्य ग्रहों के इर्द गिर्द परिक्रमा करते हैं. उन्होंने वस्तुओं के समूह को गहि मंडल कहा जाता है सौर मंडल में सूर्य और उसके कुछ खगोलीय पिंड शामिल होते हैं. इसके अंदर जैसे अन्य तारे ग्रह है प्राकृतिक उपग्रह ,शुद्र ग्रह ,उल्काएं ,धूमकेतु ,बोने ग्रह ,खगोलीय दूरी और हमारा सूरज यह सब चीजें मिलकर हमारे सौरमंडल का निर्माण करती है और इनके अलावा सौरमंडल और भी अन्य पिंड और से मिलकर बना होता है.

ब्रह्मांड के बारे में रोचक जानकारी

अगर हम बात करें ब्रह्मांड की तो ब्रह्मांड बहुत बड़ा है इसका कोई अंत नहीं है ब्रह्मांड अनंत है वैसे तो ब्रह्मांड को नापा नहीं जा सकता के अंदर बहुत सी चीजें मौजूद है इसके अंदर अनेक ग्रह उपग्रह पिंड आकाशगंगाएं इन सभी चीजों से मिलकर ब्रह्मांड बना हुआ है वैसे तो ब्रह्मांड एक विस्फोट के कारण बना था पहले ब्रम्हांड के अंदर कुछ नहीं था बिल्कुल खाली था फिर एक विस्फोट हुआ क्योंकि पहले जब ब्रह्मांड बिल्कुल शून्य के आकार का था तो यह बहुत गर्म था.

उस गर्मी के कारण इसमें एक विस्फोट हुआ और  उस विस्फोट से बरमान का निर्माण हुआ.आज के समय में ब्रह्मांड में बहुत से अनेक छोटे बड़े और बिल्कुल छोटे गए उपग्रह मौजूद हैं. और इसके अलावा ब्रह्मांड में बहुत सी आकाशगंगा मौजूद है इसके अंदर लगभग 100 खरब तारे भी मौजूद है और इसके अलावा ब्रह्मांड के अंदर बहुत ज्यादा आकाशगंगाएं हैं  उन्ही ग्रहों में से एक ग्रह  भी सूर्य भी उन्हीं के अंदर से एक चीज है जो कि प्रमाण के अंदर मौजूद है और सूर्य का अपना एक सौर मंडल भी है जिस के अंदर सभी चीजें गतिमान है.

सौरमंडल के बारे में रोचक जानकारी

इन पिंड के अंदर 8 ग्रह और उनके 166 उपग्रह और 5 और छोटे पिंड शामिल है और इसके अलावा और भी अन्य छोटे-छोटे पिंड बने होते हैं. जिसे हम सौर मंडल कहते हैं. सौर मंडल के अंदर बहुत सी चीजें गति करती हैं. और यह सभी चीजें सौर मंडल के अंदर सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाती है तो अब आपको पता चल गया होगा कि सौर मंडल क्या होता है तो आज हम आपको इस पोस्ट में सौर मंडल के बारे में और भी बहुत सी जानकारी और रोचक तथ्यों के बारे में बताएंगे जो कि शायद आपको बहुत ही पसंद आएंगे क्योंकि यह आपके सामान्य ज्ञान के लिए तो जाना बहुत जरुरी होता ही है यह कई बार आपके एग्जाम में भी इनके बारे में कुछ चीजें पूछ ली जाती है तो अगर आप यह जानकारी पढ़ोगे तो आप के सामान्य ज्ञान तो पड़ेगा ही और आप के एग्जाम में आने वाली चीजों का भी आप सही से जवाब दे पाओगे तो नीचे हम आपको सौरमंडल के बारे में कुछ और जानकारी दे रहे.

कई लोगों को सोचना है कि पृथ्वी सिर्फ हमारे लिए ही बनी है लेकिन ऐसा नहीं है गैलीलियो की टेलिस्कोप की खोज के बाद हमें पता चला कि हमारी पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करती है और और बाकी अन्य ग्रह सूर्य की परिक्रमा करते हैं,

1. सूर्य

सबसे पहले हम बात करेंगे सूर्य सूर्य हमारे सौरमंडल का सबसे बड़ा पिंड है और यह पृथ्वी से 109 गुना बड़ा है और यह ऊर्जा का शक्तिशाली भंडार है और यह भंडार मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम का एक विशाल गोला है सूर्य से पृथ्वी पर प्रकाश को आने में 8 मिनट 30 सेकंड का समय लगता है इसी प्रकाश ऊर्जा से प्रकाश संश्लेषण नाम एक बहुत ही महत्वपूर्ण जैव रासायनिक अभिक्रिया होती है जो कि पृथ्वी पर जीवन का आधार है पृथ्वी के जलवायु और मौसम को प्रभावित करता है.

2.  बुद्ध

बुद्ध हमारे सौरमंडल के 8 ग्रहों में से सबसे छोटा ग्रह और सूर्य से सबसे निकटतम ग्रह है बुद्ध तकरीबन 70% धातु और 30 % सिलिकेट पदार्थ का बना हुआ है बुद्ध के सरफेस का गुरुत्वाकर्षण 3.7 मीटर प्रति सेकंड स्क्वायर है.

3. शुक्र

शुक्र ग्रह यह ग्रह कभी स्वर्ग जैसा लगता था लेकिन एक थोड़े से संतुलन के बिगड़ने के कारण के यह नर्क के अंदर बदल गया यह ग्रह इतना गर्म है कि लोहा और शीशा भी पिघल जाएगा और यह बड़ी-बड़ी धातु को कुछ ही मिनटों में पिंगला सकता है वैज्ञानिकों का मानना है कि यहां पर पहले समुद्र हुआ करते थे वह आज के समय में वाष्प बनकर काल की गर्मी में मिल गए हैं. शुक्र सरफेस की ग्रेविटी 1.87 मीटर प्रति सेकंड स्क्वायर है जो कि लगभग हमारी पृथ्वी के बराबर है.

4.पृथ्वी

पृथ्वी यह वही जगह है जिसके ऊपर हम रैन बसेरा करते हैं. जिसके ऊपर हमारा जीवन संभव है और हमारे साथ साथ अनेक प्रकार की जीव जंतु की प्रजाति भी इसके ऊपर रहती है और यह ब्रह्मांड का एकमात्र ऐसा स्थान है जहां पर जीवन का अस्तित्व पाया गया है जिसके ऊपर जीवन संभव है और इसके बारे में तो हम सभी जानते ही हैं. और इसकी ग्रेविटी 9.80 मीटर  प्रति सेकंड स्क्वायर है और इसके बारे में तो और भी बहुत सी बातें हैं. जो कि आप जानते ही होंगे क्योंकि यह सभी आपके आसपास की चीजों से ही बनाई हुई है इसके ऊपर ब्रह्मांड का सबसे अच्छा पर्यावरण पाया जाता है जो कि अन्य किसी भी ब्रह्मांड के ग्रह या उपग्रह के अंदर नहीं पाया जाता इसीलिए इसके ऊपर जीवन जीना संभव हुआ है.

5. मंगल

मंगल सौरमंडल में सूर्य से चौथा ग्रह है पृथ्वी से इसकी दशा रतिन्न दिखती है जिसके कारण इसे लाल ग्रह भी कहा जाता है और सौरमंडल का सबसे ऊंचा पर्वत ओलंपस मून मंगल ग्रह के ऊपर स्थित है मंगल के दो चंद्रमा है फोर्ब्स और डीमोस जो छोटे और अनियमित आकार के हैं. मंगल पृथ्वी के व्यास का लगभग आधा है मंगल ग्रह की सरफेस व्यास का की ग्रेविटी 3.7 11 प्रति सेकंड प्यार है.

5. बृहस्पति

बृहस्पति सूर्य से अलग उसका पांचवा का सबसे बड़ा ग्रह है बृहस्पति अनेक संस्कृतियों और पौराणिक और धार्मिक विश्वासों के साथ जुड़ा हुआ था रोमन सभ्यता लोगो ने अपने देवता जो Jupiter के नाम से इसका का नाम रखा था बृहस्पति के कम से कम 64 चंद्रमा है इनके अंदर विचार सबसे बड़े चंद्रमा में शामिल है गैलीलियन चंद्रमा कहा जाता है  जैसे 1610 में पहली बार गैलीलियो गैलीली द्वारा खोजा गया था गैलीमिट सबसे बड़ा चंद्रमा है जिसका व्यास बुध से ग्रह से भी ज्यादा है.

6.शनि

शनि ग्रह जिसको हम Saturn ग्रह के नाम से भी जानते हैं. सूर्य के बाद यह छोटा ग्रह है तथा बृहस्पति के बाद सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है शनि के कम से कम 62 चंद्रमा है उनके अंदर 13 के सिर्फ औपचारिक नाम है शनि देव के साइड में कुछ बर्फ के कण आज से करोड़ों साल पहले से उस का चक्कर लगा रहे हैं. इसका एक टुकड़ा हमारे एक चांद के बराबर है.

7.अरुण

यूरेनस जिसे हिंदी में अरुण ग्रह कहते हैं. यह हमारे सौरमंडल में सूर्य के बाद सातवां ग्रह हैं. उसके आधार पर सौरमंडल का तीसरा और द्रव्यमान के आधार पर यह चौथा बड़ा ग्रह है 13 मार्च 1981 में विलियम हरशल नाम के एक व्यक्ति ने की खोज की थी अरुण दूरबीन के द्वारा पाए जाने वाला पहला ग्रह है.और इसका भार पृथ्वी के बारे में सिर्फ पढ़े 14 गुना ज्यादा ही भारी है हमारे सौरमंडल के अंदर चार ग्रहों को गैस का दाना कहा जाता है क्योंकि इनके अंदर मिट्टी पत्थर की वजह ज्यादा गैस पाई जाती है और उनमें से अरुण ग्रह भी एक है यदि किसी तरह से अरुण ग्रह के बीच में जाकर इसका केंद्र देखा जाए तो वहां पर बर्फ और पत्थर पाए जाते हैं.

8.नेप्च्यून

वरुण ग्रह जिसे हम नेप्च्यून के नाम से भी जानते हैं. यह सौरमंडल से सूर्य का 8 ग्रह है नेपच्यून ऐसा ग्रह है जिस को बिना देखे ही उसकी खोज की भविष्यवाणी के दीऔर बह  गणित के अध्ययन से की गई थी जिसे फिर उसके आधार पर खोजा गया यह तब हुआ था जब   अरुण परिक्रमा में कुछ दिक्कत पाई गई जिसका परिणाम सिर्फ यही हो सकता था कि उसका कोई अज्ञात ग्रह गुरुत्वाकर्षण बल    डाल रहा है जिसके कारण खगोल की खोजबीन करने के बाद यह अज्ञात ग्रह 23 सितंबर 1986 को पहली बार दूरबीन से देखा गया और इसका नाम रख दिया नेप्च्यून गया.

यह तो हमने जानकारी दीजिए आपको सौरमंडल के बारे में क्या आप यह जानते हैं. कि जो आसमान के अंदर हमें ऊपर तारे दिखाई देते हैं. वह क्या चीज है वह हमारे से लगभग लाखों प्रकाश वर्ष दूर है प्रकाश वर्ष किसे कहते हैं. जिसको हमारी पृथ्वी तक पहुंचने में 1 साल लग जाए. उसे  प्रकाश वर्ष  कहते है. बल्कि ब्रह्मांड की सबसे तेज चीज प्रकाश है प्रकाश की स्पीड 1,86 लाख पर सेकंड है इसलिए हम तारों के पास आने वाले हजारों साल तक तो नहीं जा पाएंगे इनके अंदर से कुछ ऐसे तारे भी होते है. जो कि खत्म हो चुके होते हैं. लेकिन फिर भी उन की रोशनी यहां तक दिखाई देती है कुछ ऐसी भी तारे होते हैं. जो कि दूसरे ब्रह्मांड के होते हैं.

वह भी हमें यहां पर दिखाई देते हैं. अब हम आपको यह बताएंगे दूसरे ब्रह्मांड क्या होते हैं. हर सौरमंडल का एक ब्रह्मांड होता है हम जिस सौरमंडल के अंदर रहते हैं. और उसके अलावा ऐसे और भी करोड़ों तारे हैं. और भी ऐसे ग्रह है लेकिन तारों की अपेक्षा ग्रहों की मात्रा ज्यादा है ब्रह्मांडों के भी महा ब्रह्मांड होते हैं.  यह जानकारी हमें कुछ समय पहले ही पता चली है यही हमारा अनंत ब्रह्मांड होता है जिसकी कल्पना करना भी बहुत मुश्किल है इस ब्रम्हांड के अंदर ऐसे और भी अनेक ब्रह्मांड है जिसकी मानव जाति कल्पना भी नहीं कर सकती हमारी पृथ्वी समुंदर के एक बूंद के बराबर है और ब्रह्मांड के अंदर हमारा एक तिनके के बराबर भी अस्तित्व नहीं है.

और इन ब्रह्मांडों के अंदर तारों और ग्रहों की संख्या बढ़ती ही जाती है लेकिन कई बार कुछ ऐसी परिस्थिति होती है जिसके कारण इन ब्रह्मांडों के अंदर कुछ ग्रह आपस में टकरा जाते हैं. और उनके नए ग्रह या छोटे ग्रह बन जाते हैं. लेकिन यह सब ब्रह्मांड के अंदर होता रहता है क्योंकि हमारे ब्रह्मांड के अंदर सभी चीज गतिमान है सभी चीजें आपस में एक दूसरे के चक्कर लगाती रहती है कई बार परिक्रमा करते समय यह स्थिति होती है कि जब भी एक सामने आ जाते हैं. और उनमें टकराव होने के कारण यह छोटे और बड़े या उनका में तब्दील हो जाते हैं. लेकिन हमारा ब्रह्मांड बहुत बड़ा है और इसके अंदर अनेक ग्रह और उपग्रह शामिल हैं.

अब आपको ब्रह्मांड और सौरमंडल के बारे में पता चल गया होगा की ब्रह्मांड और सौरमंडल क्या होते हैं. और यह कैसे बने और किस तरह से इसके अंदर और अनेक उपग्रह और ग्रह हैं. और क्या करते हैं. इसमें बहुत सी अच्छी जानकारी हमने आज आपको दी इसके अंदर हमने आपको ब्रह्मांड की उत्पत्ति ब्रह्माण्ड विज्ञान ब्रह्मांड के रहस्य ब्रह्मांड क्या है ब्रह्मांड कैसे बना ब्रह्माण्ड क्या है सौर मंडल में कितने ग्रह होते है. सौरमंडल का रहस्य सौर मंडल चित्र सौर मंडल चित्र hd सौर मंडल की उत्पत्ति सौरमंडल के ग्रहों के नाम सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह ब्रह्मांड की परिभाषा सौरमंडल और ब्रह्मांड के बारे में बहुत अच्छी जानकारी स्टेप बाय स्टेप दी और इसमें हमने आपको सौरमंडल के आठ ग्रहों के बारे में भी जानकारी विस्तार से बताई है तो यदि आपको यह जानकारी पसंद आए तो शेयर करना ना भूलें और यदि इसका के बारे में आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं.

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